जब तुम मां बनोगी तब पता चलेगा – प्रतिमा श्रीवास्तव :  Moral Stories in Hindi

“मां जी आप इनके पीछे बच्चों जैसी पड़ी रहती हैं। हद्द हो जाती है कभी – कभी तो की बेटा ऑफिस से देर से आए तो गेट के पच्चीस चक्कर लगा डालती हैं। वैसे तो कहतीं हैं की आपके घुटने में दर्द है।जब तक ख़ाना नहीं खाते आप कुछ नहीं खातीं है। छोटे बच्चे हैं … Read more

गरीब कौन – लक्ष्मी त्यागी :  Moral Stories in Hindi

रुपाली के फोन की घंटी बजी, वो अभी अपने घरेलू कार्यों में व्यस्त थी। न जाने किसका फोन आ गया ?सोचकर वह अपने फोन को देखती है। फोन उसकी मम्मी का था ,नंबर देखकर वो परेशान हो गयी ,अब न जाने क्या बात हो गयी ? मम्मी से कितनी बार कहा है ?अब आपकी उम्र … Read more

काली रात – तृप्ति सिंह :  Moral Stories in Hindi

गाँव के उस सिरे पर, जहाँ पीपल का एक बूढ़ा पेड़ खड़ा था, वहीं मिट्टी की टूटी झोपड़ी में सावित्री अपने दो बच्चों के साथ रहती थी। दिन भर खेतों में दूसरों की मजदूरी करना और रात को बच्चों को आधे पेट खिला कर सुला देना ही उसकी दिनचर्या बन चुकी थी। पति रमेश शहर … Read more

मिल गयी हुनर को नई पहचान – अर्चना सिंह :  Moral Stories in Hindi

सोनिया ने अपनी ननद रम्भा से फोन पर कहा…”दीदी ! मम्मी जी दिन भर घर पर बोर होती रहती हैं, क्यों न उनके कला और शौक को बढ़ावा देने और उनका समय अच्छे से व्यतीत कराने के लिए कोई आर्ट गैलरी या आर्ट कॉर्नर खोल दें ? उनका मन लगा रहेगा । अपने पास हैदराबाद … Read more

वो काली रात – ज्योति आहूजा 

करीब दस साल पहले की बात है। नेहा अपने भाई की शादी अटेंड करने अंबाला आई थी। घर की बेटी थी, तो तीन-चार दिन चली हर रस्म में उसका मान-सम्मान अलग ही था। घड़ोली भरने की रस्म में माँ ने प्यार से एक कीमती सेट उसके हाथों में दिया और रिश्तेदारों ने भी कुछ कैश … Read more

जेठ जी की इतनी औकात कहां -स्वाती जैंन :  Moral Stories in Hindi

भाभी , यहां हर महिने का खर्चा कैसे चलता हैं ?? मेरा मतलब हैं हर महिने बिजली बिल , किराने का बिल कौन भरता हैं ?? देवरानी अंकिता अपनी जेठानी मेघा से बोली !! मेघा को अंकिता की यह बात सुनकर थोडी हैरानी हुई क्योंकि अभी अंकिता को शादी किए सिर्फ दस दिन हुए थे … Read more

कर्जदार – अर्चना नयन :  Moral Stories in Hindi

“मम्मी, मम्मी पता है आज स्कूल में क्या हुआ?”     चार साल की पंखुड़ी स्कूल से आते ही अपनी मां अनामिका को जब तक पूरी खबर ना वहां की बता दे चैन नहीं पड़ता उसे। आज तो कुछ ज्यादा ही एक्साइटेड लग रही थी पंखुड़ी। “बेटा पहले हाथ पैर धो लो ड्रेस चेंज कर लो फिर … Read more

‘पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया’ –  प्रतिभा भारद्वाज ‘प्रभा’ :  Moral Stories in Hindi

 “ये लो आंटी” ये प्यारे से शब्द सुनकर प्रमिला ने चौंककर देखा तो मासूम सी छोटी लड़की के हाथ में उसका पर्स था जो प्रमिला के हाथ से गिर गया था, और वह उसके पल्लू को खींचकर उससे कह रही थी।उसकी उम्र लगभग 5 वर्ष की रही होगी।यूँ तो वह इस लड़की को अक्सर मन्दिर … Read more

तुम्हे तब पता चलेगा, जब तुम मां बनोगी – उर्मिल  शर्मा :  Moral Stories in Hindi

    दुलारी अपने घर की सबसे प्यारी बेटी थी ,बड़े लाडचाव से पिता ने उसकी शादी रचाई ।शादी के साल बाद ही दुलारी ने एक बेटी को जन्म दिया ,जिसका नाम उसने खुशी रखा ।खुशी के आते ही घर में रौनक छा गई, दुलारी ने निर्णय ले लिया कि वह दूसरा बच्चा पैदा नहीं करेगी क्योंकि … Read more

जब तुम माँ बनोगी – डॉ० मनीषा भारद्वाज :

 Moral Stories in Hindi “नहीं! बिलकुल नहीं! ये  नीला वाला ड्रेस नहीं पहनूंगी! ये हरा मेरा फेवरेट ड्रेस है!” पांच साल की आद्या ने ज़मीन पर लोट लगा दी, उसकी आँखों से आंसुओं की नदियाँ बह रही थीं। उसकी माँ, आर्या, एक पल को जमी हुई मूर्ति की तरह खड़ी रह गई। उसके हाथ में … Read more

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