मैं तुम्हारी बुआ तो हूँ ही आज से माँ भी हूँ- अनुपमा

सभी लोग बहुत खुश है ,चारों तरफ हसी खुशी का माहौल है ,खाने की खुशबू फिज़ा मैं फैली है ,चारों तरफ जोर शोर से तैयारियां चल रही है , हर कोई व्यस्त है ।

निधि बेसब्री से इंतजार कर रही है आज कानपुर से उसके मायके से पूरा परिवार आ रहा है । उसके दोनो भाई भाभियां और नीतू, शीतू , काशी , अमल और आकाश सारे बच्चे और साथ ही नीतू की दो खास सहेलियां भी नीतू के साथ आ रही थी उसकी बेटी की शादी है ,घर की पहली शादी है सभी बहुत खुश और उत्साहित है ,सभी ने ढेर सारी शॉपिंग की है । निधि पल पल की खबर ले रही थी कितने बजे चले है कहां पहुंचे है ।

निधि ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी है शादी की तैयारियों मैं , हर इंतजाम फाइव स्टार होटल के लेवल का किया है और सबकुछ नितेश ने बहुत अच्छे से मैनेज किया है ।

निधि का फोन बज रहा था पर वो तो उसे चार्जिंग मैं लगा कर बुटीक चली गई थी उसे हड़बड़ी मैं याद ही नहीं रहा फोन ले जाना ।

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बहुत देर से फोन बज रहा था ,उधर से निधि की कामवाली रमा निकली तो देखा तीस चालीस बार बज चुका था ,तो वो वहीं खड़ी रह गई की दोबारा बजे तो फोन उठा सके ,पांच मिनट के बाद फोन फिर बज उठा , साब का फोन था ,जैसे ही फोन उठा साब ने कहा निधि निधि तुम फोन क्यों नही उठा रही हो ,कहां हो तुम ? रमा ने कहा साहब मेमसाब तो बाहर गई है और फोन यही छोड़ गई है ,ये सुन कर नितेश फोन रख देता है और घर की ओर निकल पड़ता है ।

नितेश जैसे ही घर पहुंचता है वैसे ही निधि भी पहुंच जाती है और नितेश निधि को अपने साथ आने को कहता है और दोनो निकल पड़ते है ।

निधि पूछती है की कहां जा रहे है नितेश पर नितेश कुछ कह नहीं पाता है ।

नितेश निधि को सीधे अस्पताल ले जाता है , निधि को उतरने को कहता है तो निधि परेशान हो जाती है और उसकी समझ मैं कुछ नही आता है ,नितेश उसे हाथ पकड़ के अस्पताल के अंदर पहुंचता है और वहां का नजारा देख कर तो निधि के होश ही उड़ जाते है और वो लगभग बेहोश ही हो जाती है ।

शहर मैं घुसने ही वाले थे उसके भाई भाभियां और बच्चों की गाड़ी तभी एक ट्रक की चपेट मैं आने से दोनो ही गाडियां दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी । आगे वाली गाड़ी मैं सभी बड़े और शीतु ,आकाश और पीछे वाली गाड़ी मैं बाकी सभी बच्चे थे । आगे वाली गाड़ी पूरी क्षतिग्रस्त हो चुकी थी ।

निधि का तो रो रो कर बुरा हाल हो चुका था तभी नितेश उसके पास आया और बोला देखो निधि जो हो चुका है वो हो गया अब इस परिस्थिति से तुम्हे ही निपटना है अगर इस तरह से कमजोर होगी तो सबकुछ कौन संभालेगा , उठाे और खुद को संभालो मैं तुम्हारे साथ हूं ।

निधि और नितेश डॉक्टर्स के पास पहुंचते है और पता लगता है की उसके भाई भाभी और शीतू नही रहे है ,छोटी भाभी अभी बेहोश है कुछ कहा नहीं जा सकता और भैया अभी कोमा है ।

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बाकी बच्चे ठीक है बस खरोंचे है और सदमे मैं है , निधि बदहवास सी हो गई है समझ नही पा रही की क्या करे ये सब क्या होगया ,खुशियों के माहौल मैं ये किस की नजर लग गई ।

तभी उसकी भाभी को होश आता है और वो जानना चाहती है की बाकी सभी कैसे है पर डॉक्टर उन्हे बताने को मना कर देते है की वो अभी शायद सह न पाए सदमा । पर वो बहुत परेशान है बस जानना चाहती है सभी के बारे मैं तो निधि को उन्हे बताना पड़ता है और वो ये सब सुन कर फिर बेहोश हो जाती है ।

भैया तो कोमा मैं है और उनके दोनो पैर बुरी तरह से जख्मी हो चुके थे तो डॉक्टर्स को उन्हे काटना पड़ा , निधि इतनी भयावह स्तिथि का सामना करना पड़ेगा उसके परिवार को उसने कभी सोचा भी नही था , डॉक्टर के अनुसार उसकी भाभी के बचने की संभावना भी कम ही है और अंत मैं वो हार जाती है अपनी जिंदगी से ।

आज सभी की उठावनी का दिन है , शादी का हसीं खुशी का माहौल मातम मैं बदल चुका है , निधि की बेटी की शादी मैं उसका पूरा मायका खत्म हो चुका है । आने जाने वाले आ रहे है जा रहे है और दबी दबी जुबान मैं बातें भी हो रही है ।

सभी के जाने के पश्चात निधि सब बच्चों को अपने पास बुलाती है और सीने से लगा लेती है और कहती है की अब मैं तुम्हारी बुआ नही हूं मां हूं तुम सब मेरी जिम्मेदारी हो और तुम्हारे हर फर्ज मैं पूरा करूंगी , तुम सब अब मेरे साथ रहोगे और मुझे बुआ मां बुलाओगे ।

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