सभी अखबारों में दामिनी की बहादुरी और कार्यशैली की बहुत तारीफ हो रही ।उसके एसपी के रूप में पदभार संभालने के बाद जिले में अपराध का स्तर गिरने लगा था।अपराध अंडरग्रांऊड हो रहे थे या जिले से बाहर जाने लगे थे।दामिनी के सामने किसी की नही चलती थी।उसने एनकाउंटर स्पेशलिस्ट की टीम बना रखी थी ।खतरनाक और शरीर अपराधी जो कानून तोड़ते थे। हत्या,लूट ,बलात्कार, और गैरकानूनी कार्यों में पाए गए और आत्म समर्पण नहीं किया उनको पुलिस ने दौड़ा दौड़ा कर मार गिराया।
आम जनता दामिनी की दीवानी हो गई थी ।
अखबारों ने लिखा हर पर्व त्योहारों में अपराधिक घटनाएं बेतहासा बढ़ जाती थी लेकिन दामिनी के आने के बाद बहुत शांति हो गई थी ।आम जनता राहत की सांस ले रही थी।
दशहरा पूजा के समय जो घटना घटी थी वो दिल दहला देने वाली थी।
उसे दो घटनाओं की गुप्त सूचना मिली थी यह भी की इसमें पुलिस और रेलवे पुलिस ( जीआरपी) भी शामिल है।सूचना बिलकुल पुख्ता थी।एक सूचना के मुताबिक उस रात दस से बारह बजे के बीच एक एक्सप्रेस ट्रेन में डकैती होनी थी ।दूसरी उसी दिन हाइवे पर सुपर फास्ट लक्जरी बस में लूटपाट की की खबर मिली थी ।दामिनी थोड़ी चिंतित हो गई । चौबीस घंटे में दो दो डकैती की घटनाएं होने वाली थी और वो भी अलग अलग जगहों पर ।
उसने तुरंत आनन फानन में अपने अधिकारियों के साथ मीटिंग किया और घटना को रोकने के लिए रणनीति बनाई गई।
एक टीम डीएसपी राघव की अगुवाई में बस डकैती को रोकने के लिए और दूसरी टीम उसने खुद अपने नेतृत्व में बनाई ट्रेन डकैती को रोकने के लिए।
वो खुद घटना से दो घंटे पूर्व की अपनी टीम को लेकर रेलवे स्टेशन पहुंच गई ।साथ में राजेश भी पूरी तैयारी के साथ गाड़ी चलाकर गया था। किस ट्रेन में डकैती होगी यह नहीं पता था ।इसलिए योजना के मुताबिक हर ट्रेन में कुल दस पुलिस के जवानों को सिविल ड्रेस में पांच स्टेशन तक सफर करने के लिए भेजा जाना था।उनको ट्रेन की हर बोगी को चेक करते हुए किसी भी अप्रिय घटना होने पर दामिनी को सूचित करना था ताकी घटना को रोका जा सके।
उस रात तीन ट्रेन रात में थी और तीन ट्रेन सुबह में थी। दामिनी पूरी रात अपनी टीम केसाथ स्टेशन पर बैठी रही लेकिन कोई घटना नही मिली। उसके सभी लोगो ने पॉजिटिव इन्फोर्मेसन दिया।दामिनी को खुशी भी हुई लेकिन चिंता भी हुई की खबर गलत नही हो सकती है फिर घटना क्यों नही हुई।उसे थोड़ी शंका होने लगी। कही कोई बड़ी घटना न घट जाए हम लोगो को गलत सूचना देकर।
राजेश ने कहा_ मैडम रात के बारह बज चुके है ।खाना खा लीजिए।बाकी लोग भी भूखे है ।दामिनी ने कहा _ देखो स्टेशन पर कही कुछ मिलता है तो मंगाओ सबके लिए उसने कुछ रुपए उसे देते हुए कहा।
राजेश दो सिपाहियों को लेकर चला गया।थोड़ी देर में आया और बोला _ मैडम किसी होटल में खाना नही है लेकिन एक होटल वाला बोला ऑर्डर देने पर सिर्फ रोटी और आलू भिंडी का भुजिया बना सकता है।
इसमें पूछना क्या है जो मिल रहा है ले जाओ सबको बारी बारी से खिलाओ।दामिनी ने कहा।
टीम में कुल पच्चीस लोग थे।दस महिलाएं और पन्द्रह जवाब थे।राजेश और दामिनी को लेकर सताइस हो रहे थे।
राजेश थोड़ी देर में सबको बारी बारी से खिलाने गया और अंत में खुद खाना खाकर दामिनी के लिए खाना पैक करवा रहा था।तभी बारह लोग होटल में आए और बोले _ हम लोगो के लिए भी खाना तैयार करो।
लेकिन होटल वाले ने कहा_ माफ कीजिए अब होटल बंद होने वाला है सुबह पांच बजे ही खोलना पड़ता है इसलिए ।ये तो पुलिस वाले बोले तो बनाना पड़ा।
उसमे से एक ने होटल वाले को डांटते हुए कहा_ हम। ही पुलिस से कम नहीं है चुपचाप बनाता है या दिखाऊं अपना पावर।होश ठिकाने लगा दूंगा जल्दी बनाओ।
होटल वाले ने डरते हुए कहा,_ ठीक है आप नाराज न हो मैं बनाता हूं।
अब आया लाइन पर जल्दी बनाकर रखो हमलोग थोड़ी दारू पीकर आते हैं।इतना कहकर वे सब चले गए।
उनके जाने के बाद राजेश ने दामिनी के खाने का पैकेट लेते हुए पूछा ,_ ये लोग कौन थे जो खुद को पुलिस से बढ़कर बता रहे थे।
होटल वाले ने बताया_ मत पूछिए भाई साहब ये लोग छंटे हुए हुए गुंडे है।बड़े खतरनाक लोग है ।इनके ऊपर किसी बड़े नेता का हाथ है।पता नही नई एसपी मैडम के आने के बाद भी इनकी गुंडा गर्दी गई नही अब तक।ये लोग पैसे के किया कुछ भी कर सकते हैं।किसी का मर्डर भी।
ओह राजेश ने कहा और जल्दी जल्दी खाना लेकर दामिनी के पास गया और सारा मामला बताया ।मैडम मुझे डाल में कुछ काला लग रहा है।
कही यही लोग तो वारदात को अंजाम नही देने वाले थे मगर कुछ किया क्यों नही अब तक।
राजेश ने शंका जाहिर किया।
उसकी बात सुनकर दामिनी चौंक गई।वो सतर्क हो गई।उसने तुरंत उससे कहा _ दो और लोगो को ले लो और जाओ उनकी हरकत पर निगाह रखो और मुझे सूचित करते रहो।
मुझे इस बात की भी चिंता हो रही है की कही हमारे यहां आने की सूचना पहले ही लीक तो नही हो गई है जिससे इन लोगो ने अपना प्लान बदल लिया है।लेकिन सूचना लीक कैसे हो सकती है मैडम आपका खुफिया तंत्र तो सबसे मजबूत है।राजेश ने कहा।
अगला भाग
*”दामिनी का दम”* (भाग-22) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi
लेखक_ श्याम कुंवर भारती
बोकारो झारखंड