तनाव – वीणा सिंह : Moral stories in hindi

मैं मणि मध्यम वर्गीय परिवार में पली बढ़ी लड़की.. बेफिक्र बिंदास हंसती खिलखिलाती.. कब मध्यम वर्गीय परिवार की  की हीं इकलौती बहु बनकर ससुराल आ गई पता हीं नहीं चला… मां की गोद से स्कूल कॉलेज का सफर तय करते करते ससुराल की देहरी पर सपनों के साथ कदम रख दिया… जैसे वक्त पंख लगा … Read more

तनाव – बेला पुनिवाला : Moral stories in hindi

 इशिका अपने पति ईशान और अपनी बेटी आर्या के साथ रेस्टोरेंट में आई हुई थी और रोनित भी अपनी फैमिली के साथ आया हुआ था, इशिका और रोनित किसी ज़माने में अच्छे दोस्त हुआ करते थे, इसलिए रोनित ने जैसे ही इशिका को देखा, वह सामने से उसे मिलने गया, फिर सब ने साथ में … Read more

बेरंग से रिश्तों में रंग भरने का समय आ गया है-मनीषा सिंह : Moral stories in hindi

झांसी से दिल्ली जा रही बस के पास एक बुजुर्ग महिला इधर-उधर नजरे दौड़ाते हुए पहुंची और कंडक्टर जो सभी यात्रियों का टिकट बना रहा था, से बोली बेटा यह बस दिल्ली तक ही जाती है ना? ” हां मां जी”! कंडक्टर में उस बूढी महिला के तरफ देखकर दूसरे यात्री से बोला अरे भैया … Read more

अंध कूप – बालेश्वर गुप्ता  : Moral stories in hindi

लाला धनीराम जी जैसा अनुशासन अपने प्रतिष्ठान में रखते थे,उतना ही अनुशासन परिवार संचालन में रखते।छोटी छोटी बातों पर भी निगाह रखना उनके स्वभाव में था।एक बार धनीराम जी के मित्र उनके केबिन में बैठे थे कि तभी एक मजदूर आया और बोला बाबूजी तबियत खराब लग रही है,एक दो घंटे आराम यही कर लेता … Read more

सबकी खबर रखता हूं!! – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

श्रीमती जी की दोपहर की नींद के बाद मैं दोनो के लिए मसालेदार चाय बनाने की तैयारी में था ।चाय चढ़ाई ही थी कि … आप रहने दीजिए ये चाय वाय ।आप भी दिन भर घर में ही घुसे रहते हैं ।शाम का समय होता है बाहर घूमने का चार लोगो से मिलने जुलने का … Read more

अस्तित्व – संजय मृदुल : Moral stories in hindi

मुझे किसी से कोई फर्क नही पड़ता। तुम हो या और कोई, समझे।  जी, मैंने सर झुकाए हुए कहा और अपने शरीर को धकेलते हुए कमरे से बाहर ले आई। पलकें नम हो रही थी और ऐसा लग रहा था चीख चीख कर रोऊँ। उनके ऐसे शब्द सुनकर मेरा खून खौल गया, लेकिन प्यार है … Read more

मतलबी दोस्ती! – प्रियंका सक्सेना : Moral stories in hindi

सीमा का ध्यान आज ना जाने कहाँ है कि दूध उबलते उबलते बचा। गैस बंद कर हाथ में चाय का कप लेकर तुलसी जी के पौधे की मिट्टी को देखकर वह रुक गई। अपने आप से बोली मिट्टी ऊपर नीचे कर दूँ तभी नहाने जाऊँगी। चाय का कप रख कर मिट्टी को ऊपर नीचे कर … Read more

मतलबी खोखले रिश्ते – शिव कुमारी शुक्ला  : Moral stories in hindi

निर्मल और पत्नी महिमा में आज फिर किसी बात को लेकर नोंक झोंक हो रही थी। और वह पत्नी पर बुरी तरह बिफर रहा था जो मुँह में आता बिना सोचे-समझे बोले चला जा रहा था और अन्त में उसका तय वाक्य एक  मिनिट में बाहर का रास्ता दिखा दूंगा, जब बेघर हो जाओगी तब … Read more

गलतफहमी और सिमटते रिश्ते – पूजा शर्मा  : Moral stories in hindi

एक ही शहर में घर होने के बावजूद एक दूसरे की परछाई कहे जाने वाले दोनों भाई मोहन और बलदेव के बीच कितनी दूरी आ गई थी। सच भी है दिलो में दूरी आ जाने पर खून के रिश्ते भी दूर के ही लगते हैं।   दोनों भाइयों का खुलकर तो किसी बात पर विवाद ,ही … Read more

भैया बदल गए…रश्मि झा मिश्रा   : Moral stories in hindi

“मुझे नहीं पता मां… पर यहां पर घर में सबको यही लगता है कि मेरे आने से हर्ष बदल गए हैं… मैं क्या करूं कुछ समझ में नहीं आ रहा…! कल तो निम्मी रो रही थी… मां के पास बोल रही थी सब भाभी के कारण हुआ… पता नहीं भैया को हमसे क्यों दूर करना … Read more

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