महत्वपूर्ण कौन? पैसा या रिश्ता – लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi

मीरा अपनी बेटी ममता के साथ बेटे की शादी की शॉपिंग करके घर पहुंची तो उसने ड्राइंग हॉल मे सास और पति के साथ अपनी ननद को भी बैठे हुए देखा। ननद के आने की जानकारी उसे नहीं थी इसलिए उसे थोड़ा आश्चर्य हुआ लेकिन उसने सोचा अच्छा ही है दीदी आ गईं है तो … Read more

 मुहँ मोड़ना – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi

एक बार बृद्धाश्रम में मेरा जाना हुआ बाहर एक अम्मा बैठी बैठी चश्मा साफ कर रही थी मैं उसके पास जाकर बैठ गया और उसके बारे में पूछने लगा कि अम्मा आपका यहां कैसे आना हुआ क्या आपके परिवार में कोई नही है? थोड़ा जोर डालने पर वो बोली नही बेटा ऐसी बात नही है … Read more

 स्वार्थी संसार – डोली पाठक : Moral Stories in Hindi

एक तीन साल की बच्ची के बाद दिशा दूसरी बार मां बनने वाली थी। घर में इस खुशखबरी को सुनकर किसी को अधिक प्रसन्नता नहीं हुई क्योंकि घर में सबको जहां नयी बहू की तरफ से उम्मीद थी इस खुशखबरी कि वहीं बड़ी बहू की तरफ से मिली ये खुशखबरी भला उन्हें खुशी कैसे दे … Read more

 सच्चा प्यार – अनिता मंदिलवार सपना : Moral Stories in Hindi

 राम एक युवा व्यक्ति है जो कम पढ़ा लिखा ग्रामीण है । उसी गांव में मनीषा की मौसी रहती है जहां गर्मी की छुट्टियों में वह घूमने जाती है एक दिन उसकी मुलाकात राम से होती है जो खेत में काम कर रहा होता है और मनीषा अपनी मौसी के साथ गांव घूमने निकली है … Read more

 किसका घर – अनिता मंदिलवार सपना : Moral Stories in Hindi

        विवेक और छाया में जब भी कहा सुनी होती  तो विवेक छाया से कहता ये तुम्हारा घर नहीं है ।  छाया की सास और नमक मिर्च लगाकर बात का बतंगड़ बनाती रहती । विवेक तो कम पर चला जाता । छाया मन ही मन कुढ़ती रहती और सोचती कि आखिर मेरा घर है कहाँ  । … Read more

 ससुराल बना मायका – डॉ बीना कुण्डलिया : Moral Stories in Hindi

नारी जीवन तेरी भी ये कैसी अजीब कहानी…एक घर जहां जन्म व परवरिश यानि जीवन के प्रारंभिक पल, बालपन, अट्ठारह बर्ष का लम्बा सफर तय किया फिर विवाह कर दूसरे घर चली गई मालती एकदम नया घर नया माहौल…बहुत सहनशीलता चाहिए ढलने की ताकत बरकरार रखने के लिए, जहां कदम कदम पर कर्तव्य पूर्ति की … Read more

 संबंध – खुशी : Moral Stories in Hindi

ये कहानी हैं रागिनी जी की ।रागिनी 4 भाई बहनों में सबसे छोटी थी।दो बहनों रोहिणी और पूर्णिमा की शादी हो गई और उनके पिताजी को बिजनेस में लॉस होने की वजह से हृदयाघात हुआ और उनका देहांत हो गया भाई अमन एक रेलवे में इंजीनियर था तो उसकी ट्रांसफर नासिक हो गई इसलिए रागिनी … Read more

 सुधार कभी भी सम्भव है – लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi

विभा अपने कमरे मे बेचैन हो कर  इधर उधर घूम रही थी। जैसे जैसे समय व्यतीत हो रहा था उसकी बेचैनी बढ़ती जा रही थी। कभी सोचती आज शाम ही नहीं होता, कभी सोचती रमेश ऑफिस से ही कही टुर पर चले जाते तो अच्छा रहता। उसकी सोच पर कोई लगाम ही नहीं था। कुछ … Read more

 जीतना ही है… – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi

महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में निष्णात धावक अनमोल एक कदम पीछे रह गया था। मामूली सा अंतर था। लेकिन वह पाट न सका। हार से सबका मन उदास था। हार, हार होती है।  ” सबकी आकांक्षाओं पर पानी फेर दिया तुमने।” मित्रगण ताना दे रहे थे। ” ओफ्हो! तुम कभी कुछ नहीं कर सकते।”  पापा नाराज … Read more

 स्वार्थी संसार – विनीता महक गोण्डवी : Moral Stories in Hindi

सुरेश जी की बेटी रीना की शादी थी। पूरे घर में खूब चहल-पहल थी ।विवाह कार्यक्रम चल रहे थे। रीना की चचेरी बहन दिव्या भी सारे कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही थी जो रीना की हम उम्र थी। दिव्या सर्वगुणसंपन्न  और देखने में बड़े आकर्षक नैन-नक्श की थी और रीना अमीर पिता की … Read more

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