हम थे जिनके सहारे वो हुए ना हमारे – मुकेश पटेल

संतोष जी बैंक में मैनेजर थे। उनको  दो बेटा और एक बेटी थी  बड़ा बेटा और बेटी की शादी हो गई थी,बड़ा बेटा अपनी पत्नी के साथ अलग फ्लैट लेकर रहता था। 

एक दिन उनकी पत्नी राधा जी  का बाथरूम में पैर फिसला और कमर में काफी चोट आ गई डॉक्टर को दिखाया गया तो डॉक्टर ने कम से कम 6 महीने के लिए बेड रेस्ट करने के लिए बोला।  संतोष जी ने अपने बड़े बेटे को कहा कि बहू को कुछ दिनों के लिए यही पर भेज दो तुम्हारी मां की देखभाल हो जाएगी।  लेकिन बहू ने बहाना लगाकर आने से मना कर दिया फिर उन्होंने अपनी बेटी को फोन किया।  सबको पता था कि मां जब बेड पर है तो मां को बहुत सेवा की जरूरत है।  बेटी ने भी बहाना कर आने से इनकार कर दिया। 

 अब संतोष जी को समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करें उन्होंने अपने गांव में रमेश को फोन लगाया जो उनके गांव के घर और जमीन की देखभाल करता था। संतोष जी ने कहा कि कुछ दिनों के लिए अपनी पत्नी को अपनी भाभी की देखभाल के लिए भेज दो।  रमेश बोला, “भाई साहब आप चिंता मत कीजिए मैं कल ही अपनी बेटी को लेकर आ जाता हूं वह भाभी जी की सेवा अच्छे से करेगी।” 

हैसियत

अगले दिन रमेश अपनी बेटी कजरी को लेकर दिल्ली  रमेश जी के घर आ गया। कजरी देखने में इतनी सुंदर थी कि बॉलीवुड की हीरोइन भी उसके सामने कुछ भी नहीं थी। कजरी मन लगाकर राधा जी की सेवा करने लगी। 

 संतोष जी का छोटा बेटा रोहित जो सॉफ्टवेयर इंजीनियर था।  कजरी की सुंदरता को देख पहले दिन से ही कजरी को पसंद करने लगा।  



धीरे-धीरे कजरी को भी रोहित अच्छा लगने लगा फिर क्या था 1 दिन रोहित ने कजरी से प्यार का इजहार कर दिया।  लेकिन कजरी ने रोहित से कहा,” रोहित जी हमारा प्यार कोई स्वीकार नहीं करेगा कहां आप घर के मालिक के बेटे और मैं इस घर के नौकर की बेटी हमारा आपका कोई मेल नहीं है।  मैं भी आपको पसंद करती हूं लेकिन प्यार करने की गुनाह नहीं कर सकती हूं।”  रोहित ने कजरी से कहा, “कजरी तुम किस दुनिया में जी रही हो आज जमाना कहां पहुंच गया है आज के जमाने में ऊंच-नीच का भेद खत्म हो गया है हम दोनों एडल्ट हैं और अपने जीवन का फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं।  कुछ भी हो जाए मैं तुम ही से शादी करूंगा।” 

1 दिन कजरी किचन में  सुबह सुबह नाश्ता बना रही थी तभी रोहित किचन में आया और बोला जल्दी से मेरा लंच पैक कर दो ऑफिस के लिए निकलना है लेट हो रहा है।  कजरी जल्दी-जल्दी रोटी बेलने लगी तभी उसके कंधे पर रोहित ने अपना हाथ जानबूझकर रख दिया।  रोहित के छूने से कजरी का बदन सिहर उठा।  एक नशा सा उसके बदन मे  महकने  लगा उसने भी पलट कर रोहित को चाहत भरी नजरों से देखा।  तब तक रोहित ने कजरी को अपने आगोश में ले लिया था।  कजरी भूल गई कि वह रोटी पका रही है तभी उसका ध्यान आया तब तक रोटी पूरी तरह से जल चुकी थी । 

