*”दामिनी का दम”* (भाग-19) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

जैसे ही पुलिस की पूरी टीम को उन मुक्त कराई लड़कियो ,घायल बंदी बनाए गए गुंडे , घयल एसपी दामिनी और राजेश को लेकर अस्पताल पहुंचे पूरे अस्पताल में अफरा तफरी मच गई।

डीएसपी राघव ने मुख्य चिकत्सा प्रभारी से कहा _ आप सभी घायलों को तुरंत एडमिट कर तुरंत इलाज शुरू करे ।लड़कियो को होश में लाए।

अस्पयाल की पूरी टीम सबके इलाज में लग गई ।दामिनी की बांह से काफी खून बह जाने की वजह से उसकी भी हालत काफी खराब हो चुकी थी ।

राजेश को डॉक्टर ने कुछ दवा और इंजेक्सन लगाया उसे थोड़ा आराम लगने लगा था।उसे दामिनी की दशा देखी नही जा रही थी। उसने फोन कर अपनी मां और बहन को आज की घटना के बारे में सब बता दिया ।सुनकर वे लोग भी बहुत चिंतित हुए ।वे दोनो उन दोनो को देखने के लिए अस्पताल आना चाहते थे लेकिन राजेश ने कहा _ मां इतनी रात को कहा अस्पताल आओगी । यहां डॉक्टर बाकी लोगो के साथ दामिनी मैडम का इलाज कर रहे हैं।लेकिन उसकी मां आने के लिए जिद करने लगी।तब राजेश ने डीएसपी राघव से अपनी मां और बहन को लाने का अनुरोध किया की वे सब मैडम को देखने के लिए आना चाहती है।

राघव ने अपने ड्राइवर और दो सिपाहियों से कहा _ तुम लोग राजेश से इसके घर का पता लेकर जल्दी इसके घर जाओ और इसकी मां और बहन को जल्दी ले आओ।वे सब पुलिस की जिप लेकर चले गए ।

डाक्टर ने तुरंत दामिनी को खून चढ़ाना शुरू किया । करीब एक घंटे बाद राजेश की मां और बहन को लेकर पुलिस की जिप अस्पताल आ गई।

राजेश को ठीक थक देख कर उनको तसल्ली हुई लेकिन दामिनी को देखकर उन्हें बहुत चिंता हो रही थी।सभी उसके होश में आने का इंतजार कर रहे थे।डीएसपी और प्रभा भी दामिनी को लेकर काफी चिंतित हो रहे थे।

कुछ घंटों के बाद उसे होश आया।

उसे होश में आया देख राजेश , उसकी मां और बहन काफी खुश हुए। डीएसपी राघव और प्रभा ने भी राहत की सांस ली।

होश में आते ही उसने पहले राजेश का हाल पूछा ।राजेश ने कहा_ मैडम आप मेरी छोड़ो पहले आप बताओ आप कैसे हैं।

दामिनी ने मुस्कुराते हुए कहा _ मुझे क्या होगा मैं भी बिलकुल ठीक हूं देखो इतना कहकर वो उठकर बैठने लगी ।तभी राजेश की मां ने उसे थाम लिया और बैठा दिया ।

उन दोनो को देखकर  वो आश्चर्य से बोली अरे आंटी और मंजू आप दोनो यहां कैसे और कब आ गए ।फिर उसने राजेश की तरफ देखा ।राजेश ने कहा _ मैडम मैने ही इनको आपके बारे में बताया था ।सुनकर मां आपको देखने की जिद करने लगी थी।इसलिए राघव साहब से बोलकर इनको बुलवा लिया।

उसकी मां मंजू देवी ने कहा _ बेटी तुम भले ही एसपी हो लेकिन मेरे लिए तो मेरी बेटी जैसी हो ।सब सुनकर मुझे कैसे नींद आती ।इसलिए तुम्हे देखने चली आई।

दामिनी दीदी आप इस हालत में  भी मुस्कुरा रही हो बड़ी ताज्जुब हो रहा है।सच में बहुत बहादुर लड़की हो।राजेश की बहन रागिनी ने कहा ।लेकिन आपको होश में देखकर हम सब बहुत खुश हैं।

