अफसोस – डाॅक्टर संजु झा: Moral Stories in Hindi

अपने घर की बालकनी में बैठी उमा एकटक सूरज को निहार रही थी।उसकी जिन्दगी की तरह शाम का सूरज ढ़लते दिन का आभास करा रहा था।उसकी जिन्दगी का सूरज भी तो बेवफा निकलकर रात के अंधेरे में गुम हो गया। उमा को सदैव अफसोस रहेगा कि उसकी खुद की गलती के कारण ही उसका प्यार … Read more

परिवर्तन – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

    अरे,सुमन ये अपने फ्लैट में लाइट क्यों नही है?पूरी सोसाइटी में तो बिजली आ रही है।         वो हम समय से पहले रिचार्ज कराना भूल गये थे ना,इसलिये आज बैलेंस समाप्त हो जाने के कारण बिजली कट गयी है।आज रात अंधेरे में ही काटनी पड़ेगी,सुबह 9 बजे के बाद ही री कनेक्शन हो पायेगा।         क्या——अपनी बिजली … Read more

बेटी – एम पी सिंह: Moral Stories in Hindi

पूनम की डोली ससुराल पहुची, वो बहुत खुश थी। परिवार में ननद और ससुर के अलावा कोई नहीं था। पति अंगद की अच्छी नोकरी थी। सब ठीक चल रहा था, ओर जल्दी ही वो पति औऱ ससुर की चहेती बन गई। परंतु पूनम की ननद बिमला ज्यादा घुल मिल नहीं रही थीं।  उसे भाभी की … Read more

इतना गुमान ठीक नही .….. परिस्थितियां मौसम के तरह जाने कब रंग बदल ले – रंजीता पाण्डेय   : Moral Stories in Hindi

रीता जी (उम्र बयालीस साल)  और उनकी बेटी रिया  (सोलह साल) दोनो एक साथ रहती थी | रिया के पापा अमेरिका में  काम करते थे | दो , तीन साल में घर आते थे ,वो भी कुछ महीनो के लिए |   लेकिन वो हमेशा रीता जी को बोलते की रिया का अच्छे से ध्यान … Read more

गुमान – पुष्पा पाण्डेय  : Moral Stories in Hindi

“कुसुम! एक साल हो गया, क्या तुम्हें माँ से मिलने का मन नहीं कर रहा है? हाँ भाई अब मैं किस काम की रही, बूढ़ी जो हो गयी हूँ।” कुसुम अपनी माँ की उलाहना सुनकर बड़े प्यार से उसे समझाने की कोशिश करने लगी। “ ऐसी बात नहीं है माँ। जब से पैर का ऑपरेशन … Read more

अंतर – मंजू सक्सेना : Moral Stories in Hindi

“माँ… जानती हो आज मेरे पास एक अजीबोगरीब मुकदमा आया था…”,मनीष शाम को कोर्ट से लौट कर माँ के साथ चाय पीने के दौरान अचानक बोला तो माँ की नजरें उसकी ओर उठ गई। “हाँ…माँ…आज एक ऐसा मुजरिम मेरे सामने आया जिस पर शराब पी कर किसी की हत्या करने का आरोप था।पर जानती हो … Read more

अफ़सोस – शनाया अहम : Moral Stories in Hindi

20 साल गुज़र गए लेकिन आज फ़िर से श्यामा को वो दिन याद आ गया जिसका अफ़सोस उसे आज भी है और शायद ज़िंदगी भर अफ़सोस रहेगा।  जो कुछ 20 साल पहले घटा था उसमें श्यामा की गलती नहीं थी लेकिन सबने उसे ही दोषी ठहरा दिया था।  टूट गई थी श्यामा उस हादसे के … Read more

मुझे अफसोस है – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

 दरवाजे पर घंटी बजती है और कल्याणी देवी जाकर दरवाजा खोलते हैं। सामने पुलिस खड़ी थी। पुलिस ऑफिसर ने पूछा -” क्या आपके बेटे का नाम अभिषेक है और वह इस समय कहां है? ”   कल्याणी- घबरा कर पूछती है -” क्या हुआ इंस्पेक्टर साहब, क्या बात है? हां अभिषेक है मेरे बेटे का नाम … Read more

हृदयहीन –    विभा गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

  शकुन्तला जी ने अपने पति की तस्वीर के आगे दीपक जलाया तो आँखों से दो आँसू भी उनके गालों पर ढुलक गये।बोलीं,” आपके बिना ये मेरी पहली दीवाली है।सब कुछ सूना-सूना सा लग रहा है।आप कुछ साल और मेरे साथ रहते अगर…।अब अफ़सोस होता है कि मैं क्यूँ नहीं आपके अनबोलों को सुन पाई..क्यों नहीं … Read more

साहस – श्याम आठले : Moral Stories in Hindi

सुबह के समय उषारानी अपने बेटे के साथ खेल रही थी जब उसके मोबाइल की घंटी बजी। उसने फोन उठाया तो एक अंजान नंबर से कॉल थी। दूसरी तरफ से एक गंभीर आवाज़ ने उससे सवाल किया, “उषारानी बोल रही हैं?” “हाँ, मैं ही बोल रही हूँ। आप कौन हैं?” उषारानी ने आश्चर्य से पूछा। … Read more

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