अब तेरे बिन जी लेंगे हम

उस दिन के बाद से रोहित किसी न किसी बहाने कजरी को टच करने लगा। 

1 दिन रोहित के पापा रोहित की मां राधा जी को हॉस्पिटल लेकर गए थे घर में कोई नहीं था। रोहित भी आजकल ऑफिस नहीं जाता था बल्कि घर से ही work-from-home कर रहा था।  रोहित ने घर में कोई नहीं होने का फायदा उठाया और कजरी के कमरे में गया और कजरी को अपनी बाहों में भर लिया।  कजरी ने रोहित से स्वयं को छुड़ाने का बहुत प्रयास करती रही।  लेकिन रोहित यह बोलकर पकड़े रहा।  कजरी इस दिन का मुझे कई दिनों से इंतजार था अब मुझे मत रोको यह पल दोबारा नहीं मिलेगा आज हम दोनों को एक दूसरे में समा जाने दो आज दो जिस्म एक जान हो जाने दो इस पल को बर्बाद मत करो।  पापा, मम्मी को लेकर आने ही वाले होंगे। 

 कजरी कहती रही रोहित जी शादी से पहले यह सब सही नहीं है।  रोहित ने कहा, कजरी हम दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं।  बस मां को ठीक हो जाने दो मैं बहुत जल्द तुमसे शादी की बात अपनी मां से करूंगा।  ज्यादा देर तक कजरी अपने आप को रोक न सकी और रोहित के बातों में आ गई।  फिर क्या था  कजरी  एक प्रेयसी  की भांति रोहित के सीने से लग गई दोनों एक दूसरे के आलिंगन में बंधे प्यार की गहराई में डूबते रहे जब होश आया तो कजरी ने रोहित को अपने बाहों में भर कर कहा, “रोहित जी आप मुझे धोखा तो नहीं दोगे ना  मैंने आप पर बहुत भरोसा किया है  आप मुझे बीच रास्ते छोड़ तो नहीं दोगे ना मैं मर जाऊंगी मैं आपसे बहुत प्यार करती हूं रोहित जी।” 



 रोहित ने कहा, “कैसी बात करती हो कजरी मैं तुमसे प्यार करता हूं और मेरा प्यार कोई मजाक नहीं है।”  उस दिन के बाद से जब भी रोहित को मौका मिलता कजरी को अपनी आगोश में भर लेता।  कजरी भी रोहित से बहुत प्यार करने लगी थी इसलिए वह भी कुछ नहीं कहती थी।  उन दोनों के बीच मर्यादाओं की सीमा रेखा  अब टूट चुकी थी। कजरी प्यार के सुहाने सपनों के साथ-साथ सुंदर घर संसार के सपने भी देखने लगी थी। 

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 कजरी की सेवा की वजह से रोहित की मां को तो डॉक्टर ने 6 महीने तक बेड रेस्ट करने के लिए कहा लेकिन वह 4 महीने में ही बेड से उठ कर बैठने लगी यहां तक कि  अब धीरे-धीरे कजरी के सहारे चलने भी लगी। दो-तीन महीने में रोहित की मां राधा जी बिल्कुल ठीक हो गई।  कजरी भले ही उनके नौकर की बेटी थी लेकिन राधा जी को भी कजरी में अपनी बेटी नजर आने लगी। 

 1 दिन कजरी के पापा का फोन आया भाभी जी अब तो सब कुछ ठीक हो गया है मैं आ रहा हूं कजरी को गांव ले जाने के लिए।  राधा जी ने कजरी के पापा से कहा, “रमेश अब कजरी सिर्फ तुम्हारी ही बेटी नहीं है बल्कि मेरी भी बेटी है कजरी को आगे पढ़ाई करने का बहुत मन है मैं उसका एडमिशन यहीं पर करवा देती हूं उसकी पढ़ाई भी हो जाएगी और मेरी देखभाल भी करती रहेगी अब तुम कजरी की चिंता छोड़ दो कजरी मेरी बेटी है इसकी शादी मैं करूंगी।” 

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संडे के दिन सब देर से ही सो कर उठते थे इसलिए कजरी भी उस दिन देर से सोकर उठती थी।   आज भी संडे था लेकिन राधा जी ने कजरी को आकर जगाया और बोला कजरी जल्दी से किचन में आ जाओ रोहित को देखने के लिए लड़की वाले आ रहे हैं। 

 कजरी ने जैसे ही सुना कि रोहित को देखने के लिए लड़की वाले आ रहे हैं ऐसा लगा जैसे कजरी को किसी ने 440 वोल्ट का करंट लगा दिया हो और सीधे रोहित के कमरे में गई और रोहित को जगा कर बोली रोहित यह मैं क्या सुन रही हूं तुम्हें देखने के लिए लड़की वाले आ रहे हैं तुमने मुझे एक बार भी नहीं बताया कि लड़की वाले देखने आने वाले हैं तुम्हारा इरादा क्या है?