उसकी बात सुनकर दामिनी मुस्कुराने लगी और बोली तुम सब एक नंबर के पागल हो।इतना भाउक  नही होना चाहिए।हम पूलिस वालो की आए दिन ऐसी घटना घटते रहती है ।आप लोग बेकार में चिंता कर रहे हो।

तभी दरोगा प्रभा ने आकर बताया _ मैडम डॉक्टर ने कहा है की लड़कियो को कोई नसीली चीज दी गई है जिससे वे बेहोश हो गई लेकिन सुबह तक उन्हे होश आ जाएगा।

ठीक है होश में आते ही सबका बयान लिखित और वीडियो में दर्ज करवाना।

बाकी बदमाशो का इलाज कराकर ठीक होते ही इनपर महिला तस्करी और पुलिस पर जानलेवा हमले का केस दर्ज कर सबको जेल भेज दो।

फिर उसने डीएसपी राघव से कहा_ आप कल सुबह उन लड़कियों का फोटो खिंचवाकर सारे अखबारों ने दे दे और सूचना दे दे इन लड़कियों के जो भी माता पिता या अभिभावक है तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम से संपर्क करे।पता और फोन नंबर भी दे दे ।साथ में सभी पुलिस थाना को लेटर भेजकर गुमशुदा या अपहरण की गई लड़कियो की पूरी लिस्ट मंगा कर उनके नाम पता और फोटो लड़कियो से मिलान कर उनके घर वालो को सौंप दे ।

डीएसपी ने कहा ठीक है मैडम ।

तभी अचानक मीडिया कर्मी वहां पहुंच गए ।पता नही उनको  कैसे इतनी रात में खबर लग गई थी और वे आ धमके थे।आते ही सबने सारी लड़कियों,बदमाशो ,राजेश और दामिनी का फोटो और वीडियो लेने लगे।फिर दामिनी के पास आकर पूरे मामले की जानकारी लेने लगे।

दामिनी ने उन्हे सारी घटना की जानकारी बता दिया ।यह भी बताया की राजेश जो एक साधारण टेक्सी ड्राइवर है ने किस प्रकार अपनी जान की परवाह न करते हुए एसपी दामिनी की मदद किया और लड़कियो को अपराधियों के चंगुल से बचाने में सफल रहे ।उसने डीएसपी राघव और महिला दरोगा प्रभा की भी तारीफ किया ।

फिर दामिनी ने डॉक्टर से पूछा _ क्या अब मैं घर जा सकती हूं।क्योंकि गोली तो निकल चुकी है।केवल बांह से ज्यादा खून बहने से मुझे थोड़ी बेहोशी हुई थी बाकी तो  मैं ठीक हूं।

डॉक्टर ने कहा_ कल सुबह तक रुक जाती तो अच्छा रहता मैडम ।फिर भी अगर जाना चाहती हैं तो जा सकती हैं में कुछ दवा दे रहा हूं ।इन्हें समय पर खाते  रहना है ताकि घाव जल्दी भर जाए और दर्द भी कम हो जाए।

राजेश की मां ने कहा _ डॉक्टर साहब आप मुझे दवा कैसे खिलाना है बता दे मैं खिला दूंगी।

डॉक्टर ने दामिनी को रिलीज कर दिया ।

दामिनी ने अस्पताल में पुलिस का कड़ा पहरा लगवा दिया और राघव और प्रभा को भी घर जाने को कहा ।उनकी जगह पर दूसरे दो पुलिस अधिकारी को बुलाकर ड्यूटी पर लगा कर अस्पताल से निकल गई।

गाड़ी राजेश ही चला रहा था।दामिनी के लाख मना करने पर राजेश की मां और बहन उसके साथ ही उसकी कोठी पर चली गई ।

कोठी पहुंचकर मंजू देवी ने रसोई घर में जाकर खुद सबके लिए चाय बनाया और सबको चाय देकर दामिनी को दवा खिलाकर चाय दे दी ।

वे दोनो दामिनी के कमरे में ही नीचे फर्श पर सोने जा रही थी लेकिन दामिनी ने उन दोनो को अपने बेड पर सुला लिया।राजेश दूसरे कमरे में सोने चला गया।

अगले दिन दामिनी समय पर तैयार होकर अपने ऑफिस जाने लगी तो उसने रागिनी से कहा _ तुम दोनो अपने घर जाओ मैं ऑफिस का काम निपटाकर ठीक ग्यारह बजे तुम्हारे घर आऊंगी और तुम्हारे साथ तुम्हारे कॉलेज चलूंगी फिर उन आवारा और बदमाश लडको का होश ठिकाने पर लाती हूं।

