ज़िन्दगी अब जिंदगी नहीं रही – शिव कुमारी शुक्ला
योगेश जी एक मैथ्स अध्यापक थे राजकीय विद्यालय में। अपने आप में मस्त मौला, अपनी ही धुन में रहने वाले। यूं तो उनके पास बी एस सी ,बी एड की डिग्रीयां थीं किन्तु वे रहन सहन, बोलने बात करने से ऐसे लगते जैसे कोई दिमाग से उतरा हुआ हो।लोग पीठ पीछे उन्हें जाहिल,गंवार कहते। कुछ … Read more