बड़ी बहू – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral Stories in Hindi

जब सुजाता अपने पति राघव के नाम का सिंदूर और अपने पति के साथ ससुराल में कदम रखा था तो जानकी जी यानी उनके सासु मां ने  उसकी आरती उतारते हुए कहा था” सुजाता बहू बहुत-बहुत स्वागत है तुम्हारा इस घर में।। इस घर की बड़ी बहू हो तुम , याद रहे अपनी जिम्मेदारी समझना … Read more

समोसे वाली दोस्ती – अर्चना सिंह : Moral Stories in Hindi

सलोनी ने फोन उठाते हुए हेलो किया । वही चहकती, खिलखिलाती पहचानी सी आवाज़ लगी । आवाज़ थोड़ी कट रही थी  और फोन भी कट गया । इत्मिनान होकर भी वह घर के अनसुलझे कामों में ब्यस्त होकर सोच नहीं पाई की आवाज़ किसकी थी । इतनी ही देर में दुबारा फोन आ गया । … Read more

अंतिम इच्छा – दिक्षा बागदरे : Moral Stories in Hindi

“डॉक्टर साहब मैं कब मरूंगी ??” आज जिया राजस्थान अस्पताल में आईसीयू में डॉक्टर शर्मा से यह सवाल पूछ रही थी।  डॉ शर्मा स्तब्ध से जिया की ओर देखने लगे। जिया से इस तरह के सवाल की अपेक्षा उन्हें बिल्कुल नहीं थी।  वह अच्छी तरह से जानते थे की जिया कैंसर की फोर्थ स्टेज से … Read more

माँ मेरी पत्नी की जगह आपकी बेटी होती तो – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi

मनमीत और रेखा की शादी हुए तीन साल हो गए थे उसकी पत्नी रेखा बहुत ही सुंदर और सरल स्वभाव की थी पूरा दिन घर के काम में लगी रहती। सारा काम करने के बाबजूद उसकी सास हमेशा उसे कोसती रहती बात बात पर ताने मारती रहती क्योंकि शादी के तीन साल बाद भी रेखा … Read more

माँ अगर मेरी पत्नी की जगह आपकी बेटी होती तो – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

कमल कहा हो बेटा? देखो जरा सलोनी, क्या कर रही है?माँ क्या हुआ? बताओ मैं कर देता हूँ, नहीं, नही ,सलोनी को ही बुलाओ, मेरे सर में  बहुत दर्द हो रहा है , अदरक वाली एक चाय बना के दे, दे हमको बस । माँ कामवाली आ गयी है , वो बर्तन धो ले फिर … Read more

असली बड़ी बहू – संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

 सावित्री जी की मृत्यु के बाद कल सारे कर्मकांड काज ठीक से संपन्न हो गये…,नाते -रिश्तेदार भी वापस जा चुके थे, इकलौती ननद भी अपने घर चली गई, अब घर में सिर्फ सावित्री जी के बड़े बेटे रमन का परिवार रह गया,। छोटी बहू नंदा सुबह का खाना बना कर बाहर निकल रही थी कि … Read more

माँ मेरी पत्नी के जगह आपकी बेटी होती तो …. – सिम्मी नाथ : Moral Stories in Hindi

हर्षित अपनी माँ  की ओर देखता हुआ  आहत स्वर में बोला । सबिता जी उसकी बातें सुनकर दहाड़ उठीं , तुम्हें अपनी पत्नी और अपनी ससुराल के अतिरिक्त कुछ नहीं दिखता। रिद्धि सारी बातें सुन रही थी  , उसने अपने आंसुओं पर काबू रखते हुए कहा कोई बात नहीं मम्मी जी मैं छोटे की शादी … Read more

बड़ी बहू – डॉ बीना कुण्डलिया : Moral Stories in Hindi

अरे राधाऽऽऽ ओ बहुरानीऽऽऽ बेटा कहां हो इसके बिना तो हम बिल्कुल अपाहिज से होकर रह गये हैं…थोड़ा गर्म पानी दे दो बिटिया, सुबह से गले में जकड़न सी हो रही है सोच रही गरारे कर गला साफ कर लेती ।  “ हे भगवान ये बैठे बिठाए क्या मुसीबत गले पड़ आई” क्या कल जाना … Read more

बड़ी बहू – मनु वाशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

मैं सूत्रधार, मेरा कोई रूप या आकार नहीं, कहीं भी आ जा सकता हूं, किसी के भी मन की बात जान, बता सकता हूं। और उसे अपनी जुबां दे सकता हूं। आज एक ऐसे ही प्रसंग पर मैं सूत्रधार बन अपनी प्रतिक्रिया दे रहा हूं। पुरुषों! तुम्हारे लिए बहुत आसान होता है ना, महान बनना … Read more

एक मॉ ऐसी भी – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

बिन बाप की बेटी आशा को मॉ के लाड़ प्यार ने बिगाड़ दिया था। उसकी हर जायज नाजायज जिद पूरी करती थीं। बड़ा भाई मॉ से बहुत कहता कि थोड़ा कंट्रोल करो, कल ससुराल जाएगी तो परेशानी हो सकती है। मॉ बोलती, मैं अपने पैसे खर्च करती हूं, तेरे पेट में क्यों दर्द होता है। … Read more

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