आखिरी फैसला – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

अपनी जिंदगी का इतना बड़ा फैसला वो अकेले नहीं कर सकती थी क्योंकि वो अकेली नहीं थी उसके साथ उसके कुछ अपने भी जुड़े थे जो भले ही कहने भर को थे बस… आप सोच रहे होंगे किसकी बात कर रही हूं मैं?( तो इसका जवाब है मैं बात कर रही हूं पचपन वर्षीय मालती … Read more

Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

तिरस्कार – मनीषा सिंह राहुल एक आलसी लड़का था । “पिता राम कृपा जी ” शहर के जाने-माने पंडित थे। आमदनी अच्छी होने के कारण घर में किसी चीज की कमी नहीं थी। ” पंडिताइन राहुल को अक्सर बोला करती बेटा अगर पढ़ाई में कैरियर नहीं बनानी है तो कम से कम पूजा पाठ तो … Read more

Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

नई सोच – रचना गुलाटी ————- बड़े ही लाड़-प्यार और नाज़ों से पली परी का विवाह एक अच्छे घर में कर दिया गया। नाम के अनुरूप ही परी सौंदर्य की मूरत थी और स्वभाव से भी विनम्र व दयालु। जैसे ही उसका गृहप्रवेश हुआ तो  सभी उसकी सुंदरता के कायल हो गए पर जब रिश्तेदारों … Read more

चनाचूर गरम – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

  अंकुर …. अंकुर ….मेला लग गया….? मालूम , नवरात्रि आते ही मुझे मेला घूमने की उत्सुकता बढ़ जाती है… अपन चलेंगे ना….तुम भी ना , बच्चों के समान करती हो आकृति …..आजकल के जमाने में मेला देखने कौन जाता है ….अरे वो तो आसपास के गांव वालों के लिए होता है भाई…!     ठीक है …? … Read more

आखिरी फैसला – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

“पिता धर्मः पिता स्वर्गः पिता ही परमं तप: ……” पंडित जी राजेश से पूजा अर्चना करवा रहे हैं। वह भी पूर्ण निष्ठा और विधि-विधान से पूजा में तल्लीन है। पंडित जी के निर्देशों का अक्षरशः पालन कर रहा है। कहीं कोई कमी न रह जाए, इस बात का पूरा ध्यान रख रहा है। आज उसके … Read more

कुछ करिए – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

नहीं मैने नहीं फेंका यह कचरा मुझे क्या पता किसने फेका है क्या मैं किसी खोजी विभाग में नौकरी करता हूं.. आप लोग भी ज्यादा करमचंद जासूस बनने की कोशिश मत कीजिए वरना मुझसे बुरा कोई ना होगा कहे देता हूं… हमेशा की तरह बांह चढ़ाता शिवदयाल सबको परास्त किए दे रहा था। मॉर्निंग वॉक … Read more

सम्मान – बिंदेश्वरी त्यागी : Moral Stories in Hindi

सुहाग सेज पर बैठी नेहा सुनहरे सपने देख रही थी और पति के आने का इंतजार भी कर रही थी l बाहर मेहमानों की चहल-पहल थी l थोड़ी देर बाद बाहर शांत माहौल होने पर उसका पति नीरज कमरे में आता है l नीरज नेहा का घूंघट उठा कर उसका चेहरा देखते ही रह जाता … Read more

*बयार* – मधुलता पारे : Moral Stories in Hindi

विद्याजी ने अचानक दीवार घडी की ओर देखा सबेरे के 8.30 बज रहे थे उन्हें ड्राइंगरूम में बैठे हुए लगभग एकघंटा हो गया था रविवार का दिन था इसीलिए अभी तक कोई भी सोकर नहीं उठा था ना बेटा यश ना बहू रीना ना नन्हा चार वर्ष का पौत्र अर्णव। पांच वर्ष पूर्व विद्यादेवी गांव … Read more

दरकते रिश्ते – पूनम भटनागर : Moral Stories in Hindi

   ईका और अनिमा दोनों अच्छी बहने है। ईका अनिमा की दूर की रिश्ते में भाभी की बेटी है। दोनों एक ही मोहल्ले में रहतीं हैं। दोनों इकट्ठे ही पढ़ने जाती हैं। बाकी का दिन का हिस्सा भी इकठ्ठे ही बितातीं। कभी ईका अनिमा के घर तो , कभी अनिमा ईका के साथ मार्केट गयी होती। … Read more

**घर जमाई** – श्याम कुंवर भारती : Moral Stories in Hindi

मालिनी कॉलेज के पुस्तकालय में अकेली बड़ी उदास बैठी थी।उसके आंखों से आंसू बह रहे थे।व्यक्ति जब बहुत ही विकट परिस्थिति में पहुंच जाता है और किसी से अपना दुख साझा नहीं कर पाता है तो इसी तरह अकेले अपने आंसू बहाकर अपना दुख हल्का करने जा प्रयास करता है। तभी उसे ढूंढता हुआ प्रणय … Read more

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