” एक परिवार ऐसा भी ” – ​संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

पति की मृत्यु के बाद स्मिता अपने दो बच्चो को अपने अंक मे भरकर फूट फूट कर रो रही थी । ” मिट्ठू के पापा क्यो छोड़ कर चले गये हमें अब कौन हमारा सहारा बनेगा , क्या होगा कैसे होगा !” ” बेचारी स्मिता भरी जवानी मे विधवा हो गई , कैसे पालेगी वो … Read more

एक कुटुंब ऐसा भी – सुनीता मुखर्जी “श्रुति”Moral Stories in Hindi

“चाची..तुम तो रहने ही दो..! मैं कर देता हूंँ प्रथम बोला।” चाची की मदद करने के लिए साक्षी भी दौड़ती हुई आई। मुझे बताओ चाची मैं तुम्हारी मदद करती हूंँ। आज चाची ने रसोई के ऊपर चढ़कर साफ- सफाई का अभियान शुरू कर रखा था। दोनों बच्चे चाची से बहुत स्नेह करते थे।  “तुम लोग … Read more

 लालच की सज़ा – ​विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

  ” ये आप क्या कह रहें हैं महेश जी..मैंने तो आपसे बस तारीख आगे बढ़ाने की विनती की थी पर आपने तो सगाई का सामान लौटाकर रिश्ते से ही #मुँह मोड़ लिया…एक बार सोचि..।” फ़ोन डिस्कनेक्ट हो गया और प्रदीप जी बात अधूरी रह गई।    एक विवाह-समारोह में प्रदीप और महेश की मुलाकात हुई थी।महेश … Read more

 ‘तिरस्कार ‘ – ​राशि सिंह : Moral Stories in Hindi

​नेहा सजी सँवरी अपनी भाभी के कमरे में बैठी हुई थी आज पापाजी ने सख्ती से कह दिया था कि नेहा आज ऐसे रंग की साड़ी पहने जिसमें उसका रंग निखरा सा लगे क्योंकि पिछली बार जब लड़के वाले आए थे तब उसको सलवार सूट में ही दिखा दिया था जिसमें लड़के ने साफ मना … Read more

 हाय ! हनीमून – अर्चना सिंह : Moral Stories in Hindi

कुंदन का फोटो और बॉयोडाटा दिखाते हुए उर्वशी जी ने अपने पति माधव जी को कहा…”देखिए जी ! ये लड़का हर तरह से ठीक लग रहा है | एक बार श्रेया आ जाए ऑफिस से तो उससे बात करती हूँ । माधव जी ने हाँ में सिर हिलाते हुए चाय पीना शुरू किया तब तक … Read more

 मुँह मोड़ना – डॉ बीना कुण्डलिया : Moral Stories in Hindi

हीरा व्यापारी प्रताप नारायण पहली पत्नी के एक दस वर्षीय पुत्र राधे को छोड़ देहान्त के उपरांत, दूसरा विवाह कर लेते हैं।उनको दूसरी पत्नी से दो जुड़वां पुत्र होते हैं। धीरे धीरे उनकी संतानें बढ़ने लगती हैं । नई पत्नी प्रेमा अपने पुत्रों से तो खूब लाड़ प्यार व राधे से सारे घर बाहर के … Read more

 संयुक्त परिवार – खुशी : Moral Stories in Hindi

निशि एक 20 साल की लड़की थी जिसके लिए लड़के देखे जा रहे थे।परिवार में बड़ी बहन बबीता जिसकी शादी हो चुकी थी बड़ा भाई अमर जो पहले बहन की शादी कर अपनी शादी के बारे में सोचना चाह रहा था मां सीता देवी और पिता नारायण जी थे जो रेलवे में अकाउंटेंट थे।रिटायर हो … Read more

 “नमक मिर्च लगाना” – रजनी रियाल : Moral Stories in Hindi

गाँव की गलियों में मीरा की बातें हमेशा चलती थीं। कभी उसके नई साड़ी की चर्चा, तो कभी उसके पति के शहर से आए पैसे की। पर असली मज़ा तब आता, जब मोहल्ले की औरतें चौपाल पर जुटतीं और मीरा के पीछे नमक मिर्च लगाकर कहानियाँ बनातीं। एक दिन मीरा ने अपनी बेटी की पढ़ाई … Read more

 मेरी आत्मा को दुःख देकर तू कभी सुखी नहीं रह सकती – डोली पाठक : Moral Stories in Hindi

सांवला रंग और दोहरे हाड़ काठ की प्रमिला काकी जब तन कर चलती तो लोगों को उनके स्त्री कम पुरूष होने का आभास अधिक हुआ करता… तीन बेटियां और दो बेटे होने के दंभ के साथ वो जब रास्ते में निकलती तो… अनायास हीं मुहल्ले की स्त्रियां ईर्ष्या से भर उठती… प्रमिला काकी की बेटियां … Read more

 आत्मबल – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

पढ़ाई में अव्वल रहने वाला अनन्य घर मोहल्ले स्कूल रिश्तेदारी हर जगह सबकी आंखों का तारा था। माता पिता अपने बेटे में अपना सुनहरा भविष्य देख कर निहाल हो जाते थे।स्कूल के शिक्षक ऐसे मेधावी छात्र में भावी उच्च प्रशासनिक अधिकारी की छवि देख  गर्वित हो जाते थे।हर जगह अनन्य का डंका बजता था। किस्मत … Read more

error: Content is protected !!