 रोहित ने कजरी को समझाया, “अरे पागल मुझे भी कल शाम को ही पता चला माँ ने  शाम को ही बताया था कि कल लड़की वाले देखने आने वाले हैं।  तू चिंता मत कर शादी तो मुझे करनी है ना मैं लड़की को नापसंद कर दूंगा।” 



 कजरी रोहित पर विश्वास कर किचन में जाकर मेहमानों के लिए खाना तैयार करने लगी। 

कुछ ही देर में लड़की वाले आ गए रोहित की मां ने राधा  से कहा, “राधा मेहमानों को पानी ला कर दे।” 

 राधा पानी लेकर जैसे ही ड्राइंग रूम में आई उसने देखा एक  आधुनिक आकर्षक और स्टाइलिश लड़की अपने मां-बाप के साथ सोफे पर बैठी हुई है देखने में खूबसूरती में कहीं भी उससे कम नहीं थी। 

कुछ देर बाद रोहित भी आकर ड्राइंग रूम में बैठ गया रोहित ने जब उस लड़की को देखा तो वह कजरी से भी ज्यादा खूबसूरत लगी जब उसे पता चला कि वह भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर है तो उसने मन बना लिया कि अब वह इसी लड़की से शादी करेगा।  उसे सोच लिया कजरी को कुछ पैसे देकर समझा देगा। 

लड़की वाले को भी लड़का पसंद आ गया था फिर क्या था थोड़ी ही देर में रोहित ने लड़की को रिंग पहनाया और लड़की ने रोहित को रिंग पहनाई  और अगले महीने  शादी की डेट फिक्स हो गई। 

 राधा यह सब देखकर गुस्से में लाल हो रही थी राधा, रोहित के धोखे की आग में जलने लगी थी उसे विश्वास ही नहीं था कि रोहित कभी उसे धोखा देगा। 

 जैसे ही सब मेहमान अपने घर को गए राधा रोहित के कमरे में गई और रोहित से बोली, “यह सब क्या है रोहित आपने तो उस लड़की से शादी करने के लिए हां कर दी।” 



 रोहित ने  झूठ बोला कि वह रिंग पहनाने  से पहले अपनी मां से कजरी के साथ शादी के बारे में बात किया था लेकिन मां को यह रिश्ता मंजूर नहीं था माँ ने कहा,  “एक नौकरानी की बेटी से शादी हमारा समाज स्वीकार नहीं करेगा”  तुम नीची जाति की हो इस वजह से तुमसे मेरी  शादी नहीं हो सकती है। कजरी मुझे लगा था मेरे मम्मी-पापा तुमसे शादी करने के लिए तैयार हो जाएंगे लेकिन वह राजी नहीं है मैं उनके खिलाफ जाकर शादी नहीं कर सकता मुझे माफ कर दो कजरी।” 

 “तो फिर प्यार क्यों किया था अगर  शादी नहीं करनी थी तो मुझे सपने क्यों दिखाए थे” तड़पकर कजरी बोली। 

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 रोहित कह रहा था, “देखो कजरी हम दोनों के बीच जो कुछ भी हुआ वह सिर्फ हमारा अकेले का फैसला नहीं था हम दोनों ने मिलकर एक दूसरे से प्यार किया और दोनों ने एक दूसरे की रजामंदी से संबंध बनाए थे।  लेकिन शादी ब्याह एक सामाजिक रिश्ता होता है इसके लिए समाज की अनुमति होना भी जरूरी होता है मैं अपने परिवार के खिलाफ नहीं जा सकता हूं शादी तो मुझे अपने मम्मी पापा के कहे अनुसार ही करनी होगी।” 

 कजरी ने कहा, “मैं समझ गई तुमने प्यार नहीं किया था बल्कि प्यार का नाटक किया था तुम्हें तो सिर्फ मेरा जिस्म प्यारा था और उसको तुमने पा लिया।” 

 रोहित ने कहा, “कजरी मैंने कब कहा कि मैं तुमसे प्यार नहीं करता हूं मैं तुमसे अभी भी प्यार करता हूं और मैं तुम्हें कभी भी अकेला नहीं छोडूंगा मेरा यकीन करो मैं शादी भले ही उस लड़की से कर लूं लेकिन मैं प्यार तुमसे ही करता हूं और इसकी व्यवस्था भी मैंने कर ली है मैं तुम्हारे लिए दूसरी जगह एक फ्लैट किराए पर ले लूंगा और शादी के बाद से तुम वही रहना हमारा रिश्ता वैसे ही चलता रहेगा मैं हमेशा तुम्हारा बना रहूंगा।  यह कह कर रोहित ने दोबारा से कजरी को अपने आगोश में ले लिया। 

