रिश्ते की डोर न टूटे – पूजा शर्मा Moral Stories in Hindi

अरे विजय मां कह रही थी कि तुम बाबूजी की तेरहवीं की रस्म एक मंदिर में कर रहे हो। दिनेश ने अपने छोटे भाई विजय से कहा हां भैया मां सही कह रही है । आप तो जानते ही हैं बाबूजी को लीवर का कैंसर था जिसमें उनकी हर महीने कीमोथेरेपी होती थी। बाबूजी के … Read more

मुझे माफ कर दो पापा!-डॉक्टर संगीता अग्रवाल Moral Stories in Hindi

अर्पित अपने माता पिता का लाडला बेटा था,बड़े नाजों से पाला था उन्होंने अर्पित को,इस उम्मीद के साथ कि वो बड़ा होकर उनका ख्याल रखेगा,खूब कमाएगा और उनको भी ऐशो आराम देगा। अर्पित उन दोनो की अपेक्षाओं पर खरा भी उतरा,पढ़ लिख कर उसकी बहुत बड़ी मल्टी नेशनल कंपनी में बड़े पैकेज पर नौकरी लग … Read more

मेरी पसंद की लड़की-नेकराम Moral Stories in Hindi

नेकराम कितना समय लगेगा तुझे तैयार होने में तुझे पता है हम लड़की वालों के घर जा रहे हैं तेरी शादी की बात करने के लिए बिचौलिए ने बताया था वह पांच बहने हैं हम लोग बस में बैठकर लड़की वालों के घर चल पड़े 15 मिनट बाद बस से हम उतर गए कुछ दूर … Read more

अंकल जी का बिजनेस-नेकराम Moral Stories in Hindi

उन दिनों मैं गांव से शहर पिताजी के एक मित्र के घर पढ़ाई के सिलसिले से एक महीने के लिए रुक गया था पिताजी ने जाते वक्त बताया था उनका बहुत बड़ा बिजनेस है तू वहां रहकर अपनी पढ़ाई का एग्जाम दे देना ट्रेन पकड़कर में फौरन दिल्ली चला आया मोहल्ले में उनका घर मैंने … Read more

आत्महत्या-नेकराम Moral Stories in Hindi

जो अपनी पत्नी की हिफाजत नहीं कर सकता अपने परिवार को नहीं संभाल सकता अपने बूढ़े मां-बाप की देखभाल नहीं कर सकता अपने बच्चों की परवरिश नहीं कर सकता उसे जीवित रहने का कोई हक नहीं है मैं आज यहां इतनी ऊंचाई वाले पहाड़ पर आया हूं आत्महत्या करने के लिए….. . मुझें मर जाना … Read more

यही जिंदगी है -नेकराम Moral Stories in Hindi

दिल्ली के एक चूड़ी के बड़े से कारखाने में लंच के समय मेरा मित्र रवि मुझे बता रहा था नेकराम तुम इस छोटे से कारखाने में खुश हो मगर मैं नहीं मुझे यह छोटी नौकरी पसंद नहीं है मेरे सपने बड़े है,,रवि को वहीं कुर्सी पर एक अखबार पड़ा मिला उसकी नजर एक विज्ञापन पर … Read more

मजबूत रिश्तों की बुनियाद -नेकराम Moral Stories in Hindi

नेकराम अब तू बड़ा हो गया है मैं चाहती हूं तेरी शादी कर दूं बस कोई सुंदर सी लड़की मिल जाए मां की बात सुनकर पिता बोले नेकराम की शादी तो बचपन में हो चुकी है मेरे मित्र अमर सिंह की बेटी से आज से 20 साल पहले जब नेकराम 2 वर्ष का था तब … Read more

नेकराम का इंटरव्यू -नेकराम Moral Stories in Hindi

पत्रकार — नेकराम जी आप यह बताइए आपने लिखना कब आरंभ किया नेकराम – जब मैं छोटा था करीब 14 बरस का अप्रैल का महीना शुरू हो गया था ,,, घर के बाहर कितनी धूप निकल आई है सुबह के 10:00 बज चुके हैं,,,, नेकराम अभी तक बिस्तर पर पड़ा हुआ है मां रसोई घर … Read more

बात संस्कारों की है-नेकराम Moral Stories in Hindi

राजस्थान का एक छोटा सा गांव जसोल इस गांव का बेटा उत्कर्ष 3 महीने पहले दिल्ली आईएएस की तैयारी करने गया था शुरुआती दिनों में तो दिन में चार बार उत्कर्ष का फोन आ जाया करता था फिर अचानक एक महीने बाद ही उत्कर्ष का फोन आना बंद हो गया उसकी मां लच्छो इस बात … Read more

छोटू का घर -नेकराम Moral Stories in Hindi

बात बचपन की है जब मैं कक्षा तीसरी में पढ़ता था हमारा स्कूल घर से 1 किलोमीटर की दूरी पर था उस दिन पिताजी ने दफ्तर से छुट्टी ले रखी थी पिताजी मुझे स्कूल छोड़ने चल दिए रास्ते में फिर मुझें सीमेंट के बने हुए बड़े-बड़े पाइप दिखाई दिए तो मैंने पापा से कहा ,,,पापा … Read more

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