मां का दिल (भाग 1) – लतिका श्रीवास्तव

…..अचानक शहर से खबर मिली कैलाश को पुलिस पकड़ ले गई है …..शहर में जिन लोगो के साथ उसका उठना बैठना था उन्हीं लोगों ने उसे जालसाजी में फंसा दिया था….मां तो रोने ही लग गई मेरा लाड़ो पला बेटा जेल में रहेगा कसाई होते हैं ये पुलिस वाले मार मार के मार ही डालेंगे … Read more

फेवीकॉल का मजबूत जोड़ – डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral Stories in hindi

आज दिव्या और राघव की शादी थी।दिव्या बहुत ही सुंदर दुल्हन बनी थी। वो सज धज कर अपने दुल्हे का इंतज़ार कर रही थी। अभी बारात के आने में थोड़ा समय था। दिव्या को तो विश्वास ही नहीं हो रहा था कि राघव दुल्हे के रूप में उसको मिलेगा पर समय बदलते देर नहीं लगती। … Read more

यह घर तुम्हारा भी है : Moral Stories in hindi

प्रदीप की शादी प्रिया से हुई । प्रिया दुल्हन बन कर कल ही आई थी। सुबह जब सासू माँ (सरला) ने नाश्ता दिया और पहला कौर खाते ही प्रिया ने कहा, ”मम्मी जी ये इसका स्वाद बिल्कुल मेरे घर जैसा है। सासू माँ ने हँसते हुये कहा प्रिया बेटा “अब ये घर तुम्हारा भी है”।  … Read more

भाग्यविधाता – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : वैभव जब इंजीनियरिंग के अंतिम साल में था तब ही उसकी नौकरी एक बहुत बड़ी कंपनी में लग गई थी । उसी साल उसकी मुलाक़ात रश्मि से हुई जिसका भी अंतिम साल ही था । उन दोनों की थोडी सी मुलाक़ातों में ही इतनी अच्छी दोस्ती हो गई थी कि … Read more

भाग्यविधाता – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  आज शहर के विख्यात स्टेडियम में मेरा सम्मान समारोह होना है.. अपनी मेहनत और संघर्ष के बल पर शहर में अपनी एक पहचान बनाई हूं.. और अपनी #भाग्यविधाता#भी मैं खुद हीं हूं..चीफ मिनिस्टर आज मुझे सम्मानित करेंगे.. और ये सम्मान सिर्फ मेरा नही मेरे जैसी अनेक बहनों का है जो … Read more

विदेह की वैदेही – रीमा महेंद्र ठाकुर : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  बेटा सीधा पैर””” सास उमा  जी बोली””” नयी बहू ने सास की ओर देखा, मासूमियत भरी मुस्कान उसके चेहरे पर फैल गयी””” उसने धीरे से दाहिना पैर रंग से भरे हुऐ बडे थाल में रख दिया””” एक के बाद दूसरा पैर रखने मे कुछ अलग सा महसूस हुआ”” अब रूको … Read more

अब और नहीं – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “कहां की तैयारी हो रही है?” ज्योति को को बैग में कपड़े डालते हुए देखकर उसके पति देवेंद्र ने पूछा।  ज्योति ने उनकी तरफ देखते हुए कहा-“मैं घर छोड़कर जा रही हूं। चाहती तो आपके बिना बताए रात के अंधेरे में भी जा सकती थी लेकिन मैंने बता कर जाना … Read more

अंधश्रद्धा – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अरे दीदी कहां की तैयारी हो रही हैं..!! बाबा जी के आश्रम जा रही हूं जया तू भी चल इस बार बाबाजी का आशीर्वाद ले आना तेरे बेटे की नौकरी भी लग जायेगी और तेरे पति के साथ तेरे मनमुटाव का हल भी दे देंगे बाबाजी मालती दीदी ने इतनी … Read more

कृष्णा दीदी, एक मुसीबत – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ओफ्फ ओ आज कृष्णा दीदी फिर आ गई क्या मुसीबत है अर्चना बड़बड़ाती हुई अंदर चली गई ।इतने में नीरज की आवाज आई अर्चना जरा चाय बनाना दीदी आई है ।                    चार भाई और तीन बहनों में कृष्णा दीदी दूसरे नंबर की बहन थी और नीरज सब भाई बहनों में … Read more

किसके भाग्य खुले..? – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अरे राधा.. जरा बुलाओ अपनी बहू को.. शगुन देने आई हूं.. सविता जी ने अपनी भाई की पत्नी राधा से कहा…  राधा:  क्या दीदी..? शादी पर तो आई नहीं और अब शगुन देने आ रही हो..? इस शगुन से ज्यादा अरुण और बहू को आपका आशीर्वाद चाहिए था..  सविता जी: … Read more

error: Content is protected !!