सालगिरह-प्रीति आनंद अस्थाना

जल्दी-जल्दी अपना काम निपटाकर जॉन ऑफिस से बाहर निकला। आज उसकी एनीवर्सरी थी। उसका टीना से वादा था कि आज का दिन वह सदा उसके साथ बिताएगा। पर सुबह सुबह बॉस का फ़ोन आ गया था, कुछ ज़रूरी फाइल्स निपटानी थी कल के प्रेजेंटेशन के लिए।

फूलवाले से उसने लाल गुलाब खरीदे, टीना के पसन्दीदा फूल थे ये। उसने गाड़ी फुल स्पीड से बढ़ा दी। तभी उसकी नज़र टीना के सेल्फी पर पड़ी।

उसके नीचे लिखा था,

“मुझे पता है तुम मुझसे बहुत प्यार करते हो, तुम्हें जल्दी से मेरे पास पहुँचना है,  पर तुम कभी तेज़ गाड़ी नहीं चलाओगे।

तुम्हारी टीना!”

पैर खुद-ब-खुद ब्रेक पर चले गए!

तीन वर्ष पुरानी बात थी। उनकी तीसरी एनीवर्सरी थी। सनसेट के बाद उनका मूवी देखने का प्लान था। टीना के फ़ेवरिट हीरो की फ़िल्म थी। जॉन भूल न जाए, इसलिए टीना ने उसे ढेरों मैसेज कर दिए थे। उस दिन बॉस ने छुट्टी भी नहीं दी और देर तक काम भी कराता रहा। लौटते वक्त, घर पहुँचने की जल्दी में जॉन ने  खूब स्पीड से गाड़ी चलाई। जब  टीना के पास पहुँचा तो सिर व हाथों पर पट्टियाँ बंधी हुई थीं!

उसे देख दौड़ी चली आई थी टीना! बेतहाशा रोते हुए उसे सीने से भींच लिया था।

“मुझे लगा, मैंने तुम्हें खो दिया है! अब आगे से ऐसा कुछ मत करना।”

उसने जॉन को बहुत समझाया, उससे वादा भी लिया कि वह तेज गाड़ी नहीं चलाएगा।

“मुझे बिल्कुल भरोसा नहीं तुम पर। कार में बैठ तुम मदहोश हो जाते हो!” उसकी पट्टियों वाली शक्ल के साथ उसने सेल्फी खींची और प्रिंट लेकर स्टीयरिंग व्हील के सामने लगा दी थी।

बहुत प्यार करती थी टीना उससे!

अपनी एनीवर्सरी वे बीच पर मनाते थे… आती हुई लहरों के बीच, हाथों में हाथ थामे डूबते हुए सूरज को देखते रहते। फिर कोई मूवी देखते। और अंत में एक अच्छी सी जगह डिनर! पर विगत दो वर्षों से…

“आ गया मैं, डिअर! नाराज़ मत हो। मि. शर्मा ने बुला लिया था। तुम्हें पता है, उन्हें अब मुझ पर नाज़ है। मैं उनका पसंदीदा एम्प्लॉई हूँ। अरे, हँसो मत! वो अब सचमुच मुझ पर सबसे ज़्यादा भरोसा करते हैं।”

……….

“हाँ, मैं अपनी पूरी देखभाल कर रहा हूँ, बिल्कुल वैसे ही, जैसे तुमने कहा था!”

………..

“पर अब मन करता है तुम्हारे पास आ जाऊँ, जल्दी से…”

अपने अविरल बहते आँसुओं की तरफ से बेपरवाह, जॉन ने गुलाब के लाल फूल टीना को दे दिए। वह कितना खुश हो जाती थी इन फूलों को पाकर। पर आज……

“हमारे सालगिरह की बहुत बहुत बधाई

, प्रिय टीना!”

फूल उसने टीना के कब्र पर रख दिए थे। हाँ, अब टीना यहीं थी। सबको सेफ ड्राइविंग का सलाह देने वाली टीना को सड़क दुर्घटना में एक शराबी, मदहोश ड्राइवर ने टक्कर मार दी थी।

 

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