अपने प्रति दायित्व – गीता वाधवानी : Moral stories in hindi

आज विभा जब बाजार गई, तब अचानक एक महिला उससे टकरा गई। विभा ने कहा-“सॉरी !”  उसे औरत ने भी कहा-“सॉरी”और जब दोनों ने एक दूसरे को देखा, तब 2 मिनट लगे एक दूसरे को पहचानने में। हालांकि पहले विभा ने पहचान लिया-“अरे शिल्पा तू।”  शिल्पा उसकी एक पुरानी सहेली थी। कई वर्षों बाद दोनों … Read more

प्रेम भरे रिश्ते – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral stories in hindi

मेरे गृहनगर में मेरा स्थानांतरण कर दिया गया था।  मन ही मन बहुत ज्यादा खुशी हो रही थी। ऐसा भी हो सकता है विधाता के इस निर्णय पर…! मन में जितनी खुशी थी उससे ज्यादा रोमांचक फील कर रही थी। अपने माता-पिता के घर में जाकर रहना, कितनी खुशी की बात होती है…!! बड़े भैया … Read more

दायित्व – मुकेश कुमार झा : Moral stories in hindi

” अरे सुनती हो रमा, कहाँ चली गई” बाहर से आते हुए उमेश जी आवाज देते हुए छोटे से बने आँगन में आते है और सब्जी का थैला रखते है।  उमेश जी, जाने कहाँ चली जाती है ये भी और आँगन में रखे मटके में से पानी लेकर पीते है।  कुछ देर बाद लकड़ी का … Read more

माँ का दायित्व – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

    डोरबेल बजते ही शैली ने दरवाज़ा खोला तो कोरियर वाले ने उसे एक लिफ़ाफा थमाया और उससे हस्ताक्षर करवाकर चला गया।शैली ने लिफ़ाफा खोला तो तलाक के पेपर देखकर वह दंग रह गई।शशांक ने उसे तलाक का नोटिस भेजा था।उसने अपनी मम्मी शकुंतला को तलाक के कागज़ात दिखाये तो वो खुश होकर बोली,” कर दे … Read more

दायित्व अपने अपने – माधुरी गुप्ता: Moral stories in hindi

न जाने क्यों अनुज का मन अतीत की तरफ लौट रहा था,उसके दिमाग में उसके साथ हुईं बचपन की घटनाऐं किसी चलचित्र की तरह सामने आरही थी। लगा कि मैं एक बार फिर से अनाथ होगया हूं।मेरा दायित्व उठाने बाली जीजी मां मेरा साथ छोड़ कर चली गई थी।उनके साथ बिताए गए ३० साल सामने … Read more

चमत्कार – करुणा मलिक : Moral stories in hindi

माला और हेमंत की शादी को सोलह साल हो चुके थे ।  इन बीते सालों में उन दोनों ने  शहर के बड़े से बड़े डॉक्टरों को दिखाया, न जाने कितने टैस्ट हुए पर सभी मेडिकल रिपोर्ट नार्मल थी । डॉक्टरों की पूरी – पूरी टीम केस डिस्कस करती लेकिन माला मातृत्व के सुख से वंचित … Read more

दायित्व – रश्मि झा मिश्रा : Moral stories in hindi

आंगन के बाहर बने… बरगद के चबूतरे पर… नन्ही रिया बैठी चुपचाप अंदर हो रहे घमासान को देख रही थी….!  उसकी आंखों के आंसू सूख चुके थे… चेहरा पीला पड़ गया था…. आंगन में उसके पिता की लाश पड़ी थी…. मां तो उसे जन्म देते ही गुजर गई थी… और यह पिता जिन्होंने 10 सालों … Read more

नालायक – मंजू ओमर : Moral stories in hindi

जगदीश जी अपने बेटे की हरकतों से परेशान हो गए थे।आए दिन उसकी शिकायतें मिलती रहती थी परेशान हो गए थे वो अपने बेटे से ।कारण था घर में अच्छा खासा पैसा था और जगदीश जी की पत्नी निर्मला जी बेटे के हाथ में खूब पैसा देती रहती थी जिसकी वजह से बेटा थोड़ा सा … Read more

बंटवारा – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

राधा जी की दो बहुऐ हैं-एक का नाम नदंनी व दूसरी का नाम मंदाकिनी,जिसे वे प्यार से मंदा पुकारती हैं। राधा जी ने अपनी दोनो बहुओं के काम का बंटवारा कर रखा है।सुबह का नाश्ता व लंच मंदा बनाती है,तो शाम की चाय व खाना नंदंनी देखती है। इससे सारे काम सुरूचिपूर्ण ढंग से निपट … Read more

बेटी के लिए दायित्व, पर बहू के लिए एहसान – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

महक..! मोना का आठवां महीना शुरू हो गया है, तो उसने मुझे बुलाया है… सोच रही हूं उसकी डिलीवरी तक उसके पास ही रहूं… उसकी सास का तो तुम्हें पता ही है.. कोई भी दायित्व लेना नहीं चाहती और डॉक्टर ने मोना को अभी ट्रैवल करने से मना किया है… इसलिए यहां भी वह आ … Read more

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