लड़की हूं तो क्या हुआ , मेरे भी अरमान हैं !! – स्वाति जैन: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : रागिनी यह क्या सुन रहा हुं मैं , तुम घर में डांस क्लास शुरू करना चाहती हो ?? क्या मैं तुम्हें पैसे नहीं देता जो तुम कमाई का जरिया ढूँढ रही हो साहिल गुस्से में रागिनी से बोला !!रागिनी बोली साहिल तुम तो जानते हो मुझे बचपन से ही नृत्य का शौक रहा हैं , नृत्य करने से मुझे खुशी मिलती हैं इसलिए मैंने डांस क्लास शुरू करने का मन बनाया हैं !! मैं तो बस इतना चाहती हूं की मेरी खुद की कोई पहचान हो !!
साहिल को यह सुनकर गुस्सा आ गया वह बोला मैं पेशे से इंजीनियर हूं , लोग क्या सोचेंगे एक इंजीनियर की पत्नी को ऐसी क्या जरूरत आ पड़ी कि बच्चों का डांस क्लास चलाने लगी !! रागिनी तुम्हें अपने यह सब शौक और अरमान अपने मायके में ही पुरे कर लेने चाहिए थे क्योंकि मैं नहीं चाहता कि तुम यहां मेरी इमेज डाउन करो , मैं बहुत पैसे कमाता हुं समझी !! रागिनी की आगे की बात सुने बिना ही साहिल वहां से अपना फरमान सुनाकर जा चुका था !!

यह साहिल ने पहली बार नहीं किया था ,जब भी रागिनी अपनी अधूरी ख्वाहिशें पूरी करना चाहती , साहिल इसी तरह रागिनी पर गुस्सा करता और अपने पेशे का रौब जमाकर रागिनी की ख्वाहिशों का गला घोंट देता !! आज फिर से एक बार रागिनी के अरमान साहिल दवारा कुचले जा चुके थे !!
रागिनी बुझे मन से रसोई में चाय बनाने चली गई , चाय गैस पर चढ़ाकर रागिनी अतीत में खो गई !! रागिनी हसमुख ,चंचल स्वभाव की लड़की थी और शुरू से ही बहुत अच्छा नृत्य किया करती थी !! भरत – नाट्यम और कत्थक में तो उसने महारथ हासिल की हुई थी और उसने कॉलेज में कई अवार्ड भी जीते थे !! प्रतिभाशाली और रूपवान रागिनी के लिए कईं लड़कों का दिल धड़कता था उसमें से ही एक लड़का था नरेश जो रागिनी से सीनियर था और पढ़ाई खत्म होने के बाद जॉब पर लग चुका था !!

रागिनी के साथ वह अपने भविष्य के सुनहरे सपने संजोना चाहता था …… रागिनी के कॉलेज का अंतिम वर्ष चल रहा था और रागिनी के माता- पिता ने रागिनी की शादी के लिए लड़का ढूंढना शुरू कर दिया !! रागिनी जिंदगी में बहुत कुछ करना चाहती थी ,अपनी पहचान बनाना चाहती थी मगर आलोक जी बोले बेटा तु अपनी सारी इच्छाएं शादी के बाद पूरी करना !! अगर तेरा पति और तेरे ससुराल वाले चाहेंगे तो तु अपना खुद का नाम ऊंचा जरूर करना !!

रागिनी बोली पापा एक बार मुझे मेरा कैरियर बना लेने दो फिर मैं शादी के लिए भी हां कर दुंगी !! रोहिणी जी बोली रागिनी तुम्हारे पापा बिल्कुल सही कह रहे हैं , लड़कियों की शादी जितनी जल्दी हो जाए उसी में सभी की भलाई हैं फिर तुम ससुराल जाकर अपनी ख्वाहिशें पूरी करना और फिर तुम्हारे पीछे तुम्हारी छोटी बहन सुनंदा भी तो हैं , एक बार तुम्हारी शादी हो जाए फिर हमें सुनंदा के लिए भी तो लड़का देखना हैं !!

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सुनंदा रागिनी से दो साल छोटी थी , रागिनी माता – पिता की मर्जी के सामने मन मसोस कर रह गई !! रागिनी के जिंदगी को और अपने कैरियर को लेकर जो सपने थे वे चकनाचूर हो गए थे !आज कॉलेज का अंतिम दिन था , सभी सहेलियां एक – दूसरे से बिछड़ने के गम में थी तभी वहां नरेश ने आकर रागिनी के सामने अपने प्रेम का इजहार किया !!

