कामचोर – कान्ता नागी: Moral stories in hindi

कामिनी देवी घर की मुखिया थी।उनका हंसता खेलता परिवार था।पति केशवदासजी बड़े सुलझे हुए इंसान थे।जो कानपुर शहर के बहुत बड़े बिजनेसमैन थे।वे रेडीमेड पोशाकें सभी वर्गो के लिए बनाते थे। कामिनी देवी के सरल स्वभाव के कारण जो भी उनके शोरूम मे आता दो तीन पोशाकें अवश्य खरीद कर जाता था क्योंकि केशवदासजी मार्केटिंग … Read more

अर्द्धांगिनी -अभिलाषा कक्कड़: Moral stories in hindi

शोभा जैसे ही फ़ोन बन्द करके मुड़ी तो एक दम से सामने पति राकेश को देख कर डरी और फिर चिल्ला कर बोली… हे भगवान पता भी है तुम्हें कि मैं डर जाती हूँ । आते हो तो कोई खटका ही कर दिया करो ताकि मेरे दिमाग़ को पता हो कि तुम आसपास हो । … Read more

मैं तुम्हें देवता कैसे कहूं? – बीना शर्मा: Moral stories in hindi

शाम के वक्त रजनी अपने पति राजीव के लिए चाय लेकर ड्राइंग रूम में आई तो राजीव गुस्से में रजनी से बोला “ले जाओ अपनी चाय मुझे नहीं पीनी सबके सामने मेरा अपमान करते हुए तुम्हें शर्म नहीं आई यदि तुम दीदी की हां मे हां मिलाकर मुझे देवता कह देती तो तुम्हारा कुछ बिगड़ … Read more

सास मे भी औरत है – करुणा मलिक : Moral stories in hindi

मान्या स्कूल से आते ही बाथरूम में घुस गई । जब स्कूल से निकली उस समय आकाश में हल्के-हल्के बादल छाए थे। रिक्शा पकड़ने में जल्दी भी की पर अचानक तेज बारिश शुरू हो गई और मान्या घर पहँुचते-पहँुचते पूरी तरह से भीग गई। नहाने के बाद बढ़िया कड़क सी चाय बनाकर बालकनी में बैठ … Read more

जीवनसाथी – संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

” मैं सिर्फ आपकी पत्नी और इस घर की बहू ही नहीं प्रथम किसी की बेटी भी हूं अगर यहां मेरे फर्ज हैं तो वहां भी कुछ फर्ज बनते हैं तुमने और तुम्हारे घर वालों ने कैसे सोच लिया कि मेरे पापा वहां जिंदगी मौत से लड़ रहे है और मैं यहां खुशियां मनाऊं!” मान्या … Read more

आख़िरी इच्छा – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

मंजू अपने पति से कहती है कि देखो जी ! संजू आज आठ वर्ष का हो गया है । हमने इसे पाने के लिए कितनी मिन्नतें और मुरादें की थी । अब हमें भी अपनी क़सम पूरी करनी चाहिए । क़सम ! कौन सी क़सम ? देखो जी ,अब आप टाल-मटोल मत करो ।आपको अच्छे … Read more

रिश्तों में आई दरार – कविता झा ‘अविका’: Moral stories in hindi

दोस्तों के बहकावे में आकर मैंने अपना वो पुस्तैनी मकान बेच दिया था। मां ने कई बार मुझसे कहा था कि… ” सुहास इसमें  तुम्हारी बहनों का भी हक बनता है, तुम्हें उनका हिस्सा दे देना चाहिए। बहनों को देने से बरक्कत ही होती है और पिता के बाद तुम्हीं पर पूरा दायित्व आ जाता … Read more

जो मेरे साथ हुआ वो तुम्हारे साथ नहीं होगा बेटा- प्राची संकेत  : Moral stories in hindi

मां मां जानकी ने आवाज लगाते हुए कहा तो प्राची की नींद टूटी मां आप ये नींद में क्या कह रही थी कि जो मेरे साथ हुआ बो तुम्हारे साथ नहीं होने दूंगी मेरी बच्ची,  प्राची ने कहा -कुछ नहीं बेटा ओर     बात को टालते हुए पूछा अच्छा ये बताओ कैसी रही आज … Read more

जो मेरे साथ हुआ वो तेरे साथ नही होने दूंगी – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

दीदी आप समझाओ ना पापा को कह रहे है कोई जरूरत नहीं है नौकरी करने की अब शादी कर लो फिर तुम्हारे ससुराल वाले जो कहे वो करना अगर वो राजी हो तो कर लेना नौकरी । नौकरी के चक्कर मैं फिर उम्र निकल जायेगी फिर अच्छे लड़के नही मिलते अभी रिश्ता आया है सोनल … Read more

माता-पिता को एकांतता देना भी हमारा दायित्व है-के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

मनोज एक सरकारी दफ्तर में ऑफ़िसर के पद पर जॉइन हुआ था । सब उसके नसीब पर ईर्ष्या करते थे कि छोटी सी उम्र में ही उसे इतनी अच्छी नौकरी मिल गई है । माता-पिता की तो खुशी का ठिकाना ही नहीं था। उनके घर के सामने लड़कियों के पिताओं ने लाइन लगा दी थी … Read more

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