दास्तान इश्क़ की (भाग -32)- अनु माथुर : Moral stories in hindi

अब तक आपने पढ़ा…. कुलदेवी के मन्दिर जाते वक़्त आदित्य पर हमला हो जाता है….. उसमें सबको काफ़ी चोट आ जाती है…. अब आगे….. नर्स सबको बेनडेज करके रूम में जाने के लिए और आराम करने को बोलती है और सबको अलग – अलग रूम दे देती है .आदित्य राधिका के रूम में जाता है … Read more

लाजवंती – शालिनी श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

लाजवंती ,तुम्हारे लिए एक खुशखबरी है ….सत्तू का टेलीफोन आया था ,बंसी की दुकान पर… वह कल शहर से लौट रहा है… अपनी पढ़ाई पूरी करके … अरे ..शीतल जी… यह तो बहुत अच्छी बात है…. कब से इस दिन का इंतजार था कि हमारा सत्तू पहले की तरह हमारे साथ रहे ….बच्चों के बिना … Read more

हम अभागन नहीं हैं – प्रतिभा भारद्वाज ‘प्रभा’ : Moral Stories in Hindi

आज बहुत खुशी का दिन था….पूरे घर को फूलों से और रंगीन बल्बों से सजाया गया था…..आखिर नीलिमा की जिंदगी में इतने सालों बाद खुशी का अवसर आया था… उसकी बेटी श्रुति आज अधिकारी बन पहली बार घर आ रही थी… इतनी तैयारियां देख नीलिमा की आखों से खुशी के आसूं झलक आए और वो … Read more

किस्मत मुट्ठी में – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

मेरी बात मान ले यशोदा, जब खसम ही दगा दे गया तो तू भी किसी के साथ बैठ जा।कम से कम तेरा तथा इस नन्ही जान का पेट तो भरता रहेगा। क्या कह रही हो बुआ,आदमी लंपट निकल गया तो क्या मैं भी वेश्या बन जाऊं?ऐसे ही किसी के साथ बैठ जाऊं।बुआ भगवान ने पेट … Read more

खुशकिस्मत – श्वेता सोनी : Moral Stories in Hindi

आज शुभ्रा से फोन पर देर तक बतियाती रही नीलू.शुभ्रा उसकी छोटी बहन है,दो बरस पहले उसी लड़के से उसकी शादी हुई थी जिसे उसने बहुत चाहा था और जिसे उसने नीलू से छीना था.  अंकुर का रिश्ता आया तो था नीलू के लिए ही मगर अंकुर,,शुभ्रा को इतना पसंद आ गया कि उसने ज़िद … Read more

कैसा ये प्यार है! – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

हॉस्पिटल के बाहर तक उसकी चीखों की आवाज़ गूंज रही थी,उसे मिले जख्मों के दर्द की टीस थी भी बहुत ज्यादा,उसकी बूढ़ी,बीमार मां ही उसके सिरहाने बैठी उसे सहला रही थी,मां की आंखें गंगा जमना बन कर बह रही थीं, पेट की जाई औलाद का दर्द सहन जो नहीं कर पा रही थी वो,और दुख … Read more

अभागन – श्वेता सोनी : Moral Stories in Hindi

वह दिन याद आता है जब पुष्पा मामी नई नवेली दुल्हन बनाकर वीरू मामा के जीवन में आई थीं. पच्चीस बरस की मामी और चालीस बरस के मामा.. नाना जी के चल बसने के बाद घर की पहाड़ सी जिम्मेदारियां मामा के कोमल कंधों पर ही तो आ गई थीं. इंजीनियरिंग की पढ़ाई बीच में … Read more

“मां “अभागन नहीं होती – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

“बापू बापू उठो, देखो, जागो, उठो ना, मुन्ना कितना रो रहा है। उसके लिए बाजार से दूध ले आओ या फिर मुझे पैसे दो,मैं लेकर आती हूं।”8 साल की रानी ने सुबक कर हुए अपने पिता से कहा।     पर उसके पिता काशीलाल को होश ही कहां था। नशे में बड़बड़ाता हुआ, रानी को धक्का देकर … Read more

अभागन – संध्या सिन्हा : Moral Stories in Hindi

आज वट सावित्री व्रत का पर्व हैं और  सोसाइटी की सभी सुहागिन स्त्रियाँ खूब सज-धज कर सोसाइटी में ही स्थित मंदिर के पास लगे बरगद के पेड़ की पूजा -अर्चना  करने जा रही थी। मैं इस पर्व पैट अत्यधिक उदासे और दुःखी होती हूँ। थोड़ी आत्मग्लानि भी रहती है… क्योकि यह व्रत मैंने कभी शुरू … Read more

अभागन – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

अम्मा ! कितनी देर में आई हो , गाय को रोटी देने गई थी आप। भाभी भी इंतज़ार करते-करते थक  कर सो गई । हाँ.. वो रास्ते में उषा की दादी मिल गई थी , तुझे तो उषा से मिले कई साल हो गए होंगे ? उ..षा…. सच्ची अम्मा, उषा तो कई सालों से दिमाग़ … Read more

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