नरेश कॉलेज का पढ़ने में सबसे होशियार लड़का था , शायद ही कोई लड़की हो जो नरेश को ना कर दे , रागिनी को भी नरेश शुरू से पसंद था मगर नरेश ने अपने प्यार का इजहार किया भी था तो उस वक्त जब घर में उसके लिए लड़के देखे जा रहे थे !! नरेश बोला रागिनी मैं तुम्हें हमेशा खुश रखूंगा , तुम अपने घर में मेरे बारे में बात करो और मैं भी मेरे घर में तुम्हारे बारे में बात करता हुं ताकि हमारी शादी हो सके !!

मैं तुम्हें बहुत सालो से चाहता हुं मगर अब तक बोल नहीं पाया था !! मैं आज ही घर जाकर तुम्हारे बारे में मेरे माता- पिता को बताता हुं और तुम्हारे घर रिश्ता भिजवाता हुं !! रागिनी भी अंदर से खुश थी क्योंकि वह भी नरेश को पसंद करती थी और वह जानती थी नरेश लड़कियों की बहुत इज्जत करता हैं , वह उसे हमेशा खुश रखेगा और शादी के बाद उसे उसके मनपसंद कैरियर को चुनने में भी उसकी मदद करेगा !!

नरेश के घरवाले इस रिश्ते को करवाने तैयार हो चुके थे और उन्होने रागिनी के घर रिश्ता भेजा मगर आलोक जी बोले रागिनी तुम इस नरेश से शादी करना चाहती हो , हैं ही क्या इसके पास ?? यहां मैं तुम्हारे लिए डॉक्टर , इंजीनियर लड़के की तलाश कर रहा हुं और तुम एक नार्मल जॉब करनेवाले लड़के से शादी करना चाहती हो !! यहां तुम्हारे लिए कुछ लड़को की तस्वीर रखी हैं देख लो कोई इंजीनियर हैं तो कोई डॉक्टर हैं और तुम चाहती हो कि हम तुम्हारा हाथ नरेश के हाथों में दे दे जिसकी खुद की बहुत साधारण सी जिंदगी हैं !!

रागिनी बोली पापा वह मुझे बहुत खुश रखेगा , उसके घर की परिस्थितियों के कारण वह कुछ बन नहीं पाया मगर वह आगे भी कुछ अच्छा ही करेगा !! रोहिणी जी बोली रागिनी तेरे लिए इतने अच्छे – अच्छे रिश्ते सामने से चलकर आए हैं , मुर्ख मत बन और उन्होने साहिल की फोटो दिखाते हुए कहा यह लड़का इंजीनियर हैं और कल यह लोग तुझे देखने आएंगे , वैसे तो बायोडाटा में सब कुछ लिख दिया हैं मगर फिर भी वे लोग जो पूछे उसका जवाब दे देना !!

एक बार फिर रागिनी का दिल टूट गया और वह रो पड़ी !! नरेश का फोन रागिनी पर आया तो रागिनी बोली नरेश बेहतर होगा तुम मुझे भूलकर अपनी जिंदगी में आगे बढ़ो , मेरे घरवाले इस रिश्ते के लिए नहीं मानेंगे !! फोन रखकर वह अपने आप को ही कोसने लगी कि क्यूं लड़कियों को अपने दिल का कुछ भी करने नहीं दिया जाता ?? चाहे वह कैरियर हो या शादी क्यूं उसकी अपनी जिंदगी के फैसले लेने का हक उसे ही नहीं दिया जाता !!

वह रो पड़ी और पुरी रात रोती रही मगर उसके आंसूओं को समझने वाला घर में कोई ना था !! दूसरे दिन साहिल और उसके घरवाले रागिनी को देखने आ गए !! साहिल और रागिनी को अकेले में बात करने का मौका दिया गया तब साहिल ने रागिनी से कुछ गिने – चूने सवाल पूछे , रागिनी चाहती थी बताना कि वह जिंदगी में आगे क्या करना चाहती हैं मगर साहिल ने ऐसा कुछ नहीं पूछा !! जब वे दोनों बात करके बाहर पहुंचे तो घरवाले उत्सुकता से उनके सामने देख रहे थे जैसे बस हां सुनना चाहते हो !!

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साहिल ने रिश्ते के लिए हां कर दी थी और रागिनी से तो घरवालों ने पूछने तक की जहमत उठानी नहीं समझी थी क्यूंकि रागिनी की हां या ना से किसी को कहां फर्क पड़ता था !! लड़की वाला पक्ष तो पहले ही अपने आप को झुका हुआ समझता हैं , उनके लिए तो इतना ही काफी होता हैं कि लड़का अच्छी पोस्ट पर हो और ससुराल में बहुत पैसा हो ताकि उनकी बेटी राज करें बस यह दो बातें ज्यादा जरूरी होती हैं !!

