वो मुझसे ज़्यादा मेरी भाभी की माँ है….. – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

इन दिनों कॉलोनी में एक नया परिवार बहुत चर्चा में रह रहा था…सभी इन्हें देख कर कहते इस उम्र में भी कोई बेटी अपनी माँ की इतनी सेवा कर सकती है.. बहुत कम देखने को मिलता है … कुछ दिनों पहले ही वो शिफ़्ट होकर आए थे और पूरे परिवार का ही मिलनसार स्वभाव था … Read more

भाभी या भाभी माँ – संध्या सिन्हा : Moral Stories in Hindi

आज सुबहसुबह ही भाभी का फोन आया कि जरूरी बात करनी है, जल्दी आ जाओ और फोन काट दिया. मैं ने चाय का प्याला मेज पर रख दिया और अखबार एक ओर रख कर सोचने लगा कि कोई बात जरूर है, जो भाभी ने एक ही बात कह कर फोन काट दिया. लगता है, भाभी … Read more

Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

वंश वृक्ष – शिव कुमारी शुक्ला देविका जी एवं राजदीप जी बरामदे में कुर्सी डाले सजे-धजे बैठे थे आज उनके पोते की शादी जो थी। पोते ने अपनी पंसद की ड्रेस एवं साड़ी अपने दादा-दादी जी के लिए खरीदी थी। खूब चहल-पहल थी बहुयें बेटियां सजी-धजी, हंसती खिलखिलाती घूम रहीं थीं। ननद भाभी आपस में … Read more

Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

बदलाव – प्राची अग्रवाल  सुभाष जी अपनी पत्नी को जैसे ही समझाने का प्रयास करते, उनकी पत्नी मीनू एकदम बिखर जाती। बहु-बहु होती हैं, बेटी-बेटी। बहुत फर्क है दोनों में। बहू कभी बेटी नहीं बन सकती और सास कभी माँ। घर का माहौल भी प्रभावित होता उनकी भेद भरी बातों से।  मीनू जी ज्यादा ही … Read more

बड़ा दिल – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

माधुरी की शादी रोहन से हो तो गई थी पर घर में किसी ने भी उसे स्वीकार नहीं किया था अभी तक।खुद रोहन भी कहां उसे अपना पाया था,उसके दिल दिमाग में तो रूही का कब्जा ही था,माधुरी से उसे मजबूरी में शादी करनी पड़ी थी। रोहन और रूही कॉलेज से दोस्त थे,रूही बहुत अमीर … Read more

भाभी – खुशी : Moral Stories in Hindi

निशा एक मस्तमौला लड़की थी। अठारह की हुई तो मां बाप शादी की तैयारी में लग गए। धनंजय का रिश्ता आया जो बैंक में मुलाजिम था उसकी उम्र 27 साल थी घर में मां,भाई बहन थे।पिता की मौत हो जाने के कारण धनंजय पर सारी जिम्मेदारी आ गई।भाई बहन छोटे थे। मां बीमार रहती तो … Read more

*उड़ी चेहरे की रौनक* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 सुन रामदीन,देख तू अपना दोस्त है,इसलिये तुझे आगाह करूँ हूँ, तू अपनी छोरी को संभाल।      क्यूँ क्या हुआ रौनक?मेरी कमली ने ऐसा क्या कर दिया है?       अरे, वो अपने मुंशी जी हैं ना,उसके बेटे से वह नैन मटक्का कर रही है।      गलत,मेरी कमली ऐसा कर ही नही सकती,अरे उसे तो अपनी पढ़ाई से ही फुरसत … Read more

एक नया जीवन – हरीश श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

एक नवम्बर को महेश नारायण रिटायर हो गए और घर आ गए।दस नवम्बर को दीपावली थी और अबकी बार तीनों बच्चे साथ आए।देखकर खुशी के साथ साथ आश्चर्य भी हुआ।अपनी पत्नी कमला से बोले कि जरूर कोई बात है जो बिटिया भी पांच साल बाद आई है। घबराइए नहीं सब पता कर लिया है।फिर वह … Read more

अक्ल से काम लेना – नेकराम : Moral Stories in Hindi

पत्नी ने मुझे अकेले में बताया अपना छोटा बेटा खाने-पीने के मामले में सबसे आगे हैं आखिर इस कैसे सबक सिखाया जाए ताकि यह अपनी आदत छोड़ दे मैंने पत्नी को वचन दिया तुम चिंता मत करो शाम को मैं ड्यूटी से जब लौट कर आऊंगा फिर अपने छोटे बेटे को समझाऊंगा अभी मैं ड्यूटी … Read more

मैं तुम्हारी माँ के बंधन मे और नहीं रह सकती – मंजू सक्सेना : Moral Stories in Hindi

  “मैं तुम्हारी माँ के बंधन मे और नहीं रह सकती …मुझे अलग घर चाहिए जहाँ मैं खुल के साँस ले सकूँ”,पलक रवि को देखते ही ज़ोर से चिल्ला उठी। बात बस इतनी थी कि सुलभा ने रवि और पलक को पार्टी मे जाता देख कर इतना कहा था कि वो रात दस बजे तक घर … Read more

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