Sunday दोपहर का वक़्त था…ऋतिका खाना का खा कर अपना laptop ले कर उसमें कुछ देख रही थी…. उसकी मम्मी और मौसी पास में ही बैठ कर बातें कर रही थी… वो भी उनकी कुछ -कुछ बातें सुनकर मुस्कुरा रही थी… |
तभी उसके पास notification आया… उसका ध्यान उसकी मम्मी और मौसी से हट कर उस notification पर गया…. जो कि facebook के messenger से आया था … उसने देखा उस पर… रोहित शर्मा लिखा हुआ था.. उसने एक पल को सोचा और messenger open किया… उस chat पर click किया तो chat box open हुआ…
उस msg में लिखा था …
Hi…
I am Rohit Sharma
आप ऋतिका श्रीवास्तव है ना?
थोड़ा रुक कर ऋतिका ने जवाब दिया
Hi…
जी….मैं ऋतिका श्रीवास्तव ही हूँ..
इतना लिख कर ऋतिका ने उसकी profile पर गयी… लेकिन उसे निराशा हाथ लगी.. Profile locked थी और फोटो वाली जगह पर भी एक ग्रुप फोटो लगी थी उसमें कई लोग थे जो award ले रहे थे |
Profile तो ऋतिका की भी locked ही थी और फोटो उसमें ऋतिका की भी नहीं लगी थी ..उसने भी राधा कृष्ण की एक फोटो लगा रखी थी |
Msg फिर आया
रुद्रपुर में आपका घर है ना? कन्हैया लाल धर्मशाला के पास वाली गली में?
अब हैरान होने की बारी ऋतिका की थी |
वो बहुत साल से दिल्ली में थी…रुद्रपुर छोड़े हुए उसे करीब 10 साल हो गए थे.. हाँ रिश्तेदार थे लेकिन नाम के इसलिए वो कभी वापस गयी नहीं…
ऋतिका ने msg किया
हाँ था कभी
इसके साथ ही ऋतिका सोचने लगी… कौन है ये जो ऐसे पूछ रहा है… ? रुद्रपुर में आस – पडोस में तो सबको पता ही है कि हम कहाँ है… और कभी -कभी मम्मी से उन सबकी बात भी होती रहती है … फिर ये कौन है… उसने बहुत सोचा लेकिन उसे कुछ याद नहीं आया | कोई पुराना दोस्त… लेकिन ऋतिका को इस नाम का कोई दोस्त याद नहीं आया |
एक और msg आया…मैं दो दिन पहले रुद्रपुर गया था …. तो आपके घर भी गया था… पता चला आप अब वहाँ नहीं रहते…
ह्म्म्म
ऋतिका ने छोटा सा जवाब दिया
आपने पहचाना नहीं होगा ना…? उसने फिर msg किया
ऋतिका ने वाला इमोजी बनाया और लिखा
नहीं…
Rohit ने msg किया
मैं तब 10th claas में था.. हम लोग बारात में अपने रिश्ते दार की शादी में गए थे जो रुद्रपुर में थी……. मेरी बहन और मम्मी को कपड़े change करने थे लेकिन उनको कहीं जगह नही मिल रही थी…. क्योंकि बहुत लोग थे शादी में …
पापा तब धर्मशाला के बाहर देखने गए कि कुछ हो जहाँ मम्मी change कर सके…. उनको आपके पापा दिखायी दिए तो उन्होंने उनसे पूछा…फिर आपके पापा उन्हें लेकर आपके ही घर गए जहाँ मेरी मम्मी और हम सबने कपड़े change किए …
पापा ने जाते वक़्त आपके पापा को बहुत – बहुत thanks बोला और फिर कभी आये तो जरूर मिलेंगे और आपके ऐसा बोल कर हम लोग चले गए | हमको वहीं शादी attend करके वापस जाना था इसलिए दोबारा मिल नही पाए |
ऋतिका ने जब ये सब पढ़ा तो उसे धुंधला सा कुछ याद आया |
Rohit ने फिर लिखा… शायद आपको याद नहीं… आप अपनी मम्मी से पूछना .. और uncle के बारे में जानकर दुख हुआ
ऋतिका ने msg
ह्म्म्म लिखा
रोहित ने फिर msg किया
ठीक है तो आप पूछना.. हम फिर बात करेंगे…
Have a nice day
Byee
ऋतिका ने भी
Same to you लिखा
और bye करके chatbox बंद कर दिया
ऋतिका जो काम कर रही वो करने लगी.. उसने देखा कि उसकी मम्मी और मौसी दोनों उठकर चली गयी थी..
रात को सोते वक़्त उसे याद आया रोहित के msg के बारे में…ऋतिका ने अपनी मम्मी से कहा – मम्मी आज एक msg आया था …. और जो रोहित ने कहा वो उसने अपनी मम्मी को भी बता दिया…
उसकी मम्मी ने कहा – हाँ याद है मुझे… वो लोग आए थे…बहुत अच्छे लोग थे… जाते वक़्त मुझे और तुम्हारे पापा को बहुत thanks बोला और कभी आए तो मिलने आयेंगे….और हमको भी आने को बोला… कहाँ रहते थे अब मुझे वो याद नही… उनके शायद एक बेटी और दो बेटे थे वैसे ठीक से मुझे याद नही….
अच्छा….
वो रुद्रपुर क्यों आए थे…
ऋतिका ने कहा वो तो मैंने नहीं पूछा..
अच्छा… कह कर मम्मी और मैं दोनों ही सो गए |
अगले दिन स्कूल था .. तो मैं उसमें busy हो गयी… और रोहित को लगभग भूल ही गयी थी |
पूरा हफ्ता ऐसे ही निकल गया… ऋतिका ने laptop नही खोला….बाकि काम उसका मोबाइल से हो जाता था… तो उसको ज़रूरत ही नहीं पड़ी..
एक हफ्ते बाद उसने किसी काम के लिए laptop खोला… तो देखा रोहित का msg था..
Hi…
अपने पूछा aunty जी से…
ये msg दो दिन पहले का था..
ऋतिका ने जवाब दिया…
हाँ पूछा मम्मी को याद है… लेकिन आप कहाँ से है ये याद नहीं? |
इतना लिख कर ऋतिका ने जिस काम के लिए laptop खोला था वो करने लगी..
लगभग 15 mnt बाद वो laptop बंद करने ही वाली थी कि रोहित का msg आया…
Ok…
Hi….
Are you there?
एक प्यारी सी लव स्टोरी -भाग 2
एक प्यारी सी लव स्टोरी (भाग -2) – अनु माथुर : Moral Stories in Hindi
धन्यवाद
स्वरचित
कल्पनिक कहानी
अनु माथुर
Mam part 15 k aage ki bhi story upload kriye please
Kabhi nahi