Moral Stories in Hindi : “राहुल बेटा ये तुम किसको घर ले आये हो, मैंने पहले ही कहा था कि मेरे कमरे में ऐसे वैसे लोग नहीं आने चाहिए, तुम अपनी ये यारी दोस्ती बाहर की बाहर ही निभाया करो, मेरे घर में दो बेटियां हैं तो मै इस तरह के लोग घर में आने नहीं दूंगा, मैंने तो तुम्हें अपना हाथ पकड़ाया था, पर तुमने तो मेरा गला ही पकड़ लिया, मैंने तुम्हें रात नौ बजे घर में आने की आज्ञा दी थी, क्योंकि तुम्हें कोचिंग से लौटते वक्त देर हो जाती थी, पर इस तरह के लोगों को मै घर में आने नहीं दे सकता।” राहुल ने सुनी और अनसुनी सी कर दी।
शर्मा जी ये दूसरी बार राहुल को आगाह कर रहे थे, राहुल उनके ही घर के पिछवाड़े में बने कमरे में रहता था और कोचिंग कर रहा था, राहुल बेहद ही गरीब घर का लड़का है और पढ़-लिखकर कुछ बन जाना चाहता है, पर उसके पास किराये के कमरे में रहने के लिए इतने पैसे नहीं थे, उसने शर्मा जी से विनती की कि अभी वो कम पैसों में घर दे दें, जब वो पढ़-लिखकर नौकरी कर लेगा तो सारे पैसे चुका देंगा, राहुल का पूरा भविष्य उनके सामने था, उन्होंने कमरे में रहने के कुछ नियम बनाएं और उसका उस वक्त हाथ थामा जब उसे सबसे ज्यादा जरूरत थी, राहुल ने भी वादा किया कि वो कभी इस घर के नियम नहीं तोड़ेगा।”
वो काफी महीने अच्छे से रहा, और कोचिंग की अच्छे से तैयारियां की, लेकिन पिछले कुछ हफ्तों से उसकी बोलचाल और चाल में काफी अंतर आ गया था, अब वो पहले की तरह शर्मा जी से बात भी नहीं करता था, गलत संगत में पड़ने की वजह से उसके व्यवहार में काफी फर्क आ गया था, वो अपने कमरे में संदिग्ध लोगों को लाने लगा, शर्मा जी ने उसे कमरा खाली करने का नोटिस दे दिया।
अगली सुबह वो सोकर उठे थे कि घर के बाहर काफी शोर शराबा था, उन्होंने बाहर आकर देखा कि पुलिस उनके घर के बाहर खड़ी है, राहुल को लूटी गई चैन और बाकी सामान के साथ पकड़ लिया गया, वो अपने दोस्तों के साथ मिलकर छीना-झपटी और लूटमार करने लगा था।
पुलिस शर्मा जी से मुखातिब होकर बोलती है.
” आपकी गलती है, आपने कुछ रूपयों के लालच में ऐसे बिगड़ैल लोगों को अपने घर में जगह दे रखी है, हमें आप जैसे सभ्य नागरिक से ये उम्मीद नहीं थी, पुलिस शर्मा जी को जिम्मेदार ठहराकर उनका गला पकड़ने लगी,” ऐसे लड़कों को घर में रखने से पहले आपने अच्छे से पूछताछ भी नहीं करी, ये पहले भी कई जगह लूटमार कर चुका है, और उन्हें चेतावनी देकर राहुल को पकड़कर ले जाने लगी।
शर्मा जी ने राहुल को रोककर दो थप्पड़ मारे,” राहुल तुमने मेरा विश्वास तोड़ा है, मैंने तुम्हें सहारा दिया था पर तुमने तो मेरा गला ही पकड़ लिया।” और उन्होंने राहुल को पुलिस के हवाले कर दिया।
धन्यवाद
लेखिका
अर्चना खंडेलवाल
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