अपने ही घर से शुरुआत होती है – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi
कुछ औरतें मिलकर शादी के गीत गा रही थी… कुछ ढोल ताशे बजा रही थी… कहीं हंसी ठहाके चल रहे थे… घर पर काफी गहमा गहमी थी और हो भी क्यों ना..? घर की बेटी सपना की शादी जो थी… वह वही बैठी मेहंदी लगवा रही थी.. जहां घर में इतनी रौनक थी… वही निवेदिता … Read more