ईश्वर जो करता है अच्छा करता है -नेकराम Moral Stories in Hindi

रात के 8:00 बज चुके थे सोहनलाल कारखाने से छुट्टी करके घर चल पड़ा वह हमेशा पैदल ही घर जाता था ,,सड़क किनारे उसे हमेशा की तरह छोले भटूरे की दुकान दिखाई थी सोहनलाल ने अपनी पैंट की जेब टटोली तो दस का नोट पैंट में पड़ा मिला,, सोहनलाल छोले भटूरे की रेहड़ी के पास … Read more

माता वैष्णो के दर्शन -नेकराम Moral Stories in Hindi

दर्शक अपनी-अपनी कुर्सियों पर चिपके बैठे हैं और पर्दा खुलता है,, साड़ी पहने हुए एक स्त्री जिसका नाम माधुरी है रोटी पकाते हुए अपने पति महेश से कहती है,, सुनो जी,, क्यों ना हम माता वैष्णो के दर्शन करने चले अप्रैल का महीना है बच्चों के स्कूल की छुट्टियां भी पड़ चुकी है तब महेश … Read more

संघर्षों का मैदान -नेकराम Moral Stories in Hindi

हरियाणा का एक छोटा सा गांव सिरसा इस गांव का बेटा डेविड बीए. एमए फाइनल करने के बाद अपनी मां कलावती देवी के चरण छूकर यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली चल पड़ा जरूरत का सामान मां ने एक पोटली में बांध दिया था 3 बरस पहले पिता का एक बीमारी के चलते देहांत हो … Read more

किराने की दुकान -नेकराम Moral Stories in Hindi

नेकराम मेरी बात सुन मैं सोच रही हूं एक किराने की दुकान खोल लूं फिर हमें धनिया मिर्च मसाले बाजार से नहीं खरीदने पड़ेंगे चीनी और चाय की पत्ती भी आजकल बहुत महंगी हो गई है दाल बेसन आटा साबुन कोलगेट सभी सामानों पर हर साल एक या दो रूपया दुकानदार बढ़ा ही देते हैं … Read more

मायका ही देखा ससुराल नहीं -नेकराम Moral Stories in Hindi

जब मैं आठ वर्ष का था तो मैंने देखा मां कमरे के भीतर रो रही थी मैंने मां से पूछा ,,,अम्मा तुम रो क्यों रही हो ,,क्या बात है ,,मुझें बताओ,, तब मां ने कहा नेकराम अब तुझे क्या बताऊं तू तो अभी छोटा है ,, तब मैंने कहा अम्मा अब मैं बड़ा हो चुका … Read more

छोले भटूरे -नेकराम Moral Stories in Hindi

उन दिनों कक्षा दूसरी में पढ़ता था शाम को स्कूल से घर आया तो मां घर पर नहीं थी भाई ने बताया आज रामकिशन चाचा के घर मीटिंग है वहां कोई नेता आया हुआ है ,, मोहल्ले की सभी औरतें वहां मौजूद है मीटिंग के बाद सबको एक-एक थैली मिलेगी उन थैलियों में पूरी और … Read more

नब्बे रुपए -नेकराम Moral Stories in Hindi

घिस घिसकर जूते का नीचे वाला तला गल कर खत्म हो गया चलने पर मेरे पैरों की दोनों एड़ियां जमीन से टकराने लगी है दो साल से इन्हीं जूतों को रगड़ रगड़ कर पहन रहा हूं स्कूल के लड़के भी अब मुझें चिढ़ाने लगे हैं अगर तुम मेरे लिए नए जूते खरीद कर नहीं लाओगी … Read more

अलिफ लैला -नेकराम Moral Stories in Hindi

मां रात हो गई अलिफ लैला शुरू हो गया मैं शब्बो आंटी के घर जा रहा हूं आकर खाना खाऊंगा मां को बताकर मैं मोहल्ले की बड़ी सी टेलीविजन की दुकान की तरफ चल पड़ा पिछली सप्ताह शब्बो आंटी के घर गया था तो उनके बच्चों ने मुझे देखते ही टेलीविजन बंद कर दिया था … Read more

महालक्ष्मी बिल्डर्स -नेकराम Moral Stories in Hindi

अजी सुनते हो तुम मुंह लटकाए क्यों बैठे हो आज क्या ड्यूटी नहीं जाना पत्नी ने मेरे उदास चेहरे की तरफ देखते हुए कहा मैंने पत्नी को उदासी का कारण बताते हुए कहा तुम तो जानती ही हो मैं महालक्ष्मी बिल्डर्स के पास काम करता हूं महालक्ष्मी बिल्डर्स के मालिक गोपाल दास एक लंबी बीमारी … Read more

ये मुझसे ना हो पाएगा -पूर्णिमा सोनी Moral Stories in Hindi

कह रही हैं मम्मी जी?… सीधे मेरे घर नहीं आएंगी साक्षी ने आश्चर्य से पूछा आखिर इतने दिनों बाद मम्मी जी ( सासू मां) को छुट्टी मिली है, उसके पास आने के लिए.. कितना कहते – कहते.. कभी  मम्मीजी को फुर्सत नहीं, कभी उनकी तबियत ठीक नहीं.. फिर उसी शहर में ही रहने वाली निम्मो … Read more

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