रक्षक – प्रियंका सक्सेना : Moral Stories in Hindi
बरसात की अँधेरी काली रात है। आसमान जैसे अपने आँचल से लगातार भर-भरकर पानी उड़ेल रहा है । ऐसा लग रहा है मानो बस बादल ही फटने की देर है । जिधर देखो सड़कों पर कीचड़, गड्ढे और अँधेरा ही अँधेरा, हाथ को हाथ सूझ नहीं रहा है दूर की तो छोड़िए पास का भी … Read more