अपमान बना वरदान – शैलेश सिंह “शैल : Moral Stories in Hindi

देखो बहू… हमारे खानदान में कभी किसी महिला ने नौकरी नहीं की है। हम इतने रसूखदार पहले से ही थे कि किसी को कभी जरूरत ही नही पड़ी। रही बात शिक्षा की तो सभी महिलाएँ शिक्षित हैं। मैंने खुद ने अपने समय में मास्टर किया था। तुम्हारी दादी सास भी बारहवीं तक पढ़ी थी। रमा … Read more

अहंकार में रहना – डॉ बीना कुण्डलिया : Moral Stories in Hindi

मम्मा…मम्मा  सुनो तो मुझे वो रंग बिरंगी टाॅफी खानी है…जो सामने फुटपाथ पर पान की दुकान पर रखी थी । बंटी, माँ के साथ स्कूल जाते वक्त उन्हें देखकर खाने के लिए मचलने लगा…शायद वो उनका स्वाद चख चुका था तभी दुबारा खाने को इतना लालायित नजर आ रहा था ।  मम्मा ऽऽ ये बहुत … Read more

“चरित्र से पहचान होती है।” – चाँदनी झा : Moral Stories in Hindi

“आँखों पर ज्यादा चर्बी चढ़ गयी है?” जो तुम खुद को होशियार समझ रही हो? और मेरे घरवालों को बेवकूफ़? मैंने तुम्हें पहले ही कह दिया था, मेरे घर में मेरी माँ की चलती है, वो जैसा कहेंगी, तुम्हें करना है। तुमने हाँ कहा था, तभी मैंने शादी किया था, नहीं तो…….” अपनी बात कहते, … Read more

मैं बेटी के मोह में सही गलत का फर्क भूल गई – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

जब से सुमन की शादी तय हुई है सरिता उसके पीछे पड़ गई थी कि इतने बड़े घर में तेरा ब्याह हो रहा है मुझे डर लग रहा है कि तुम वहाँ कैसे रह पाओगी । सुमन- माँ वे भी इनसान ही हैं और अच्छे लोग हैं आप तो ऐसे कह रही हैं जैसे मैं … Read more

रिश्ता – एम.पी.सिंह : Moral Stories in Hindi

आनंद, शाम को तैयार रहना, तेरे लिये लड़की देखने जाना है, बिना जवाब सुने पापा बाहर निकल गए। ये आवाज अक्सर कानो मे पड़ती। फिर हम लड़की देखने जाते, मॉ को अगर लड़की पसंद आती तो बाबूजी मना कर देते, अगर दोनों को पसंद आती तो मैं मना कर देता। ये सिलसिला लगभग साल भर … Read more

गम – अर्चना सिंह : Moral Stories in Hindi

रामदीन जी सेवा निवृत्त अध्यापक थे उनकी पत्नी देविका जी की अचानक हृदयाघात से मृत्यु हो गयी थी । उनका पार्थिव शरीर बड़े बेटे हर्ष के इंतज़ार में रखा हुआ था । जीवन संगिनी के जाने का गम रामदीन जी को अंदर ही अंदर खाए जा रहा था । घर में सभी परिवार रिश्तेदारों की … Read more

अपमान बना वरदान – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

आज बहुत लंबे अरसे के बाद आयुष को फीनिक्स मॉल से निकलते हुए देखा… मुझे देखकर आयुष भी ठिठक कर खड़ा हो गया… कुछ कहता तब तक मेरे पति राजेश गाड़ी पार्किंग में लगा कर आ गए… मन खिन्न हो चुका था.. पर इतने अच्छे मूड में राजेश थे कि… खूब सारी शॉपिंग करने के … Read more

मी टाइम – उमा महाजन : Moral Stories in Hindi

राधिका तुम अपना सारा ‘मी टाइम'(अपना समय) इस लिखने-लिखाने में ही गंवा देती हो। घर से बाहर निकलकर भी दुनिया देखो। किसी ‘किट्टी पार्टी’ या ‘क्लब’ की सदस्य ही बन जाओ। यदि कहो, तो मैं तुम्हें ‘रेड क्रास सोसायटी’ या इन्हरव्हील क्लब’ की सदस्यता दिलवा दूं, मेरे दो मित्रों की पत्नियां इनकी सदस्य हैं।   ज्ञक्षराधिका … Read more

रईसी – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

आंखों पर बहुते चर्बी चढ़ गई है का, सामने आदमी जा रहा है लागत है कार में बैठकर सड़क के लोग  दिखाई नहीं देते का..!!मोहन जी ने सड़क पर गिरे हुए आदमी को उठाते हुए कार रुकवाने की पुरजोर आवाज लगाई तो समीर ने कार रोकने के बजाय आगे बढ़ा दी। अरे ओ समीरवा पिता … Read more

अपमान बना वरदान – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

डॉली के दो बेटे दोनों पढ़ने में बहुत होशियार एक छोटे से गांव में डॉली की शादी हुई भरा पूरा परिवार पति राजेश का बिजनेस आसमान छू रहा था पैसा इतना था किसी चीज की कमी नहीं थी बेटे नवीन और रितिक दोनों पढ़ने में बहुत होशियार हमेशा अब्बल रहने वाले बच्चे गलत रास्ते में … Read more

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