पापा कब आओगे? (अंतिम भाग )   : Moral stories in hindi

डॉक्टर साहब ने कहा डर वाली कोई बात नहीं है। शिव ने डॉक्टर से पूछ कर उस आदमी की नाई को बुलाकर शेव बनवा दी। अब वह बिल्कुल पहचान में आ रहा था। हां, यह सुबोध ही तो है। शिव की आंखों से आंसू बह चले। बालों को हाथ नहीं लगाया जा सकता था क्योंकि … Read more

माथा- पट्टी – करूणा मलिक : Moral stories in hindi

पूनम , अब मेरी दो दिन की छुट्टी है । देख, कल और परसों मेरे साथ लगकर स्टोर की सफ़ाई करवा दे। इस बार तो दीवाली पर भी स्टोर को छोड़ दिया था । ठीक है दीदी । कल सुबह सात बजे आ जाऊँ ?  अरे नहीं, कल मैं भी आराम से उठूँगी । ऐसा … Read more

मेरे साथ जो हुआ तुम्हारे साथ नहीं होगा – मंजू ओमर : Moral stories in hindi

घर में आज अंजना की बेटी की शादी थी ।बारात आने वाली थी सभी लोग बारात की आगवानी में दरवाजे पर खड़े थे । तभी बारात आ गई पंडित जी बोले दूल्हे की मां आए और दूल्हे की आरती उतारें । अंजना अपनी बहू सीमा को आवाज देने लगी अरे सीमा आरती की थाल ले … Read more

मोडर्न ज़माने की है मेरी बिटिया – मीनाक्षी सिंह: Moral stories in hindi

ठाकुर साहब … जल्दी चलिये….. कहीं देर न हो जायें …. इससे अच्छा रिश्ता अगर हाथ से निकल गया तो हाथ मलते रह ज़ायेंगे …..  राम शंकर ठाकुर दयाल जी से बोले….  तो हमारी राखी में कोई कमी है …. ये ना सही तो कोई और लड़का मिल जायेगा उसे…. पढ़ी लिखी, सब कामों में … Read more

एक दूजे के लिए – डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi

अन्वी आज सबसे दूर भाग जाना चाहती थी। जिन परिवार वालों के लिए उसने अपना सब कुछ लगा दिया आज उन्होंने ही उसको पराया बना दिया। वक्त के साथ खून के रिश्तों पर भी किस कदर बर्फ जम जाती है ये उसको महसूस तो होना शुरू हो गया था पर आज अपनी आंखों से देख … Read more

मेरे साथ जो हुआ तुम्हारे साथ नहीं होगा – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

जगन्नाथ बैठक में बैठकर टी वी देख रहे थे । विनीता रसोई में अपना काम ख़त्म करके बैठक में आकर पति की बगल में बैठती है। एक सप्ताह पहले ही जगन्नाथ को अस्पताल से लेकर आए थे । एक सप्ताह पहले उन्हें ऑफिस से आते समय रास्ते में ही माइल्ड हार्ट अटैक आया था । … Read more

माँ बनूंगी सास नही – वीणा सिंह   : Moral stories in hindi

घर के काम खत्म कर फुरसत से मैगजीन के पन्ने पलट हीं रही थी कि संजय का फोन आया.. संजू मां और बाबूजी दोपहर की ट्रेन से आ रहे हैं मैं ऑफिस से हीं उन्हे लेने चला जाऊंगा.. खाना इकट्ठे खायेंगे…                छोटे बेटे समर के यहां गए मात्र पंद्रह दिन हीं तो हुए हैं…                     फ्लैश … Read more

खून – प्राची अग्रवाल  : Moral stories in hindi

कामवाली सुगना की लड़की का ब्याह था। बहुत खुश थी सुगना। बड़े चाव से तैयारियांँ कर रही थी। जितना उससे बना, अपनी लड़की के लिए दहेज का सामान भी इकट्ठा किया। इज्जत से लड़की विदा हो जाएगी यह सोचकर मन ही मन हर्षित थी। चलो मेरे भाग्य में तो सुख नहीं है। क्योंकि सुगना अपने … Read more

अपना अपना दायित्व – निशा जैन : Moral stories in hindi

मां जी अब आप ही समझाइए अपनी प्यारी पोत बहु को , शादी हुए पूरा महीना हो गया  पर घर के तौर तरीके सीखी नही अभी तक। रोज़ रोज़ टोकना मुझे अच्छा नहीं लगता। कितनी बार कह चुकी हूं  सुबह जल्दी उठा कर, साड़ी पहन लिया करो , अच्छे से तैयार होकर रहा करो , … Read more

जो मेरे साथ हुआ….. रश्मि झा मिश्रा   : Moral stories in hindi

नेहा के पापा सरकारी महकमे में.. उच्च पदस्थ अधिकारी थे… उनका घर.. लेकिन किसी बड़े शहर में न होकर… एक छोटे कस्बे में था… जहां उच्च शिक्षा की… बेहतर सुविधाएं.. उपलब्ध नहीं थी….। अपनी 12वीं की परीक्षा संपन्न करने के बाद.. आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए… नेहा को घर से हॉस्टल भेजना पड़ा…! … Read more

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