तू इस तरह मेरी जिन्दगी में शामिल है (भाग -3)- दिव्या शर्मा : Moral stories in hindi
“नाम! नाम क्या है इसका…ऐ सुनो तुम्हारा नाम… नाम क्या है तुम्हारा?” शेखर ने उसे आवाज़ दी लेकिन उसकी आवाज़ गुझिया के कानों से बहुत दूर थी।वह पलटकर गली के मोड़ को देखती है और अपने दरवाजे में समा जाती है। शेखर अपने कदमों को घसीटता हुआ उसी मकान की ओर चल पड़ता है जहाँ … Read more