गुड फॉर नथिंग – श्वेता अग्रवाल : Moral stories in hindi

निधि आज बहुत ज्यादा खुश थी और खुश होती भी क्यों नहीं,उसकी प्यारी ननद मीनल जो उसके पास रहने आ रही थी। वह सुबह से ही उसके पसंद के पकवानों को बनाने में लगी हुई थी।तभी अचानक डोरबेल बजने लगी। “अरे! इस वक्त कौन आ गया?” सोचते हुए अपने आटा सने हाथों से निधि ने … Read more

वादा – लतिका श्रीवास्तव   : Moral stories in hindi

बचपन में थोड़ा बड़ा हुआ तो मां मुझे खरीददारी के लिए बाजार भेजने लगी थी।सब्जी लाना हो फल लाना हो मां अब मुझे ही कहती और जितने रुपए देती पूरा हिसाब पूछती और फिजूल खर्ची उसके बर्दाश्त के बाहर थी।पहले पहल तो बहुत बुरा लगता था मुझे बाजार जाना और सब्जी मंडी में घुस कर … Read more

पापा कब आओगे? (भाग-2)   : Moral stories in hindi

अब तक आपने पढ़ा।चार लोगों का सुखी परिवार था सुबोध मीना, ख्याति और यश। सुबोध का एक दोस्त था शिव जिसका विवाह नीरू से होने वाला था। एक दिन अचानक सुबोध ना जाने कहां गायब हो जाता है मीना और बच्चे परेशान हैं। अब आगे  दोपहर में शिव आया। ख्याति उसकी टांगों से लिपट गई … Read more

कठपुतली – पूजा शर्मा   : Moral stories in hindi

सीमा दुल्हन बनाकर मनोज के घर आ गई। नई दुल्हन की तरह उसके चेहरे पर कोई उल्लास या चमक नहीं थी। बस कठपुतली की तरह सारे रस्मों रिवाज निभाये जा रही थी। मनोज की मां कमला देवी ने उसकी गोद में 2 साल की नन्ही पीहू लाकर डाल दी।  और कहा देखो बहू अब तुम … Read more

माँ बनी शेरनी – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

   सुबह-सुबह दरवाज़े की घंटी बजी तो मनोरमा जी ने सोचा कि चंपा आई होगी…उसके आने का यही तो टाइम है,यही सोचकर उन्होंने दरवाज़ा खोला तो अपनी बेटी श्रेया को देखकर खुश हो गई।कुछ कहती इससे पहले श्रेया माँ के गले लगकर रोने लगी।          छह बरस पहले श्रेया का विवाह सिद्धार्थ के साथ हुआ था जो … Read more

ये क्या हो गया – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

रत्ना जी के घर आज बहुत चहल पहल थी…कुछ ख़ास रिश्तेदार भी घर आए हुए थे…मौका था उनकी इकलौती पोती दीया की सगाई का । दीया की माँ रमा हमेशा से घरेलू कामों में निपुण थी और उसकी चाची तारा को सजने संवरने से फ़ुरसत ही नहीं मिलती थी… और उससे बढ़कर वो बिना काम … Read more

भाभी से कैसी जलन – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 शुभी अपने कमरे में चारपाई पर बैठी मोबाइल चला रही थी। सामने लगे पंखे की हवा उसके बालों को उड़ाती, पर उसका ध्यान मोबाइल पर आए मैसेजों की ओर था। उसकी सहेलियां दिव्या और नीलम आजकल खूब मज़ाक किया करती थीं। ऐसे ही दिव्या का नोटिफिकेशन चमका— “और शुभी… कैसा लग रहा है नई-नई नंद … Read more

बूंद बूंद से घड़ा भरता है – निशा जैन: Moral stories in hindi

अरे सुषमा मैं जब से आई हूं तब से देख रही हूं तेरे घर के ग्लास पर ये क्या लिखा हुआ है किसी पर एम, किसी पर एन, ई, एस, जे ये टैंट के ग्लास हैं क्या अरे नही जीजी ये मेरी बहु की कारिस्तानी है और  पानी और खाने की क्या अहमियत है ये … Read more

बहू के माता-पिता की अहमियत – सुषमा यादव : Moral stories in hindi

यह बहुत सालों पहले की कहानी है,जब परम्पराओं का बहुत ही कठोरता से पालन किया जाता था। बेटी के घर का पानी पीना भी पाप समझा जाता था। सब स्त्रियां कितनी भी उम्रदराज क्यों ना हों,लंबा घूंघट हर समय चेहरे पर रहता।मजाल है कोई उनका चेहरा देख ले। माधुरी की सासू मां ने एक दिन … Read more

पसंद नापसंद की – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

रीना ओ रीना बड़ी अच्छी खुशबू आ रही हैं तेरे घर से ,कयाआज फिर तू मठरियां बनाने बैठ गई,येआबाज रीना की सहेली रेखा की थी।कया करू रेखा आज आफिस जाते समय इनकी फरमाइश थी कि जब शाम को घर लौटूं तो चाय के साथ गरमागरम मठरिया बना घर रखना।बस भाईसाहब ने कहा और तू जुट … Read more

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