बहू और बेटी खिलखिलाती ही अच्छी लगती है – संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

ऑफिस में नये साल पर मॉल में खुले नये रेस्टोरेंट में लंच होना तय किया गया,साल का पहला दिन, सुबह सबको मुबारकवाद देने में गुजरा और दोपहर में लंच के लिये ऑफिस के कुलीग के संग सुधाकर जी भी मॉल पहुंचे। पार्टी के दौरान सुधाकर जी क़ी नजरें कोने में बैठे लाल रंग क़ी जैकेट … Read more

सास ससुर की सेवा का थोड़ा पुण्य तो बेटे को भी कमाने दो मां – सविता गोयल। : Moral Stories in Hindi

” मांजी, वो कल मम्मी को चेकअप के लिए ले कर जाना है। पापा की तबियत भी ठीक नहीं है तो क्या मैं कल अपने मायके चली जाऊं??” रेणु ने अपनी सासु माँ सुभद्रा जी से इजाजत मांगते हुए कहा। रेणु की मायके जाने की बात सुनते ही सुभद्रा जी का मुंह बन गया । … Read more

अनजान लड़की – नेकराम : Moral Stories in Hindi

अम्मा मैं शहर में पहुंच चुका हूं 2 दिन से नौकरी ढूंढ रहा था मगर नहीं मिली लेकिन मुझे एक ऑटो मालिक मिल गया उसने मुझ पर तरस खा कर मुझे ऑटो किराए पर चलाने के लिए दिया है ऑटो का भाड़ा भी बहुत कम है अब मैं बहुत पैसा कमा लूंगा और अपने गांव … Read more

सुनिये सबकी करिये मन की – संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

चित्रा के घर किट्टी पार्टी थी। फरवरी का महीना था, वैलेंटाइन वीक चल रहा था तो किट्टी की थीम भी वही थी। रोज डे पर सबको लाल ड्रेस पहनना था। सब लोग सज धज कर आ गये सिर्फ काव्या अभी तक नहीं आई। उसका इंतजार करते हुये सब गपशप कर रहे थे तभी गुस्से से … Read more

अपनों का साथ – सुनीता परसाई, : Moral Stories in Hindi

रोहन माता-पिता का इकलौता दुलारा बेटा था।माता-पिता खेती करके गुजारा करते थे।जमीन थोड़ी-थोड़ी बेचकर हर साल उसकी इंजीनियरिंग कालेज की फीस जमा करते थे।इसी आशा से कि चार साल बाद सब ठीक हो जायेगा। बेटा होनहार था ।पढ़ाई समाप्त होने के पहले ही उसे अमेरिका में अच्छी नौकरी मिल गयी। माता- पिता ने सोचा विदेश … Read more

यही जीवन का सच है – रेणु सिंह : Moral Stories in Hindi

वासु देख तो दरवाज़े पर कोई  है  दादी आप भी सठिया गई हो ,कोई भी तो नहीं है  घड़ी घड़ी बोलती रहती हो  दरवाजे पर कोई है, दरवाजे पर कोई है  जब कि कोई भी नही है, कितनी बार तो देख चुका हूं  एक आह भर कर वासु फिर से खाली कमरे में पड़े बिस्तर … Read more

अपेक्षाओं की चादर – दीपा माथुर : Moral Stories in Hindi

सूरज ढलने को आतुर था ऐसा लगता था की धीरे धीरे पृथ्वी  की गोद में समा जायेगा। पर ऐसा होता तो नही है सूरज कब ढलता है हमने तो सुना है। पृथ्वी घूमती है। सूरज तो यहां से ढला और अमेरिका में दिखने लगेगा। सच में जो दिखता है वो सच थोड़े ना होता है। … Read more

अम्मा – कंचन श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

अम्मा मुस्कुरा रही है पर इसकी मुस्कुराहट के पीछे कई दर्द छिपे हुए हैं क्या? समझ सब रहे हैं पर मौन है। पहल कौन करे जो करे वही लेक्चर सुनने को तैयार रहे फिर तो अम्मा एक न सुनेगी आगा पीछा ऊपर नीचे सब बैठा कर घंटों सुनायेगी इतना कि सारी सिट्टी पिट्टी गुम हो … Read more

भविष्य दर्शन (भाग-35) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

शपथ समारोह में पूरा सभा भवन अतिथियों से खचा खच भरा हुआ था। पद्मिनी और आनंद भी उस समारोह में राजकीय अतिथि के रूप में शामिल थे।उनके साथ अब भी सुरक्षा गार्ड मौयुद थे। समारोह में अतिथियों के सुरक्षा की पूरी चाक चौबंद इंतजाम किया गया था।हर आने  जाने वाले पर कड़ी नजर रखी जा … Read more

भविष्य दर्शन (भाग-34) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

अस्पताल के बाहर आधी रात को ओमप्रकाश आपने खतरनाक अदमियो को हथियार सहित लेकर मौके की तलाश में था ।उसने देखा अस्पताल के बाहर और अंदर पुलिस का कड़ा पहरा लगा हुआ था।उसके साथ एक बुरे शक्ल का तांत्रिक भी था।जिसके एक हाथ में आदमी की खोपड़ी और दूसरे हाथ हाथ की हड्डी थी ।उसने … Read more

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