दामिनी ने कहा_ दीदी अभी आपकी बांह में ताजा घाव है आज रहने दे फिर किसी दिन चलना।

लेकिन दामिनी ने कहा _ मैं बिलकुल ठीक हूं तुम चिंता मत करो जैसा कहा है वैसा करो।

उसने राजेश से कहा _ नाश्ता करने के बाद तुम सभी टैक्सी स्टैंड जाकर सभी ड्राइवरों से बात कर मेरी  मीटिंग फिक्स कराओ।में आज सरकारी गाड़ी से चली जाऊंगी।वापस लौटकर तुम ऑफिस आकर कुछ कागजात पर साइन कर देना और अपने सभी पेपर की कॉपी मेरे निजी सचिव नितिन को दे देना।

दामिनी ने सबके साथ नाश्ता किया और ऑफिस चली गई।राजेश अपनी मां और बहन को अपनी कार में लेकर घर छोड़ता हुआ सभी टेक्सी स्टेंड की ओर निकल गया।

ऑफिस पहुंचात ही दामिनी ने अपने निजी सचिव नितिन को बुलाकर आज के कार्यक्रम के बारे में पूछा । फिर कहा कि राजेश को अस्थाई तौर पर ड्राइवर रखने के लिए उससे जरूरी पेपर लेकर साइन करवा लेना ।

दामिनी ने फिर फाइल लाने को कहा ।

नितिन ने कई फाइल लाकर उसकी टेबुल पर रख दिया ।

पहली फाउल बंदूक और रायफल के लाइसेंस लेने वालो की थी ।

उसने कहा,_ डीएसपी राघव को एक आदेश तैयार कर भेजो को सभी थानों से आवेदन कर्ताओं की पूरी जांच अपने स्तर पर करवाकर भेजे ।

जांच रिपोर्ट आने के बाद उपयुक्त व्यक्ति को ही लाइसेंस देने की सिफारिश डीसी साहब को भेजी जाएगी।

नितिन ने कहा _ ठीक है मैडम।

दूसरी फाइल दशहरा पूजा पंडाल और मेला लगाने की स्वीकृति की थी।

दामिनी ने कहा_ सभी थानों को पत्र भेजो की सभी पूजा समिति से पहले एक बैठक कर उन्हे दिशा निर्देश देकर उनसे सहमती पत्र पर हस्ताक्षर करवाने के बाद ही स्वीकृति दी जाएगी।मूर्ति विसर्जन के समय भी सभी नियमों का पालन किया जाएगा।

साथ ही सभी थानों को पूजा में शांति व्यवस्था बनाए रखने में कितने अतिरिक्त पुलिस बल की आवश्यकता है सब तुरंत अपनी रिपोर्ट भेजे ।साथ ही सभी थाना नियमित सभी पूजा पंडालों और मेला की पेट्रोलिंग करेंगे ।इसके बाद आज शाम को सभी  डीएसपी,इंस्पेक्टर,सब इंस्पेक्टर की बैठक करवाओ ताकि जिला प्रशासन के साथ होने वाली बैठक में हम अपने ऑफिसर का नाम तय करके दे सके जो पूजा में लो इन ऑर्डर बनाए रखने में ड्यूटी पर जायेंगे जिसमे वीडीओ, सी ओ, एसडीओ और अन्य ऑफिसर भी शामिल होंगे।नितिन ने कहा _ जी मैडम आज ही डीसी साहब का पत्र आया है इस मामले में सूची देने  के लिए ।मैं आज ही सारा काम निपटाता हूं।

तभी कई पुलिस ऑफिसर दामिनी का हाल चाल लेने आ गए।सबको उसकी बांह में गोली लगने की खबर लग गई थी।

डीसी साहब का भी फोन आया था उसका हाल चाल लेने के लिए।

दामिनी ने सबको बताया मै बिल्कुल ठीक हूं चिंता वाली कोई बात नही है।

एक ऑफिसर ने कहा _ मैडम आपकी बहादुरी और ईमानदारी की चारो तरफ चर्चा हो रही है।आज के सारे अखबारों में आपका इंटरव्यू छपा है और टीवी पर भी आपकी ज्वानिंग से पहले के कारनामे और अपराधियों को दी गई चेतवानी के बारे में लगातार क्लिप चलाए जा रहे हैं।आम जनता को आपके आने से बहुत खुशी हो रही है।

