“जिंदगी का फैसला” – कविता भड़ाना

गुस्से से तमतमाते हुए सुनील ने भड़ाक से दरवाजे पर लात जमाते हुए चिल्लाया ” बाहर निकल आज तुझे छोडूंगा नही समझती क्या है अपने आप को” कमरे में खुद को बंद कर सीमा डर से थर थर कांप रही थी, क्या करे ये सोच ही रही थी की तभी दरवाजा एक झटके से खुल गया और सामने सुनील लाल लाल आंखों से घूरते हुए हिरणी सी डरी सहमी सीमा को बालों से पकड़कर घसीटते हुए कमरे से बाहर निकाल लाता है, बाहर दोनों बच्चों के अलावा सास भी थी परंतु सुनील को समझाना उनके बस का नही था और इधर सुनील अमानवीय तरीके से सीमा को बुरी तरह पीट रहा था दोनों छोटे बच्चे दादी से लिपटे हुए मां को पीटते देख सुबक सुबक कर रो रहे थे पर बेचारी बूढ़ी दादी भी अपने बेटे को नहीं रोक पा रही थी।

इतनी मार से सीमा बेहोश हो गई तब जाकर सुनील ने उसे छोड़ा और घर से बाहर चला गया , बूढ़ी सास किसी तरह बेहोश पड़ी बहु को होश में लेकर आई तो दर्द से कहराते हुए सीमा उनके गले लगकर रोने लगी। किस जन्म की सजा मिल रही है मुझे माजी , कसूर क्या है मेरा , कैसे अपना घर बर्बाद होते हुए देख लूं, और बिलख बिलख कर रोने लगी… बेचारी बूढ़ी सास वो भी मजबूर थी, जानती है की गलत बेटा है, पर समझाने और डांटने के अलावा और कुछ नही कर पा रही है…. 

सीमा एक पढ़ी लिखी सीधी सी लड़की है, 15 साल पहले सुनील से शादी हुई थी। साधारण नैन नक्श वाली सीमा बहुत मिलनसार है, सुनील का खुद का बहुत बड़ा व्यवसाय है और शौक भी खूब ऊंचे ऊंचे… सीमा उसे कभी से भी अधिक पसंद नही थी इसलिए बाहर भी दूसरी औरतों पर खूब पैसा लुटाता था, बात यहां तक भी होती तो ठीक थी, पर अभी कुछ महीनों से सुनील ने घर आना कम कर दिया था, सीमा ने पता लगाया तो पैरो तले जमीन निकल गई जब मालूम चला कि सुनील ने एक दूसरे घर में रहना शुरू कर दिया है, किसी दूसरी औरत के साथ…… 

इसी बात का पता लगाने आज जब सीमा दूसरे घर के पते पर पहुंची तो देखा सुनील ने तो दूसरी शादी की हुई थी और एक बच्चा भी था। 

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सुनील उस समय घर नही था, सीमा ने उस औरत को खूब खरी खोटी सुनाई और “पहली बीवी के होते हुए दूसरी शादी गैर कानूनी होती है”कहकर और कानून का डर दिखाते हुए धमकी देकर घर आ गई… बस इसी बात पर सुनील ने सीमा का आज ये हाल किया था। 

शरीर और आत्मा पर लगे हुए घावों की टीस कम ही नही हो रही थी की तभी दोनों बच्चे अपनी मां के पास आए और रोते हुए बोले “पापा बहुत बुरे है मां” वो हमें भी ऐसे ही मारेंगे और लिपट कर रोने लगे … बच्चो के आंसू और भयभीत चेहरे देखकर सीमा को झटका सा लगा और कुछ   सोचकर एक फोन किया… 

शाम को सुनील के पास कोर्ट की तरफ से गैर कानूनी शादी और घरेलू हिंसा का नोटिस आया तो उसके होश उड़ गए, पहले  उसने सीमा को गुस्से से, फिर प्यार से फुसलाने की कोशिश की पर सीमा अब अपनी “जिंदगी का फैसला”ले चुकी थी जिसमे उसकी सास ने भी पूरा साथ दिया।

सुनील ने दूसरी चाल चली और सीमा को बोला की तलाक ले लेते है फिर तुम अपनी राह और में अपनी… पर सीमा ने कहा तुम्हे क्या लगता है मैं तुम्हे इतनी आसानी से आजाद कर दूंगी और व्यंग से बोली तुम बच्चो का और मेरा पूरा खर्चा भी उठाओगे और तुम्हे तलाक भी नही दूंगी , पूरे समाज में दूसरी बीवी के साथ जब हर जगह तुम्हारी थू थू होगी तब पता चलेगा तुम्हे… 

ये सुनकर सुनील ने हाथ उठाना चाहा तो सीमा बच्चो के सामने दहाड़ कर बोली खबरदार जो हाथ भी लगाया तो पति का हक तुम खो चुके हो और एक बात कान खोलकर सुन लो  पुलिस स्टेशन में “एफआईआर” पहले से ही लिखा आई हूं की यदि मुझे या मेरे बच्चो को जरा सी भी हानि हुई तो उसका जिम्मेवार तुम्हे माना जाए, सच्चाई यही है की अब मुझे अपने और अपने बच्चो की जिंदगी में तुम्हारे जैसे “पिता” और “पति” की कोई जरूरत नहीं है।

और हां,कल से में तुम्हारा ऑफिस भी ज्वाइन कर रही हूं और ये घर भी तुम्हे मेरे नाम करना होगा… 

तुम्हे मुझ से दिक्कत थी ना तो अब तुम आजाद हो लेकिन ये आजादी तुम्हे कितनी भारी पड़ेगी तुम अंदाजा भी नहीं लगा सकते अब तुम यहां से जा सकते हो… सुनील आज सीमा का ये रूप देख दंग रह गया और हारे हुए जुआरी की तरह वहा से भारी कदमों से लौट आया।

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इधर सीमा में गजब का आत्मविश्वास आ गया है , डरी सहमी रहने वाली सीमा आज खुद भी एक सफल उद्यमी है,  सासू मां आज भी सीमा के साथ ही रहती है और दोनो बच्चे भी पढ़ाई में मेधावी विद्यार्थियों में आते है,




उधर  सुनील को उसकी दूसरी बीवी भी छोड़ कर चली गई है ,मानसिक तनाव के कारण अब सुनील रात दिन शराब में डूबा रहता है, पछतावा भी होता और माफी भी मांगी पर सीमा और बच्चो ने दुबारा से साथ रहने के लिए साफ तौर से मना कर दिया है… 

कानूनी रूप से सीमा और सुनील आज भी पति पत्नी है पर दिलों की दूरियां इतनी है कि कभी एक नही हो पायेंगे। जिंदगी हमेशा दो रास्ते दिखाती है, सीमा ने भी घुट घुट कर जीने की बजाए अपने और अपने बच्चो की जिंदगी के लिए बेहतर विकल्प लिया और बहुत खुश भी है।

दोस्तो जिंदगी एक बार ही मिलती है इसकी कद्र करे, समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता तो मानसिक रूप से मजबूत बने , हंसे मुस्कुराए और जीए जी भर के😊

स्वरचित, काल्पनिक

साहित्य जो दिल को छू जाए 

#जिंदगी

कविता भड़ाना

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