ऐसी होती है भाभियां -ऋतु गुप्ता Moral Stories in Hindi

बात  दो बरस पहले अगस्त 2022 की है, हमारी हवेली में मरम्मत का काम चल रहा था,सारी छतें पुरानी होने के कारण बदली जा रही थीं, तभी अचानक तेज बारिश होनी शुरू हो गई,सारा सामान  इधर उधर बिखरा पड़ा था,मैं भी जल्दी-जल्दी इधर-उधर समान समेटने लगी। तभी अचानक मेरा पैर फिसला और मैं मुंह के … Read more

रिश्तों की डोरी टूटे ना -संध्या सिन्हा Moral Stories in Hindi

अचानक  से नींद खुली तो देखा सुबह के पाँच बज रहे थे…फ़ोन चार्जिंग के लिए उठाया तो एक मेसेज और कई मिस कॉल दिखी…अरे! ये तो मेरी सहेली गीता की बेटी की कॉल और मेसेज था, मेसेज पढ़ा तो.. दिल को धक्का लगा कि.. गीता के पति नहीं रहे, कल रात में सीने में अचानक … Read more

लोगों का काम ही होता है बातें बनाना -के कामेश्वरी Moral Stories in Hindi

कावेरी अपने बेटे की शादी करा कर बेटे बहू को लेकर अपने घर पहुँची जैसे ही कार उनके घर के सामने रुकी वह झट से उतरकर आगे की तरफ़ बढ़ने लगी । उन्हें रोकते हुए प्रभास ने कहा कि माँ कहाँ जा रहीं हैं । कावेरी ने कहा कि तुम दोनों की आरती उतारकर गृह … Read more

गड़े मुर्दे उखाड़ना -शनाया अहम Moral Stories in Hindi

आज सुबह से ही मीना का मूड कुछ उखड़ा उखड़ा था, वो सीधा रसोई में गई और अपना टिफ़िन लेकर ऑफिस के लिए निकल गई ,आज उसने किसी से न तो बात की न ही जाते वक़्त कुछ कहा।  घरवालों ने उससे बात कर ने और उसका मूड खराब होने का कारण जानना भी चाहा … Read more

मुझसे पहले आपका हक है -हेमलता गुप्ता Moral Stories in Hindi

पापा …मुझे ₹3000 दीजिए ना, आपको पता है ना मैंने वह इतना सुंदरलहंगा देखा था, पर मैं उस दिन ले नहीं पाई थी और मुझे आज वह चाहिए! हां बेटा.. क्यों नहीं.. तू यह ₹5000 रख ले और तुझे और भी कुछ सामान चाहिए तो वह भी ले लेना! और कपिल जी ने अपनी बेटी … Read more

अपने ही पहले दगा देते हैं -रश्मि प्रकाश Moral Stories in Hindi

“ बहू जरा अलमारी में से वो पेपर और गहने का डिब्बा तो पकड़ा दे…।” राजबाला जी ने बिस्तर पर बैठे बैठे अपनी छोटी बहू से कहा केतकी डिब्बा पकड़ा कर वापस चली गई वो अपनी सासु माँ को चाय देने आई थी और देख रही थी सासु माँ कुछ परेशान सी बिस्तर पर पहले … Read more

गड़े मुर्दें उखाड़ना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

उमेश जी और विनीता जी पति-पत्नी में माँ को लेकर एक बार फिर  से लड़ाई हो रही है। उमेश जी -” विनीता! माँ की तबीयत खराब  है।मैं कल माँ को लेने  गाँव जा रहा हूँ।” विनीता जी तमकते हुए-” देखो जी!अब मैं भी कोई  नई-नवेली दुल्हन  नहीं रही कि आपकी और आपकी माँ की कटु … Read more

गड़े मुर्दे उखाड़ना – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

स्वाति स्कूल से आकर अभी फ्रेश भी नहीं हुई थी कि वाचमेन ने आकर बताया कि जल्दी चलिए साहब गिर गए हैं । वह फिर से चप्पल पहनकर उल्टे पाँव भाग कर उस जगह पर पहुँची जहाँ उसका पति शराब के नशे में धुत्त होकर गाड़ी से नीचे गिर गया था । वाचमेन की सहायता … Read more

शुभचिंतक -शिव कुमारी शुक्ला Moral Stories in Hindi

लता जी ने काइनेटिक निकाल कर बाहर खड़ा किया जैसे ही वे गेट बन्द करने के लिए मुड़ीं  उन्हें हल्का सा सामूहिक हास्य सुनाई दिया। उनके पलटते ही चुप हो गईं। आस-पड़ोस की तीन चार महिलाएं किसी एक के गेट पर  खड़ी हो कर बतिया रहीं थी। अभी वह स्कूटर स्टार्ट कर ही रही थी  … Read more

जीवन का सवेरा (भाग -9 ) – आरती झा आद्या : Moral stories in hindi

बच्चे उछलते कूदते योगिता और राधा के साथ हवेली के अंदर चले गए। सारी लड़कियाँ पहले ही अंदर जाकर फ्रेश हो रसोई की ओर रुख कर चुकी थी।  आरुणि अपने ड्राइवर अंकल की ओर मुखातिब होते हुए बोलती है.. “आप लोग भी डिनर करके ही जाइए और रोहित को गाड़ी से ही उसके होटल पहुँचा … Read more

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