घर की इज़्ज़त – रश्मि सिंह : Moral Stories in Hindi

कपिल-राशि मेरी घड़ी कहाँ है, मेरी पर्स भी नहीं दिख रही । राशि-आ रही हूँ । राशि रसोईघर से भागती हुई कमरे की ओर दौड़ी । कपिल-घर में इतने नौकर है लेकिन जब देखों किचन में घुसी रहती हो, मेरी चीज़ों का कोई ध्यान नहीं है तुम्हें। शादी करके क्या तुम्हें देखने के लिए लाया … Read more

ऋण – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय  : Moral Stories in Hindi

आज अम्मा की पहली बरसी थी।अम्मा ने हम सबसे कहा था “मुझे कभी मरा हुआ मत समझना, मैं तुम्हारे आसपास ही रहूंगी। मेरी जिंदगी मेरे बच्चे हैं इसलिए मेरा जन्मदिन हमेशा मानते रहना।” ऐसा संयोग हुआ कि जिस दिन अम्मा का जन्मदिन था उसी दिन उनकी मृत्यु भी हुई थी। एकदम ठीक थीं अम्मा लेकिन … Read more

पड़ोसी या परिवार? – एम. पी. सिंह : Moral Stories in Hindi

सुमित ओर उसकी बीवी डिफेंस कॉलोनी में रहते थे ओर दोनो काफी मिलनसार थे।कहने को तो उनका पूरा परिवार था, 2 भाई, 1 बहन और उनके बच्चे। उनका बेटा अतुल, उनकी बहू ओर उनकी बेटी। सुमित के दोनो भाई नोकरी करने दूसरे शहर चले गऐ ओर वही सैटल हो गए। बहन भी शादी दूसरे शहर … Read more

कलंक बना तिलक – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi

“आप ऐसा कैसे कर सकते हैं ” मेरे घर की इज्जत का सवाल है भाई साहब मैं अपने घर-परिवार नाते -रिश्तेदारों से क्या कहूंगी आप लोगों ने शादी क्यों तोड़ दी भाई साहब मेरी बेटी बदनाम हो जाएगी हम समाज में क्या मुंह दिखाएंगे?” गायत्री जी ने घबराई हुई आवाज में कहा  ” मैं मजबूर … Read more

बड़ा दिल – सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi

 ” दीदी, मुझे कुछ पैसों की बहुत आवश्यकता है | कृपा करके आप मुझे दस हजार रूपये उधार दे  दिजिए|  थोड़े- थोड़े करके मेरे पैसों से काट लिजिएगा |” ममता की गृह सहायिका चंदा उससे विनती करते हुए बोली  |        ” पर पिछले महीने के पूरे पैसे तो तुम ले चुकी हो और आज तो … Read more

पति के जाने का दुख साझा होता है – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

चार साल होने वाला था कल अमित को गए।भाग्य की विडंबना थी कि अमित की लाड़ली छोटी बहन के पति भी पिछले साल चल बसे हार्ट अटेक से। छोटी ननद ने फोन पर बताया था” भाभी,जीजाजी नहीं रहे।”सुनकर सन्न रह गई थी सुमन।दिल की बीमारी तो थी उन्हें,पर इतनी जल्दी चलते-फिरते चले जाएंगे,सोचा नहीं था … Read more

एक हाथ से ताली नहीं बजती – उमा महाजन : Moral Stories in Hindi

‘मैं कोई अनपढ़, गंवार और पिछड़ी पृष्ठभूमि से आने वाली तुम्हारी मोहताज नहीं हूँ कि तुम मुझे किसी के भी सामने डांट-फटकार लगा दो।  तुम्हारा हमेशा ही यही रवैया रहता है। मैं एक पढ़ी-लिखी मॉडर्न पत्नी हूँ, आत्मनिर्भर हूं, सामने वाले का व्यवहार और उचित-अनुचित का अंतर खूब समझती हूँ। इस प्रकार बार-बार‌ मुझे सबके … Read more

बड़ा दिल – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

महाभारत प्राचीन भारत का सबसे बड़ा महाकाव्य है। इसके रचयिता व्यास मुनि हैं। हमारे ऐतिहासिक और पौराणिक काल के बहुत सारे ऐसे योद्धा हुए हैं, जिन्होंने बड़ा दिल रखते हुए अपने त्याग और समर्पण से अपनी वीरता की कहानी को स्वर्णाक्षरों में लिखा।उन योद्धाओं में पाण्डु पुत्र  महान गदाधारी भीम और  हिडिंबा के प्रपौत्र वीर … Read more

बड़ा दिल – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

“सुगंधा बहू, तुम तो बहुत बड़े दिल वाली हो फिर मन छोटा क्यों करती हो! बेटी तो पराई धरोहर होती है। उसे तो एक दिन विदा करना ही पड़ता है।” सुगंधा की बुआ सास उसके कंधे पर हाथ रख यह कहते हुए उसे ढाढस बंधाने की कोशिश करती हैं, जो अपनी दुल्हन बनी बेटी महक … Read more

जुग जुग जियो – कमलेश आहूजा : Moral Stories in Hindi

दिवाली का दिन था।सुषमा सुबह से ही उदास थी उसे रह रहकर पति की याद आ रही थी।कहने को बेटा बहु साथ में ही थे फिर भी ना जाने क्यों उसे अकेलापन सा सता रहा था।सब अपनी मर्जी से काम कर थे..चाहे वो घर की सजावट हो..सबको क्या देना है..या फिर पूजा की तैयारी हो।कोई … Read more

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