अहमियत – पूजा मिश्रा : Moral stories in hindi
जयराम आश्रम में गंगा के किनारे सीढ़ियां पर बैठी अमृता गंगा की लहरों को अपलक देख रही थी मन में विचारों का झंझावात चल रहा था । मेरी जिंदगी इन लहरों की तरह क्यों नही थी ये तो अपनी मर्ज़ी से आगे बहती जा रही हैं मै अपनी मर्जी का जीवन क्यों नहीं जी पाई … Read more