 लेकिन इस बार कजरी को रोहित के आगोश में ऐसा लग रहा था बिच्छू  ने उसे जकड़ रखा हो  वह उस से आजाद होना चाहती थी। 

 कजरी रात भर जागती रही पूरी रात रोहित की बेवफाई के बारे में सोच-सोच कर रो रही थी कि उसने अपना सब कुछ गंवा  दिया है। अपनी इस हालत के बारे में किसी से कुछ नहीं कह सकती थी यहां तक कि अपनी मां बाप से भी इस बारे में जिक्र नहीं कर सकती थी क्योंकि इससे बदनामी उसी की होने वाली थी।  रोहित के लिए भले ही कजरी का प्यार जिस्म की भूख थी मगर उसने तो हृदय से रोहित को चाहा था तभी तो उसने अपना सब कुछ रोहित को समर्पित कर दिया था वह इतनी आसानी से रोहित को माफ नहीं कर सकती थी।  उसके  किए की सजा तो देनी ही होगी वह पूरी रात यही सोचती रही कि रोहित को सबक कैसे सिखाए जाए। 

 सुबह होते ही रोहित के कमरे में गई और रोहित से बोली रोहित मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं मैं तुम्हारे बिना अब नहीं रह सकती हूं।  मैं तुम्हारी बात मानने के लिए तैयार हूं मेरे लिए अलग से फ्लैट किराए पर ले लो मैं अपने मां-बाप से बोल दूंगी कि मेरी नौकरी लग गई है और अब मैं अलग  पीजी में रहती हूं। 

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फिर क्या था रोहित ने कजरी के लिए एक फ्लैट किराए पर ले लिया और कजरी का रहने का पूरा प्रबंध कर दिया वहां आसपास वाले सबको यही लगता था कि कजरी और रोहित दोनों पति-पत्नी है। 

कजरी ने सोच लिया था कि वह रोहित से अपने साथ हुए धोखे का बदला जरूर लेगी। उसने बाहर से एक सीसीटीवी कैमरा खरीदी और कमरे में बेड के ऊपर ऐसे छुपा दी कि कहीं से नजर ना आए कि यहां पर कैमरा लगा हो।  फिर एक दिन रोहित जब आया तो कजरी ने रोहित से कहा, “रोहित आपकी शादी की बात सुनकर मैं बहुत दुखी हो गई थी मगर मैंने खुद को संभाल लिया है शादी से पहले के इन दिनों को मैं भरपूर इंजॉय करना चाहती हूं आपकी बाहों में खो जाना चाहती हूं।  रोहित की तो मन मांगी मुराद पूरी हो रही थी उसने झट से कजरी को अपने बाहों में भर लिया। सब कुछ सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया था। 

 उसके बाद  कजरी ने चुपके से रोहित के फोन से रोहित की होने वाली पत्नी का नंबर ले लिया था।  फिर क्या था उसने उस वीडियो को एडिट किया और अपना चेहरा छुपा दिया और उस क्लिप को रोहित की पत्नी को व्हाट्सएप कर दिया। 

रोहित की होने वाली पत्नी ने जब यह वीडियो देखा तो उसने अपनी मां को बताया फिर क्या था उन्होंने एक पल में ही उस रिश्ते को तोड़ दिया जो लड़का  शादी से पहले  गैर लड़कियों से संबंध रखता हो उस लड़के से शादी करना बेवकूफी होगी। 

 अब रोहित की शादी टूट चुकी थी।  रोहित समझ गया था यह सब कुछ किया कराया कजरी का है उसने कजरी को फोन लगाया और कहा, “कजरी तूने अच्छा नहीं किया तुमने मेरी इज्जत को भरे बाजार नीलाम कर दिया अभी तो मेरी जिंदगी शुरु भी नहीं हुई थी और तुमने खत्म कर दिया तुमने मेरे प्यार का यही सिला दिया।” 

 कजरी ने कहा, “रोहित तुम्हारे जैसे लड़कों के साथ ऐसा ही होना चाहिए था।” 

कजरी ने फोन काट दिया और उसी समय अपने गांव अपने माता पिता के पास लौट चुकी थी।  रास्ते में जाते हुए मन में सुकून था कि जिस ने उसकी इज्जत बर्बाद की आज उससे उसने  अपने आंसुओं का बदला ले लिया था और ऐसा लग रहा था कि जैसे उसके जख्मों पर किसी ने प्यार से हाथ फेर दिया हो।

लेखक : मुकेश पटेल

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