खैर रागिनी का रिश्ता साहिल से जुड़ गया और अब रागिनी और साहिल की चैट पर या फोन पर बातें होने लगी !! रागिनी जब भी साहिल से अपने केरियर को लेकर कोई बात करती साहिल कोई इंटरेस्ट नहीं दिखाता या उसे अपना कोई काम याद आ जाता !! रागिनी समझ चुकी थी साहिल को रागिनी के सपनों को पूरा करने में कोई इंटरेस्ट नहीं हैं , बहुत बार साहिल से बात करने के बाद रागिनी मन मसोस कर रह जाती क्यूंकि साहिल सिर्फ अपने सपनों के बारे में बात करता , वह बस अपनी ऊंची पोस्ट और अपने रुतबे की सोचता !!

रागिनी सब जानते हुए कर भी क्या सकती थी इस समाज में रिश्ता होने के बाद तोड़ना मतलब कि हजारों लोगों की अलग – अलग बातों का शिकार होना !! एक बार रागिनी ने अपने माता – पिता से यह बात कही थी कि साहिल उसके सपनों और अरमानों को बिल्कुल अहमियत नहीं देता मगर रागिनी के मां – पापा तो इससे ही बहुत खुश थे कि उनकी बेटी को इंजीनियर लड़का मिला हैं बाकी रागिनी की खुशियों की चिंता ना मायके में किसी को थी और ना ही होनेवाले पति को ….. चाय बन गई क्या ?? साहिल की आवाज से रागिनी की तंद्रा टूटी और वह वर्तमान में लौटी !!

साहिल ने चाय का लुत्फ उठाया और लेपटॉप खोलकर अपने काम में लग गया !! रागिनी भी चाय पीने बैठी तभी उसकी बहन सुनंदा का फोन आया और वह रोते हुए बोली दीदी , मैं जानती हुं आज मुझे सिर्फ आप ही समझ पाएंगी !! रागिनी बोली हुआ क्या हैं सुनंदा , तु क्यूं रो रही हैं ?? सुनंदा बोली दीदी मैं और अमित जो कि अपनी ही सोसायटी में रहता हैं दोनों एक – दूसरे से शादी करना चाहते हैं मगर पापा – मम्मी ने तो मेरे लिए एक सी.ए लड़का पसंद करके रखा हैं !!

दीदी आप तो अमित को बचपन से जानती हैं , हम सब साथ ही बड़े हुए हैं , अमित बहुत अच्छा लड़का हैं यह बात मम्मी – पापा भी जानते हैं , अमित कमाता भी अच्छा हैं बस उसका यही कसूर हैं कि वह इंजीनियर या डॉक्टर नहीं हैं !! रागिनी सुनंदा से बोली तु रो मत , मैं कल की ट्रेन की टिकट बनवा देती हुं और मैं कल ही वहां आ जाऊंगी !!
रागिनी ने सोच लिया था कि वह अब सुनंदा के अरमान अपने माता – पिता द्वारा कुचले जाने नहीं देगी , वह सुनंदा के साथ वह सब नहीं होने देगी जो उसके साथ हुआ !!
रागिनी ने जब साहिल से अपने मायके जाने की बात कही तो साहिल फिर भड़क कर बोला अब क्या हो गया तुम्हें जो अचानक मायके जाना हैं !! रागिनी साहिल को क्या बताती वैसे भी साहिल रागिनी की कोई बात समझता कहां था ?? रागिनी भी इस बार गुस्से में बोली साहिल एक काम करो तुम भी चलो मेरे साथ कल मेरे मायके और खुद ही सब सुन भी लेना और देख भी लेना !!

साहिल वैसे भी रोज – रोज ऑफिस जाकर थोड़ा ऊब गया था , उसने सोचा कि थोड़ा चैंज भी मिल जाएगा इसलिए उसने अपनी और रागिनी की अगले दिन की ट्रेन की टिकट बनवा दी !! दूसरे दिन दोनों रागिनी के मायके पहुंच गए !! सुनंदा अपनी दीदी के आने से राहत महसूस कर रही थी वहीं उसके माता – पिता यूं बेटी – दामाद को अचानक देखकर दंग रह गए !! रागिनी ने सोच लिया था जो उसके साथ हुआ हैं वह अपनी बहन के साथ नहीं होने देगी !!

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रागिनी अपने माता – पिता से बोली मां अमित और उसके परिवार को हम सभी पहले से जानते हैं , उनके पूरे परिवार की तारीफ सभी लोग करते हैं मगर आप लोग सिर्फ सुनंदा की शादी इसलिए वहां नहीं करना चाहते कि अमित कोई डॉक्टर , इंजीनियर नहीं हैं मगर आप लोग यह क्यूं नहीं देख पा रहे कि अमित सुनंदा को वह खुशियां दे पाएगा जो शायद कोई डॉक्टर , इंजीनियर ना दे पाए !!

