नफरत की दीवार – रितिका सोनाली : Moral Stories in Hindi

गृहप्रवेश करने के लिए नयी दुल्हन ने जैसे ही पैर बढ़ाया, उससे १० साल बड़ी एकलौती ननद ने अपनी टांग आगे करके रोक दिया. “बहुत सुन्दर हार पहनी हो बहु, भाई ने मुझे तो नहीं दिलाया इतना सुन्दर. बढ़िया डिज़ाइन का खुद के लिए मायके से ले लिया और बेकार सी डिज़ाइन का मुझे दिलवा … Read more

चिरैया – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

सुजाता जी अकेली रह गई थीं घर में। संतान का सुख मिला नहीं था और महेश जी भी इस उम्र में हांथ छुड़ा कर चले गए थे। इंसान जन्म लेते ही अपनी आयु सीमा तय कर के ही पृथ्वी पर आता है। किसी ना किसी को तो जाना ही पड़ता है। जीवन और मृत्यु का … Read more

एक माफ़ी ने बिगड़ने से पहले रिश्ते सुधार दिए। – निमिषा गोस्वामी : Moral Stories in Hindi

सुहानी ए सुहानी सुनो अरे सुनो भी यार सौरभ ने सुहानी को पीछे से आवाज़ दी।हां बोलो क्या है? मुझे नहीं करनी अब कोई बात जाओ हटो यहां से सुहानी ने सौरभ का हाथ झटकते हुए कहा।असल में सौरभ और सुहानी दोनों स्कूल के समय के दोस्त हैं जो  कॉलेज में भी साथ-साथ ही पड़ते … Read more

नफरत की दीवार – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi

राघव, राधिका और मानव बचपन के दोस्त थे। साथ-साथ पढ़ते, खेलते, इधर-उधर घुमते, धमाचौकडी करते। न उनको चिंता थी, न उनके घरवालों को। निश्चल मैत्री की खुशबू सबके मन को आह्लादित करती। सबके परिवार में सरस प्रेमभाव था। एक दूजे के सुख-दुख में वे हमेशा साथ रहते। राघव, राधिका मेहनती थे। मन लगाकर पढ़ाई करना, … Read more

नफरत की दीवार – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

रजनी आफिस जाने वाली होती है, तभी रोशनी टिफिन पैक करके कहती -” सुनो रजनी आज पूरा टिफिन खत्म करके आना, तुम्हारी फेवरेट भरवां भिंडी बनाई है। ” इतना सुनते ही रजनी कहती-” अरे वाह भाभी आज तो खुब दबाकर खाऊंगी, क्योंकि आपसे अच्छी भिंडी तो कोई बना ही नहीं सकता।तब रोशनी खुश होकर कहती … Read more

गुड नाइट डायरी – चाँदनी झा : Moral Stories in Hindi

“तुमने जो सूरज को लेकर अपने मन में “नफ़रत की दीवार” खड़ी कर ली है, क्या वो सही है? सूरज मेरा दोस्त बाद में बना, पहले वो तुम्हारा दोस्त है। तुमको मेरे और सूरज के रिश्ते में शक है? तो,…मुझसे भी नफ़रत होनी चाहिए। ये क्या दोहरापन है, उसको म्यूट कर रखा है, अनफ्रेंड कर … Read more

ममता का दायित्व – रश्मि वैभव गर्ग : Moral Stories in Hindi

कृष्णकली नाम था उसका ..प्यार से सब कली ही बुलाते थे। ग़रीबी के साये में ही आँख खोली थी उसने। कली अपने माँ बाप की सबसे बड़ी संतान थी।उससे छोटी तीन बहिनें और थी। जीवन की कठिनाइयों में शिक्षा प्रायः गौण ही हो जाती है। दसवीं की परीक्षा में कली पूरक आई थी। पिता पर … Read more

नफरत की दीवार – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

सुनील और अनिल दो भाई दोनों की बहुत ही बनती थी दोनों एक दूसरे के बिना नहीं रहते थे खाना भी साथ में खाना और कहीं पर काम में जाना तो एक साथ जाना छोटे-छोटे बिजनेस करते थे कभी सुई धागा का बिजनेस तो कभी ब्रश बनाने का बिजनेस कभी बालों में लगाने वाले बैंड … Read more

“रिश्तो में नाराजगी सहन हो सकती है नफरत नहीं” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

बहु…. जरा देखना यह वही राधा कृष्ण की मूर्ति है ना जो 3 साल पहले तुम्हारे पापा के रिटायरमेंट पर हमने दी थी किंतु यह क्या बात हुई उन्होंने हमारे 50वीं शादी की सालगिरह पर वही मूर्ति हमें वापस उपहार में दे दी यह तो गलत बात है, वह ऐसा कैसे कर सकते हैं? किसी … Read more

‘एक माफी और ढेर स्नेह’ – अन्जना मनोज गर्ग : Moral Stories in Hindi

     नयी-नयी शादी हुयी थी कनिका की। पगफेरे की प्रथम रस्म के साथ ही पति देवेश के साथ वह शहर आ गयी थी साथ में सासूमाँ भी आयी थी ताकि आधुनिक कान्वेंट शिक्षित कनिका को घर सँभालना सिखा सकें। सासूमाँ गाँव की भोली-भाली अपने उसी पुराने और सरल तरीके से काम करने वाली महिला थी। आजकल … Read more

error: Content is protected !!