जैसी करनी वैसी भरनी – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

 सेठ गोपालदास जी कपड़े के व्यापारी थे। इलाके में उनकी दुकान की धाक थी। शादी व्याह के सीजन में अच्छी खासी बिक्री हो जाती थी। ग्रामीणों की उधारी भी चलती थी किन्तु उनके व्यवहार से अभी तक उन्हें किसी ने धोखा नहीं दिया था।देर सबेर पैसे चुका ही जाते थे।वे अपने मुनीम को तकाजा करने … Read more

“आखिरी फैसला” – डा० बीना कुण्डलिया : Moral Stories in Hindi

जिंदगी में कभी-कभी ऐसे मोड़ आते हैं जब हर रास्ता बंद सा लगता है। दिल कुछ कहता है, तो दिमाग कुछ और। ऐसी ही कश्मकश में फंसी हुई थी राधा। उसके जीवन में समस्याओं की एक लंबी फेहरिस्त थी। लेकिन आज, वह खुद को कमजोर नहीं, बल्कि मजबूत महसूस कर रही थी। उसके हाथों में … Read more

आखिरी फैसला – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

मम्मी, मम्मी मैं यह शादी नहीं करूंगी।  पापा मेरी बात बिल्कुल नहीं मानेंगे। और दादी ,दादी तो बस अपने सामने मेरी शादी करने के लिए तुली हैं। मम्मी अभी मेरी उम्र ही क्या है ?इंटर ही तो पास किया है । मैं आगे पढ़ना चाहती हूं, मां अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती हूं। निशा … Read more

आखिरी फैसला – खुशी : Moral Stories in Hindi

रती एक सर्वगुण सम्पन्न बहु,पत्नी और दो बच्चो की मां थी।उसके पति राजेश एक बिजनेस मैंन थे ।दो बच्चे विशाल और मेघा दसवीं और बारवीं में पढ़ते थे।दोनो पढ़ने में जहीन थे। कुल मिलाकर एक सुखी परिवार था। दुनिया के लिए सुखी परिवार था परंतु रती की घर में कोई इज्जत नहीं थी पति राजेश … Read more

मां-बाप की दुआ से सिंचित सफलता – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

हमारे भारत में आज भी सैंकड़ों गांव ऐसे हैं जहां शिक्षा व्यवस्था सीमित है। यह कहानी उत्तर प्रदेश के ऐसे ही एक छोटे से गांव से संबंध रखती है जहां 10वीं कक्षा के बाद बच्चों को पढ़ाई जारी रखने के लिए आसपास के शहरों की ओर रुख करना पड़ता है। इस गांव में चिकित्सा की … Read more

आखिरी फैसला – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

जैसे जैसे मानसीके बेटे राघव की शादी कादिन नजदीक आ रहा था,उसकी आंखों से नींद गायब होती जारही थी।एक तो अकेली जान तिस पर हर तीसरे दिन गांव से सासू मां का फरमान,उपर से शादी के ढेर सारे काम। हर तीसरे दिन गांव से उसकी सास हीरा देबीका फोन आजाता कि जहां तक हो सके, … Read more

आखिरी फैसला – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

कमल ने जैसे ही सुमन (बेटी) और कमला(पत्नी ) को घर के अंदर आते देखा ,गुस्से में बोला तुम दोनो का दिमाग खराब हो गया है ,बस गाना, गाना ,उसके अलावा कोई काम ही नहीं है | कमला ,क्यों बेटी की जिंदगी बर्दाद कर रही हो? उसको समझाने की जगह तुम खुद ही उसको ले … Read more

अंतिम निर्णय – वर्तिका दुबे : Moral Stories in Hindi

 प्रज्ञा एक शिक्षित, विवाहित महिला थी, जिसकी शादी को दस साल हो चुके थे। उसके दो प्यारे बच्चे, राहुल और प्रिया, उसकी दुनिया थे। लेकिन इन दिनों प्रज्ञा का मन अशांत था। घर में माहौल तनावपूर्ण था, और उसकी परेशानी की वजह थी उसके पति और ससुराल वालों का लगातार उस पर दबाव बनाना कि … Read more

आधा गुस्सा तो पेट भरने से ही खत्म हो जाता है – सविता गोयल : Moral Stories in Hindi

सास के कमरे से जोर जोर की आवाजें आ रही थीं। ससुर रमेश जी अपनी पत्नी सरिता जी पर जोर जोर से चिल्ला रहे थे। सरिता जी भी उन्हें जवाब दे रही थी और बाहर खड़ी उनकी बहू नेहा डर से कांप रही थी। नेहा ने अपने मायके में कभी इस तरह मम्मी पापा को … Read more

मुझे किसी पुरूष का सहारा नहीं चाहिए – अर्चना खंडेलवाल  : Moral Stories in Hindi

बहुत दिन हो गये थे, शिखा ने अपनी मौसी की बेटी को फोन लगाया, लेकिन फोन व्यस्त आ रहा था तो शिखा ने फोन रख दिया, बीस मिनट बाद वही से फोन आया। कैसी हो रीमा दीदी? आप तो आजकल बहुत व्यस्त रहती हो, अपनी बहन से बात करने की ही फुर्सत नहीं है, शिखा … Read more

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