मां जब बचपन में लोरीयां सुनाती हैं तो उसमें एक भावी राजकुंवर के सपने दिखाती हैं मगर बड़े होने के बाद पता चलता है कि राजकुंवर तो वह होता हैं जो माता- पिता की नजर में सेट हो जाए , डॉक्टर , इंजीनियर या सी.ए !! भले दो दिल मिले या ना मिले मगर सेंटिंग मिलनी चाहिए फिर भले ही वह रिश्ता बेमानी ही क्यूं ना लगने लगे उसे निभाना नियती , तोड़ना त्रासदी और जिंदगी मजे से जीना अनहोनी सा लगने लगता हैं , जिसमें सबसे बड़ा रोल कोख का किराया वसूलने की नीयत हैं क्योंकि लड़की के घरवाले इस मानसिकता से ही उपर नहीं आ पा रहे हैं कि हम लड़कीवाले हैं !!

पश्चिमी सभ्यता अपनाने वाला हमारा समाज आज भी इस मामले में ठेठ भारतीय ही हैं !! जिस दिन लड़की वाले खुद्दार हो जाएंगे कि हमारे कलेजे का टुकड़ा दे रहे हैं , सहेज कर रखना वरना , खरीद फरोख्त चलेगी उस दिन सही मायने में लड़कियां आजाद कहलाएंगी !!

क्यूं हमेशा लड़कियों को अपने सपनों की बलि देकर अपने माता – पिता की इच्छाओं को स्वीकृति देनी पड़ती हैं बस इसलिए कि वह सिर्फ एक लड़की हैं , मम्मी – पापा आपको समझना होगा कि कन्या दान इस जीवन का सबसे बड़ा पुण्य दान माना गया हैं और इसे बहुत सोच – समझकर करना होगा वर्ना एक लड़की की जिंदगी हमेशा के लिए बर्बाद हो सकती हैं !! रागिनी की एक – एक बात सुनकर आज रागिनी के माता – पिता को तो शर्मिंदगी महसूस हो ही रही थी साथ – साथ साहिल की आंखों पर पड़ी पट्टी भी उतर रही थी !!

उसने भी तो अब तक यही किया था , जो लड़की मायके से अपने पति के साथ इतनी उम्मीदों से आती हैं कि पति उसके सारे सपने पूरे करेगा वह पति भी तो हर पल उसे नीचा दिखाता आया हैं !! साहिल ने सबसे पहले रागिनी से माफी मांगी और फिर रागिनी के माता – पिता से बोला रागिनी बहुत सही कह रही हैं हमेशा जरूरी नही होता कि एक लड़का जब इंजीनियर , डॉक्टर हो मतलब वह आपकी लड़की को खुश रखेगा , लड़के का अच्छी पोस्ट पर होने से ज्यादा मायने यह रखता हैं कि लड़का आपकी लड़की से कितना प्यार करता हैं और उसे कितना खुश रखेगा ….. रागिनी के माता – पिता को भी अपनी गलती का एहसास हो चुका था !!

अमित के घर से आए रिश्ते के लिए उन्होने हामी भर दी और सुनंदा और अमित की शादी हो गई !! साहिल को भी अपनी गलती का एहसास हो चुका था और वह रागिनी के अधूरे सपनों को उड़ान देने लगा !! रागिनी ने सबसे पहले तो बच्चों को डांस सिखाना शुरू किया जिसमें उसे बहुत खुशी मिलती थी !!

दोस्तों , आज भी इस जमाने में बहुत जगह यही देखने मिलता हैं कि लड़की के माता – पिता उसके लिए एक ऐसे वर की तलाश में रहते हैं जो डॉक्टर , सी.ए या इंजीनियर हो , भले ही लड़का – लड़की के दिल मिले ना मिले सेंटिग यही होती हैं कि लड़का अच्छी पोस्ट पर हैं !!

लड़कियों के अपने भी सपने हैं , उनकी अपनी पहचान को बस इस चक्कर में कभी खोने ना दे कि शादी के बाद अगर लड़का चाहेगा तो वह अपने सपनों को उड़ान देगी बल्कि अपनी लड़की को इतना आत्मनिर्भर बनाएं कि वह जिंदगी में अपने खुद के सपने अपने पैसों से पूरे करे और अपने लिए सही निर्णय ले !! दोस्तों आपकी इस कहानी को लेकर क्या राय हैं नीचे कमेंट में जरूर बताईएगा !! आपको यह कहानी कैसी लगी कृपया अपनी प्रतिक्रिया जरुर दीजिएगा तथा मेरी अन्य रचनाओं को पढ़ने के लिए मुझे फॉलो अवश्य करिएगा !!

स्वाति जैन

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