नफरत की दीवार – विनीता महक गोण्डवी : Moral Stories in Hindi

सुबह-सुबह मोहल्ले में श्रीवास्तव जी के घर से रोने की आवाज आ रही थी। एक साल पहले ही श्रीवास्तव अंकल ने मकान मेरे मोहल्ले के दूसरी तरफ खरीदा था। मन में बड़ी घबराहट हो रही थी। तभी मेरी कामवाली आई ,तो मैंने उससे पूछा क्या हुआ सरोज….? क्योंकि सरोज श्रीवास्तव अंकल के घर भी  काम … Read more

आपसी मतभेद – कविता झा’अविका’   : Moral Stories in Hindi

शांति देवी कितनी खुश थीं जब उनके बड़े बेटे रूपल की शादी सुगंधा से हुई जो कि बहुत ही सुन्दर थी जिसे देखकर हर कोई शांति देवी से कहता…   “चांँद का टुकड़ा ले आई हो आप तो। बहुत ही प्यारी हैं आपकी बहू।” शांति देवी भी अपनी किस्मत पर इतराती। सुगंधा सुंदर तो थी ही.. … Read more

देवर – पूनम सारस्वत  : Moral Stories in Hindi

बड़ी धूमधाम से शादी संपन्न हुई थी सरिता की। उसकी शादी चट मंगनी पट विवाह को चरितार्थ करने वाली रही। बहुत गहमागहमी रही उसकी शादी पर ,काम अधिक और समय कम था । पर सब कुछ बहुत अच्छे से हो गया । लाल जोड़े में परी सी सुंदर लग रही थी वो । इसी सुंदरता पर … Read more

“ढह ही गई नफ़रत की दीवार” – कुमुद मोहन   : Moral Stories in Hindi

“ये सब इस मनहूस की वजह से हुआ! जब वो जा रहा था कैसे रो रो के इसने अपशकुन किया था! जब से फ्रंट पर जाने की बात सुनी थी इसने शलभ को चैन की सांस तक ना लेने दी थी पूरे घर में मनहूसियत फैला के रखी थी!हर वक्त मुंह सूजाऐ घूमा करती! अरे!जब … Read more

मित्र – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi

 बरसों बाद इस शहर में आना हुआ। पुराने मित्र के बेटे की शादी थी… बड़ी मनुहार से बुलाया था,” तुम्हें बेटे के विवाह में सपरिवार आमंत्रित कर रहा हूं…भाभी जी और बच्चों के साथ आओ।”    मैं भी भावुक हो गया,” कोशिश करता हूं… बच्चे बाहर हैं… पत्नी की तबीयत ठीक नहीं रहती “। ” कोशिश … Read more

नफ़रत की दीवार – सरोजनी सक्सेना : Moral Stories in Hindi

सेठ भगवान दास जी का आढ़त का व्यापार है । वह अनाज के थोक विक्रेता हैं । वह बहुत ज्यादा सेठ नहीं है । मध्यम वर्गीय सेठ है । सेठ तो उनके दादाजी ने उनका सरनेम दिया हुआ था । भगवान दास जी की पत्नी सरला जी व्यवहार कुशल और सामाजिक महिला है । उन … Read more

रिश्ते बोझ नहीं होते – कमलेश आहूजा  : Moral Stories in Hindi

“सुनो छवि,मैं किसी काम से बाहर जा रही हूँ तुम दोपहर का खाना बना लेना।”नेहा आर्डर देते हुए बोली।”  “भाभी,मेरे पेट में बहुत दर्द हो रहा है मैं खाना नहीं बना पाऊँगी।” नेहा रुआँसी होकर बोली। “तुम्हारा तो रोज का ही कुछ न कुछ प्रॉब्लम रहता है…काम के नाम पे कभी सर में दर्द तो … Read more

पापा आपको शर्म नहीं आई , इस उम्र में यह सब करते हुए !! – स्वाती जैंन  : Moral Stories in Hindi

घनश्याम जी रात भर सोए नहीं थे , उन्हें कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा था , रात भर बुखार होने के कारण अब तो शरीर साथ भी नहीं दे रहा था फिर भी वे जैसे – तैसे उठे और अपने लिए चाय बनाई ताकि चाय के साथ कुछ खाकर दवाई ले पाए !! चाय … Read more

फिर भी बैर कम ना हुआ – रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

मम्मी जी! आज आप सभी से एक बात कहना चाहती हूं, इस घर के खर्चे अब दिनों दिन ज्यादा ही बढ़ते जा रहे हैं, महीने का राशन जब आता है यह और भैया बराबर बराबर देते हैं, पर फिर भी बीच में अगर कुछ घट जाता है तो उसकी जिम्मेदारी उनके ही हिस्से क्यों आती … Read more

एक माफ़ी ने बिगड़ने से पहले रिश्ते सुधार दिए – रंजीता पाण्डेय   : Moral Stories in Hindi

रुचि क्या कर रही हो?मेरे पास आओ , रामरती जी ने बोला , रुचि आ गयी और बोली क्या हुआ माँ जी, ? दो दिन बाद तुम्हारी छोटी चाची (मोना) जी आ रही है, रुचि ने बोला मुझे पता है , माँ जी ।रामरती जी ने बोला , थोडा चुप रहेगी , पहले मेरी पूरी … Read more

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