ढलती सांझ – शशि शर्मा : Moral Stories in Hindi
हरिद्वार – मायके, गर्मियों की छुट्टियाँ बिताने गुड़िया को लेकर आयी थी। खाना खाने के बाद गुड़िया को सुलाकर छत पर चली गयी। अँधेरा हो चुका था, छत पर टहल रही थी कि अचानक आवाज़ सुनाई दी – गुड्डू बेटे नीचे आ जा। नहीं नानी मैं नीचे नहीं आऊँगा, आप रोज़ कहती हो मम्मा आ … Read more