धिक्कार – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

होली का त्यौहार नजदीक आ रहा था,पर मन में त्यौहार बाली उमंग नहीं आ पा रही थी,कारण दोनों बच्चे बेटा बेटी विदेश में जा बसे थे। कयोंकि शाय़द आजकल का यही चलन है।बैसे भी त्यौहार की रौनक तो बच्चो से ही होती है।बच्चे फरमाइश करें तो मां के मन में उर्जा आ ही जाती है … Read more

मां कहती थी- पूर्णिमा सोनी : Moral stories in hindi

प्रीति ने सभी काम भलीभांति समेट दिए थे। सुबह का खाना निपटाने के बाद चौका साफ कर दिया था। जब तक वो सबको खाना खिला कर, स्वयं खाना खाती, तब तक ( सासू मां) मम्मी जी के चाय पीने का समय हो जाता। उसने चाय का भगोना चढ़ा कर सबको चाय भी पिला दिया… सब … Read more

औरत की चाहत -संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

नितिका एक बहू , पत्नी , माँ सब है । शादी को दस साल हो गये तबसे सारे घर को अपने दम पर संभाले है । क्योकि पति शशांक अपनी चार बड़ी बहनो से कई साल बाद पैदा हुआ तो सास ससुर की भी उम्र हो चली है इसलिए सास ससुर का ध्यान रखना , … Read more

आपसी तालमेल – अमिता कुचया : Moral stories in hindi

आज रैना की बिटिया रो रही थीं।तभी उसकी सास कमरे से निकलते ही बोली- ” रैना बहू तेरा ध्यान किधर रहता है? एक तो मेरी मुनिया बिटिया रो रही है और इधर दूध की नदिया बहा दी। “ तब रैना ने कहा- “मम्मी जी मेरी बहन का फोन आ गया।तो ध्यान से निकल गया और … Read more

पुलिस बूथ – नेकराम : Moral stories in hindi

शहर की लाल बत्ती का बड़ा सा चौराहा वही सड़क किनारे शाम 4:00 बजे एक आइसक्रीम की रेहड़ी अपने समय पर आकर खड़ी हो जाती आइसक्रीम बेचने वाला शिव कुमार 3 सालों से अपने चुने हुए स्थान पर समय पर आ जाता सर्दी हो या गर्मी वह हमेशा एक कलर की ही कमीज पहने दिखाई … Read more

दोस्ती का रंग – विभा गुप्ता  : Moral stories in hindi

सीमा और पूजा पक्की सहेलियाँ थीं।स्कूल से काॅलेज़ में आने के बाद भी उनकी दोस्ती बरकरार रही।कुछ ने तो उन दोनों के बीच दरार डालने की कोशिश भी की लेकिन वे कामयाब न हो सके।          सीमा जब बीए फ़ाइनल ईयर में थी, तभी उसकी शादी शहर के नामी बिजनेस मैन संजीव से हो गई।कुछ महीनों … Read more

नई बहारें – निभा राजीव “निर्वी” : Moral stories in hindi

पार्टी बस शुरू ही होने वाली थी। आईपीएस अधिकारी अंजलि तैयार हो चुकी थी। चौड़े बॉर्डर की पीली वाली साड़ी में उनका सांवला सलोना रूप दमक कर और भी निखर रहा था। उसने अपना पर्नेल नेकलेस पहना और अपने आप को आईने में देखा तो अचानक अतीत के पृष्ठ खुलकर उसकी आंखों के सामने फड़फड़ाने … Read more

धिक्कार – आरती झा ‘आद्या’ : Moral stories in hindi

“देखिए मिसेज दत्ता, मैं आपको अधिक से अधिक दवा ही दे सकती हूॅं। आपकी दिनचर्या तो आप ही सुधार सकती हैं। देखिए आपका कोलेस्ट्रॉल, शुगर सब की रिपोर्ट गड़बड़ है। सुबह-शाम की नित्य सैर आपके लिए, आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही आवश्यक है।” डॉक्टर माया क्लिनिक में नीरा दत्ता की रिपोर्ट्स देखती समझा रही … Read more

ओपन माइक – डॉ.पारुल अग्रवाल: Moral stories in hindi

नीलेश आज अपने आपको बहुत धिक्कार रहा था क्योंकि उसे लग रहा था कि जीवन में कुछ भी बनने में वो कामयाब नहीं रहा।आज मुंबई में आए हुए पूरा एक वर्ष हो गया था। वो एक बड़ा गायक बनने का ख्वाब लेकर इस सपनों की नगरी में आया था। उसके एक सफल गायक बनने के … Read more

दूरियां दिलों की मिटाना है – अमिता कुचया : Moral stories in hindi

रेनू मां मां ••••चिल्लाते हुए अंदर‌ आई बोली मां मैं आ गई ••• अरे मेरी प्यारी मीसा बेटू कहां है •••रेनू के कहते ही तब उसकी मां बोली- “अरे बेटा चैन की सांस लेकर थोड़ी बैठ तो जा …और चाय ,पानी पी ले। फिर बुला लेना।” हां- हां मां मैं पानी पी लूंगी।और चाय भी … Read more

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