डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -39)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

माया हिमांशु की दीदी हैं। वे नैना से मिलना चाहती थीं। इसलिए हिमांशु के साथ आ गई थीं।  विवाहोपरांत सपना देवेन्द्र के साथ उसके फ्लैट पर चली गई थी। चूंकि विवाह समारोह अत्यंत सादा था अतः समेटने को विशेष कुछ नहीं था। नैना सपना के विदा हो जाने के बाद बहुत खालीपन महसूस कर रही … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -38)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

” हां!” मैं यहां काम करती हूं “ ” कहां ?” ” मैक्स में ब्रांड लीड करती हूं। “ ” वाह! “ ” शुक्रिया ” फिर उसने हिमांशु के उसे छोड़ कर चले आने के बाद से लेकर के अब तक की कहानी  एक- एक कर बिना एक भी पन्ना भूले  सुना दी थी। और … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -37)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

‘ चलें! ‘ उसके इस एक शब्द ने मुझे मेरे अतीत से निकाल कर वर्तमान में ला दिया है। जहां आज मैं उसके साथ कदम से कदम मिलाकर चलने में  जो शायद कभी नैना की इच्छा थी उसे दोहरा कर अच्छा महसूस कर रहा हूं। हम दोनों चुप थे। शायद बात शुरू करने का सिरा … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -36)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

— हिमांशु भले ही अनमने मन से लेकिन जया ने हामी भर दी थी। अक्सर पुराने कागजों की पड़ताल में पड़े हुए  नैना के कार्ड पर नजर पड़ जाया करती है। वहां उसके शहर से उसे छोड़ कर आने के पहले वह कार्ड उसे वापस कर देना चाहता था। लेकिन कर नहीं पाया था। वह … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -35)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

आगामी सप्ताह के  मंगलवार को जया का इंटरव्यू था। वह नियत समय पर स्कूल में प्रिंसिपल के रूम के बाहर बैठी हुई अपना नाम पुकारे जाने  का इंतजार कर रही है। दरवाजे के आसपास इंटरव्यू देने वालों की भीड़ इकठ्ठा है। जया का नाम  अनांउस हुआ तो वह उठ खड़ी हुई। धीमें कदमों से चलती … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -34)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना बहुत खुश हैं, अब दिल्ली , देश की राजधानी में उसका अपना खुद का अलग पता है। खुद का घर है भले ही वह घर किराये के एक कमरे में सिमटा है। अब उसे ये चिंता सता रही है। कमरा तो ले लिया है पर और बंदोबस्त कैसे  और किस प्रकार कर पाएगी वो … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -33)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

कुछ समय इसी तरह बीता था। देवेन्द्र माएरा का छोटा भाई। एक दिन उसका फ़ोन आया था , ” आप मेरी दीदी के साथ ठीक नहीं कर रहे हो , वह मर जाएगी , वो आपका आदर करती है , मैं पुलिस के पास जाउंगा… ब्ला… ब्ला … ब्ला “ मुझे समझ में नहीं आया … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -32)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

जया ने नैना को भरी निगाहों से देखा है। वह कितनी सयानी और समझदार दीख रही है। आजकल उसके अपने दिमाग में कुछ नहीं चलता है। मातृत्व का सुखद अहसासों वाले पक्के रंग से जो सराबोर है।  दिन- रात आंखों के सामने सिर्फ शुभ्रा की बचपने और भोली बातें चलती रहती हैं। उसके अलावा उसके … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -31)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

हाए री किस्मत! ” मुबारक हो बेटी हुई है “ सरकारी अस्पताल में डाॅक्टर  के ये शब्द सुनकर जहां जया के कानों में मिश्री घुली थी। वहीं सासु मां पर कहर बन कर टूटी। वो अपनी पोती को देखने तक नहीं गयी। घर में मिठाई भी नहीं बंटे। उसे कुलदेवता की पूजा तक नहीं करने … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -30)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

— सपना ” पास ही के सिनेमा घर में लगी है। घूमते हुए चलेंगे ” सपना बोली। नैना को ऐसी ऐक्टिविटी बहुत एक्साइटेड कर देती हैं। दो लड़कियां अकेली घूम रही हैं। कोई मेल मेंबर साथ में नहीं है। पिक्चर देखने जाएंगी। काॅफी हाउस के सामने खुले स्पेस में समोसे और काॅफी पाएंगी। अंदर हौल … Read more

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