दामिनी ने कहा_ यह तो हम पुलिस वालो की ड्यूटी है। सबको ईमानदारी से निभाना चाहिए।

सबके जाने के बाद दामिनी ने महिला दरोगा प्रभा  को बुलाया और रागिनी के कोलेज के क्षेत्र के थाना प्रभारी को फोन किया और कहा मैं थोड़ी देर में आ रही हूं आप अपनी टीम को लेकर तैयार रहना ।

दामिनी का फोन जाते ही थाना प्रभारी के माथा से पसीना चुने लगा।उसने आनन फानन में थाना की सारी फाइल और रिपोर्ट ठीक करने को कहा।साथ ही सारे पुलिस ऑफिसर और पुलिस बल को चुस्त दुरुस्त रहने को कहा ।उसने  दामिनी के स्वागत की भी तैयारी शुरू कर दिया

।कुछ ही दिनों में दामिनी का प्रभाव सब पर इतना काफी हो गया था की ऑफिसर उसका फ़ोन आते ही उठकर खड़ा हो जाते थे।

दामिनी ने प्रभा से  कहा _ अपनी सभी महिला कांस्टेबल को सिविल ड्रेस में आने की बोलो बोलो और जिप में लाठिया रख लो।

जब मैं ऑर्डर करूं तब सबको एक्सन मे आना है।

ठीक ग्यारह बजे दामिनी अपनी सुरक्षा  पुलिस बल और  प्रभा को लेकर राजेश के घर गई ।उसने रागिनी को कुछ सिखाया है उसका फ्रेश पहनकर एक कोलेज की स्टूडेंट बनकर रागिनी को लेकर उसके कॉलेज चली गई ।

कॉलेज से कुछ दूर पहले ही उसने अपनी गाड़ी छोड़ दी ।

प्रभा और उसकी महिला एल कांस्टेबल को भी कोलेज स्टूडेंट  की तरह पहले ही तैयार कर लिया था।

रागिनी को लेकर दामिनी पैदल ही कॉलेज की और चल दी ।सभी बिलकुल कोलेज की स्टूडेंट की तरह झुंड में चल रही थी।हंसी मजाक करते हुए ।

दामिनी ने उस क्षेत्र के दरोगा को कोलेज से कुछ दूर अपने बल के साथ खड़ा रहने को पहले ही बोल दिया था।

जैसे ही दामिनी कोलेज के गेट के पास पहुंची वहा पहले से ही करीब दस आवारा और बदमाश लड़के खड़े थे ।वे आती जाती हुई लड़कियो को छेड़ रहे थे।भद्दे कमेंट कर रहे थे।कोई उनकी ओढ़नी खींच लेता था तो कोई कमर में चिकोटी काट लेता था । लड़कियां अपना सर झुकाए किसी तरह वहा से निकल जाती थी ।

उन लडको का इतना आतंक था की कोलेज के लड़के भी उनसे कुछ नही बोल पाते थे ।

सब कुछ जान कर भी कोलेज प्रशासन भय से चुप रहता था।

जैसे ही उन लडको ने रागिनी के साथ दामिनी और कई सुंदर लड़कियों को आते देखा  उसमे से कुछ सीटी बजाने लगे ।एक ने रागिनी से कहा _ अरे वाह मेरी जान आज तो बिल्कुल नई नई माल लेकर आ रही हो।इनको छेड़ने में बहुत मजा आयेगा।

एक ने कहा _ अरे यार इनको छेड़ना ही नही है आज तो उनको उठा ले जायेंगे ।पार्टी चलाएंगे बहुत मजा आयेगा।

इतना कहकर वे सभी बेशर्मी से हंसने लगे।तभी एक लड़के ने आगे बढ़कर रागिनी की कलाई पकड़ कर अपनी ओर खींच लिया ।अरे कहा जा रही हो मेरी जान।कोलेज में जाकर क्या करोगी ।चलो हमारे साथ आज तुम्हे हम प्यार का पाठ पढ़ाएंगे।उसे हंसते हुए कहा।

