*”दामिनी का दम”* (भाग-8) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

राजेश काफी थक चुका था उसे नींद भी काफी आ रही थी।उसने अपनी मां से कहा_ मां  मैं नहाने जा रहा हूं तुम जल्दी से नाश्ता बना दो ।नाश्ता करके मैं थोड़ा सोना चाहता हूं ।

इस लड़की की वजह से मेरा बड़ा बुरा हाल हो गया है।

ठीक है जाओ नहा लो बेटा मैं तुरंत नाश्ता तैयार कर देती हूं।लेकिन ये लड़की कौन है तुमने बताया नही ।इसके सिर पर चोट कैसे लगी है ।उसकी मां ने पूछा ।

सब बताता हूं मैं पहले नहा कर आने दो फिर नाश्ता करते समय बता दूंगा।

इतना कहकर वो अपने बाथरूम की ओर जल्दी जल्दी चला गया।

सुबह होते ही पूरे शहर में हंगामा मच  गया था।पुलिस महाकमत,मीडिया , प्रशासन और आम लोग सबकी जुबान पर एक अनजान लड़की के हैरत गंज कारनामों की चर्चा हो सकती थी।

एक अनजान लड़की कैसे हथियारों का जखीरा पकड़वा सकती है । ट्रक में सवार चार बदमाशो को घायल कर सकती है।

हाइवे पर एक लाइन होटल में पांच बदमाशो को मार मार कर बुरा हाल कर दिया।उन्हे पुलिस के हवाले कर दिया।इन बदमाशो से होटल का बकाया बिल चुकता करवा दिया।

इतना ही नहीं उसने रामनगर मोहल्ले में गणेश पूजा पंडाल में सैकड़ों उपद्रवियो द्वारा पत्थर बाजी की घटना को अकेले ही मोहल्ले के लोगो के साथ  मिलकर काबू में कर लिया।

कितने पत्थर बाज पकड़े गए,कुछ भाग गए ।इसके बाद लड़की का कोई पता नहीं है ।केवल पुलिस ने बताया उसे अंतिम बार अस्पताल में इलाज के दौरान देखा गया था।पुलिस उसे वहा तक साथ लेकर आई थी ।लेकिन पुलिस को भी उस लड़की के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

बिस्वस्त सूत्री से पता चला है उस लड़की ने सबसे पहले पुलिस चेक पोस्ट पर जाकर उनकी लापरवाही के लिए खूब क्लास लिया था ।पत्थर बाजी की घटना से पहले उसने शहर के भीम नगर थाना में जाकर अचानक सबको चौंका दिया था ।पुलिस को सोते हुए पाकर उनकी भी क्लास ली थी और सबका हथियार उठाकर अलमारी  में बंद कर दिया था।

लेकिन बाद में उसने सबका हथियार लौटा दिया था।

आम जनता इस लड़की के कारनामों की खूब तारीफ कर रही थी।क्योंकि शहर में  अपराधिक घटनाएं काफी घट रही थी।शांति प्रिय लोगो का शहर में रहना मुश्किल हो गया था।

आए दिन खून खराबा, अपहरण,लूट पाट,बलात्कार, लड़कियो और महिलाओं से छेड़छाड़ ,शराबखोरी और जुआबाजी आम बात हो गई  थी ।

शहर के गुंडे बदमाश किसी न किसी पार्टी का सरंक्षण लिए हुए थे या खुद ही नेता बन गए थे।

पुलिस प्रशासन कानून व्यवस्था बनाने में पूरी तरह नाकाम हो चुका था।या यूं कहे की पुलिस भी वर्दी पहनकर गुंडों बदमाशो और माफियाओं के लिए काम कर रही थी।

ऐसे में अपराधियों पर एक ही रात में इतने सारे झटके अगर एक लड़की ने दिया  है तो यह बहुत बड़ी बात है ।

सब लोग उस  लड़की की सलामती की दुआ कर रहे थे।

पुलिस के बड़े अधिकारियों और  जिला प्रशासन से सारे मीडिया तरह तरह के  सवाल कर रहे थे।लेकिन किसी से कोई जवाब देते नही बन रहा था ।

मीडिया भीम नगर थाना में पहुंचकर सभी पत्थर बाजो ,हथियार के साथ पकड़े गए बदमाशो और होटल में पकड़े गए बदमाशो की तस्वीरें ले रही थी ।इलेक्ट्रॉनिक मीडिया वाले न्यूज को लाइव दिखा रहे थे।

