जिम्मेदारी तो निभानी पड़ेगी – कमलेश आहूजा : Moral Stories in Hindi
“पूरे दिन मैं घर और ऑफिस के काम में लगी रहती हूँ,मुझे एक मिनट की भी फुर्सत नहीं मिलती और तुम कह रहे हो,कि मम्मी जी को अपने पास बुला लेते हैं।”शुभ्रा गुस्से से पति राजीव से बोली। “तुम्हारे ये बहाने मैं कब से सुनता आ रहा हूँ।दस साल हो गए पापा को गए हुए।माँ … Read more