रागिनी को उनके मुंह से शराब की बदबू आई ।उसे उल्टी महसूस होने  लगी ।उसने अपनी कलाई छुड़ाते हुए कहा _ छोड़ो मेरा हाथ मुझे जाने दो ।

लेकिन उसने उसका हाथ नही छोड़ा ।तभी एक ने दामिनी को देखकर कहा_ अरे वाह ये तो बिलकुल ताजा माल लग रही है। कोलेज में नई नई आई है लगती है।इसे भी ले चलेंगे आज ।इतना कहकर _ उसने जैसे ही उसकी तरफ हाथ बढ़ाया  दामिनी ने झन्नाटेदार थप्पड़ उसके गाल पर दे मारा।उसका गाल झनझना उठा ।

जैसा कि उनको ऐसी उम्मीद नहीं थी ।सब लोग दामिनी की तरफ झपट पड़े।

दामिनी ने डांट कर कहा,_ खबरदार अगर कोई एक कदम भी आगे बढ़ा तो मैं उसकी टांग तोड़ दूंगी

उसकी आवाज में इतना दम था की थोड़ी देर के लिए वे लड़के ठिठक गए ।लेकिन उनके सरदार ने कहा _ तू हमारी टांग तोड़ेगी तेरी इतनी मजाल।अभी मैं तुझे मजा चखाता हूं ।इतना कहकर उसने दामिनी पर झपट्टा मारा लेकिन दामिनी ने एक घुसा उसके पेट ने में दे मारा ।वो अपना पेट पकड़कर बैठ गया।बाकी लड़के अब उसकी तरफ बढ़ने लगे ।

दामिनी ने उन्हे रंगे हाथो पकड़ा था।एक चाहती तो उन्हे अकेले जमीन पर सूंघा सकती थी लेकिन टाइम न बरबाद करते हुए उसने प्रभा से कहा _ मारो सब मिलकर ।उसके इतना कहते ही प्रभा और उसकी सारी महिला सिपाही उन आवारा लडको पर टूट पड़ी ।

कुछ सिपाही लाठिया लेते आई। लाठियों की मार से लड़के इधर उधर भागने लगे ।वे भागते हुए कोलेज के अंदर चले गए।

दामिनी ने अपनी बेल्ट खोलकर उनको पिटना शुरू किया।

कोलेज में हंगामा मच गया सारे लड़के लड़कियां यह तमाशा देखने के लिए इकट्ठा हो गए।सब उन लडको की पिटाई लड़कियो द्वारा होते देख बहुत खुश हो रहे थे ।मौका पाकर दामिनी आए उसकी सहेलियां भी उन लडको पर अपना हाथ साफ करने लगी ।कई महीनों का गुस्सा उनका आज बाहर निकल रहा था।।अंत मां सारे लड़के जमीन पर घुटनों के बल बैठकर  सबसे माफी मांगने लगे।

दामिनी ने थाना प्रभारी को फोन कर बुला लिया और कहा इन सबको लड़कियो के साथ छेड़छाड़ करने और बलात्कार करने के प्रयास के जुर्म में गिरफ्तार कर  ले।

कोलेज प्रशासन और सभी लड़के लड़कियों से दामिनी ने कहा _ अब से आप सबको डरने की जरूरत नही है।जब भी कोई ऐसी नीच हरकत करे तुरंत थाना ने शिकायत दर्ज कराए।

पुलिस हमेशा आपकी मदद के लिए खड़ी रहेगी।

रागिनी ने सबको बताया ये दामिनी मैडम हमारे जिला की नई एसपी है।

इतना सुनते ही सारे लड़के लड़कियां खुशी से तालिया बजाने लगे ।उन्हे दामिनी को देखकर बहुत खुशी हुई।

कोलेज की कदाकियो ने दौड़कर दामिनी को अपनी गोद मे ने उठा लिया और पूरे भीड़ में भीड़ में घुमाना शुरू किया ।लडको ने एसपी दामिनी जिंदाबाद के नारे लगाने लगे ।

तभी राजेश भी वहा पहुंच गया।

कोलेज में ऐसा नजारा देख कर उसने भी दामिनी जिंदाबाद का नारा लगाना शुरू कर दिया ।

अगला भाग

*”दामिनी का दम”* (भाग-20) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

लेखक_ श्याम कुंवर भारती

बोकारो झारखंड

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