अपनों का साथ – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

क्या नमन अब सो भी जो 1:00 बजने वाला है। सुबह ऑफिस नहीं जाना है क्या? लाइट बंद करो मुझे सोना है। मोबाइल एक तरफ रखो क्या इतनी देर तक मोबाइल चलाते रहते हो। हां हां बस अभी थोड़ी देर में बंद करता हूं लाइट भी, सीमा झुंझला कर आंखों पर चादर रखकर सो जाती है। 

एक दिन नमन रात को मोबाइल चला रहा था, उसके मोबाइल में मैसेज आता है “हाय”, जिज्ञासा वश उसने उस प्रोफाइल को खोलकर देखा बहुत ही सुंदर सी लड़की का फोटो लगा था। और नमन ने भी “हैलो” लिख दिया। 

ऐसा नहीं था कि नमन सीमा को प्यार नहीं करता था। लेकिन एक प्राकृतिक व्यवहार होता है पुरुषों का दूसरी स्त्री के प्रति आकर्षण। बस यही छोटी सी शुरुआत थी जिसने नमन की जिंदगी में तूफान ला दिया था।

क्योंकि हाय हेलो से शुरू हुई बातचीत अब लंबे-लंबे मैसेज के आदान-प्रदान पर पहुंच चुकी थी। 

एक दिन उस लड़की ने नमन को एक कैफे में मिलने के लिए बुलाया, पहले तो नमन ने मिलने के लिए मना कर दिया, लेकिन जब उसने कई बार कहा तो नमन ने सोचा कि चलो मिल लेता हूं मिलने में क्या जाता है। नमन के मन में क्योंकि कोई  छल की भावना नहीं थी ना ही वह सीमा को कोई धोखा देना चाहता था। सहजता से उसने सीमा से कहा मुझे आज एक लड़की से  कैफ़े में मिलना है। सीमा ने भी कुछ खास ध्यान नहीं दिया क्योंकि नमन का काम के सिलसिले में ऐसे लड़कियों से मिलना-जुलना होता रहता था। 

नमन की मम्मी जो वहीं बैठी थी यह सब सुन रही थी मजाक में बोली अब तेरी शादी हो गई है दूसरी लड़कियों  से जरा दूर ही रहा कर। और क्या मम्मी सही कह रही हैं आप। सीमा भी नमन की तरफ बेचारी की शक्ल बनाकर बोली। और नमन सीमा की शक्ल देखकर हंसते हुए बाहर निकल गया। 

दो-चार मुलाकातों के बाद उस लड़की ने नमन को एक होटल के कमरे में बुलाया कि कुछ टाइम आराम से बैठेंगे। वहां पर नमन को नशीला  पेय पिलाकर उसके साथ अपनी अश्लील फोटो ले ली। 

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कुछ दिनों बाद उस लड़की ने दोबारा नमन को मिलने के लिए बुलाया, लेकिन अब नमन ने उसको आने से बिल्कुल मना कर दिया। वह समझ गया था कि वह लड़की सही नहीं है। लेकिन उस लड़की ने  वे फोटो दिखाकर उससे ₹50000 मांगे। उसके मन करने पर उसने धमकी दी कि मैं यह फोटो सोशल मीडिया पर डाल दूंगी। फिर सोचो तुम्हारे  घर परिवार और इज्जत का क्या होगा।

नमन के पसीने छूट गए कि वह जो कुछ लड़कों के बारे में सुनता था आज एक लड़की ने उसके साथ कर डाला था। पहली बार में तो नमन ने किसी तरह पैसों का इंतजाम किया और उसे दे दिए। लेकिन अब वह लड़की उसे कभी भी पैसों के लिए फोन कर देती, नमन की समझ में नहीं आ रहा था कि वह इस दलदल से कैसे बाहर निकले। अब वह सारा दिन परेशान रहने लगा। उसकी सेहत भी गिरने लगी । सीमा  उससे बार-बार पूछती लेकिन उसके पास कोई जवाब नहीं था। 

एक दिन तो तनाव में नमन ने खुदकुशी करने की कोशिश की और पंखे पर फंदा बनाने लगा। तभी सीमा वहां आ गई नमन….. सीमा की चींख निकल गई क्या कर रहे हो यह तुम, तुमने एक बार भी ऐसा करने से पहले मेरे और मम्मी के बारे में नहीं सोचा। आज सीमा के सामने नमन का सब्र का बांध टूट गया।

सीमा से माफी मांगते हुए नमन ने उसे सारी बात बताई। नमन देखो गलती तो आपसे हुई है लेकिन हम आपके साथ हैं, क्योंकि आपको अपनी गलती का पछतावा है चलिए पुलिस में रिपोर्ट करते हैं। नहीं सीमा अगर पुलिस में जाएंगे तो समाज क्या रहेगा हमारी बहुत बदनामी हो जाएगी। 

अगर आज आप यह फांसी जैसा गलत कदम उठाते तो आप क्या सोचते हैं समाज तब कुछ नहीं कहता। हां बेटा सीमा सही कह रही है पुलिस के पास  जाओ नमन की मम्मी बोली, जो सीमा की  चींख सुनकर आ गई थी और सब कुछ सुन चुकी थी। अपनों के साथ से नमन के अंदर भी हिम्मत आई

और उसने पुलिस स्टेशन जाकर रिपोर्ट लिखाई। पुलिस की सहायता से कुछ दिनों बाद ही वह लड़की पकड़ी गई। उनका पूरा गैंग था जो एक साथ मिलकर ब्लैकमेलिंग करते थे। नमन का पैसा भी वापस मिल गया। कुछ और लोग भी सामने आए, जो उस गैंग का शिकार हो चुके थे। लेकिन समाज के  डर से चुप थे। 

आज नमन बहुत हल्का महसूस कर रहा था ,वह बड़ी परेशानी से बाहर निकल गया था। जब एक पत्रकार ने उससे पूछा कि आप में  इतनी हिम्मत कहां से आई तो नमन ने कहा कि अगर अपनों का साथ हो तो हिम्मत आ ही जाती है। और उसने अपनी मम्मी  व सीमा का पूरी मीडिया के सामने आभार जताया।

नीलम शर्मा

VM

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