इतने गुंडों की गिरफ्तारी  और हथियार पकड़े जाने से हथियार माफिया पप्पू सिंह गुस्से में विधायक चरण दास के घर पर चढ़ बैठा।

उसने विधायक को धमकाते हुए कहा _ में हर चुनाव में आपको लाखो देता हूं,बोट दिलवाता हूं ,धरना प्रदर्शन में मेरे लोग भीड़ जुटाते हैं।पुलिस को। ही हर महीने उनका हिस्सा देता हूं फिर कैसे  मेरे हथियारों से भरा ट्रक पकड़ा गया।मेरे लोग घायल कर दिए गए और उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया गया।

आप क्या कर रहे थे।अभी थाना प्रभारी को फोन कर बोलिए तुरंत माल सहित मेरे लोगो को छोड़ दे वर्ना आपके लिए ठीक नहीं होगा.।

विधायक ने कहा’ _ शांत हो जाओ पप्पू किसी को कुछ समझ में नहीं आ रहा है की अचानक ये सब कैसे हो गया।मेरे भी पांच लोग कल रात लाइन होटल से पकड़ लिए गए हैं। उन पर लड़की से छेड़छाड़ और जान से मारने का  केस लगाया गया  है।

दारोगा बोलता है जब तक उस लड़की का पता नही चल जाता है की वो कौन है ।कोई पुलिस ऑफिसर है या गुप्तचर विभाग से है या एक आम लड़की है तब तक कुछ नही कर सकते।

अब बोलो मैं क्या करूं।इसलिए थोड़ा शांत रहो मां सब देख रहा हूं ।जल्दी ही सब छूट जाएंगे।तुम्हारा माल भी ।

विधायक ने अपनी मजबूरी सुनाते हुए कहा।

राजेश नाश्ता करते हुए आपनी मां, बहन और भाई की रात की घटना को शुरू से लेकर सुनाने लगा।

उसकी बाते सुनकर सब आश्चर्य से उसे देखते जा रही थी ।

हे भगवान ये लड़की इतनी बहादुर और खतरनाक है कोई भी सोच भी नही सकता ।इस लड़की के साथ रात भर तुम गाड़ी चलाता रहा.।तुम्हे डर नही लगा ।

नही मां मुझसे तो ये बड़े प्यार से बाते करती थी।मुझे चाय पिलाया और खाना भी खिलाया।लेकिन इसके कारनामे  बड़े गैरतगंज है ।कोई आम  लड़की इतनी दिलेरी कर ही नही सकती ।अभी आते समय ये मुझसे मेरी पढ़ाई लिखाई और परिवार के बारे में पूछ रही थी। उसे तुम्हारे हाथ की चाय पीनी थी लेकिन देखो कैसे बेफिक्र हो कर सो  रही है।

राजेश ने कहा.

इसक मतलब लड़की बड़ी नेकदिल भी है जो अपने साथ के लोगो का ख्याल भी रखती है ।उसकी मां ने कहा ।

जो भी कहो भैया इस लड़की ने बहुत अच्छा काम किया है ।मैं तो इनको सलाम करती हूं।उसकी बहन रागिनी ने दामिनी की तारीफ करते हुए कहा ।

देखो न हमलोग जब कोलेज आती जाती है तब शहर के लुच्चे लफंगे और आवारा लड़के हमलोगों को छेड़ते हैं और गंदी गंदी बाते करते है ।लेकिन कोई इनको बोलने वाला नही है ।

दामिनी कोई भी हो वो जैसे ही जगेगी मैं उनको ये सब बताऊंगी ।रागिनी ने गुस्से से कहा।

तभी उसके छोटे भाई ने टीवी पर न्यूज चालू कर दिया ।सब लोग देख कर हैरान रह गए न्यूज पर भी दामिनी के कारनामों की ही चर्चा हो रही थी।हथियारों ,गुंडों और पत्थर बाजो  की फोटो दिखाई जा रही थी।

देखो मां टीवी पर भी रात वाली घटनाएं की चर्चा हो रही है।हर तरफ हलचल मची हुई है ।

उसने नाश्ता करके हाथ धोते हुए कहा _ मां मैं सोने जा रहा हूं।मुझे जगाना मत मैं खुद ही जाग जाऊंगा ।

अगर दामिनी मैडम जग जाए तो उन्हे भी चाय नाश्ता करा देना और हां उनसे मेरा भाड़ा ढाई हजार भी लेना ।

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*”दामिनी का दम”* (भाग-9) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

लेखक_ श्याम कुंवर भारती

बोकारो झारखंड

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