वृद्धाश्रम –  विभा गुप्ता : Moral Stories in hindi

 ” बहू.., मैं सोच रही हूँ कि हमें वृद्धाश्रम चले ही जाना चाहिये।तुम्हें सुकून मिल जाएगा और हमें….।” गैस पर चढ़ा कढ़ी के भगोने में कलछी हिलाते हुए जानकी जी ने अपनी बहू आशी से कहा तो वह छहचकित हो गयी।चेहरे पर भाव ऐसे आ गये जैसे किसी ने उसे काले पानी की सज़ा सुना … Read more

ये घर तुम्हारा भी है … – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in hindi

शांति जी के कंपकपाते हाथों से कांच का कप चाय छानते हुए झट से नीचे गिर गया….. बाहर गेस्ट रूम में अपनी सहेलियों संग बैठी बहुरानी मोहिनी की एक सहेली बोली…. देख तेरी सास से फिर कोई कांड किया…. ये सासे ऐसी क्यूँ होती है कि बहू बेटे के पैसों को, उनके सामान को मिट्टी … Read more

भाग्य लकीर – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in hindi

 आप सबको तो बता रहे हैं, बस मुझे ही टाल रहे हैं, बताओ ना पंडित जी मैं कितना पढूंगा।         पढ़ो बेटा खूब पढ़ो,राम सब भली करेंगे।         पर आप अब भी नही बता रहे,कि मैं कितना पढूंगा?         देखो बेटा, मैं हाथ की रेखाएं देखकर ही भविष्य बताता हूँ,मैं तुम्हे उदास नही करना चाहता था,इसलिये नही बता … Read more

घमंड टूट ही गया – हेमलता गुप्ता: Moral Stories in hindi

रिद्धिमा बहुत जिद्दी और बदतमीज लड़की थी, देवी शंकर जी ने लाड प्यार में उसे इतना बिगाड़  दिया था कि वह अपने आगे किसी को कुछ नहीं समझती थी। समय उपरांत देवी शंकर जी ने उसकी शादी  बहुत ही कुलीन और संस्कारित परिवार में यह सोचकर करवा दी कि शायद वहां रहने से रिद्धिमा सुधर … Read more

परी – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in hindi

“मालिक मुझे कुछ रुपए उधार चाहिएं!” रामू अपने गांव के सरपंच दामोदर के पास आ हाथ जोड़ कर बोला। ” अरे रामू तुझे ऐसी क्या जरूरत पड़ गई तू तो कभी उधार नहीं मांगता फिर आज ऐसा क्या हुआ ?” सरपंच ने आश्चर्य से पूछा। ” वो मालिक हमारी बिटिया है ना सलोनी वो कल … Read more

ये घर तुम्हारा भी है””आज का परिवेश” : Moral Stories in hindi

गौरी उठ जा बेटा “” समय देख”””ग्यारह पच्चीस हो गये! पापा आते ही होगें”””” मम्मी जी उठती हूं,बस पांच मिनट “”” उठ जा बेटा लोग क्या कहेंगें””” अरे””””कहने दो””” गौरी ने वापस कम्बल पैर से सिर तक खीच लिया “”” अब गार्गी क्या करे,लड्डू गोपाल को पहले भोग लगाये,या पति के भोग की तैयारी करे”””” … Read more

देश ही भाग्य विधाता – शुभ्रा बैनर्जी: Moral Stories in hindi

प्रतीक को आई आई टी से पास आउट होते ही मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छे पैकेज पर नौकरी मिल गई थी।प्रतीक अपनी सहपाठी नित्या से प्रेम करता था।अपने मम्मी -पापा को नित्या के बारे में बताया,जो कि सजातीय नहीं थी।सुलभा(प्रतीक की मां)ने एक ही बात कही”हमें तो कोई परेशानी नहीं इस विवाह से।तुम्हारे पापा भी मान … Read more

भाग्य विधाता – मंजू ओमर: Moral Stories in hindi

बेटी हुई है ,नर्स ने जब लेबर रूम से बाहर आकर निर्मला जी को खबर दी तो उनकी आंखों से आंसू टपक पड़े ।पति अनिल से शिमला जी बोली कैसा खेल रचा है भाग्य विधाता ने दुनिया में आने से पहले बेटी के पापा ही दुनिया से चले गए। अनिल जी ने निर्मला को धीरज … Read more

तुम मेरे भाग्यविधाता नहीं हो – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in hindi

रजनी की शादी तय हो रही थी, लेकिन उसके मन में अजीब सी परेशानी थी, वो विनय को तो अच्छी तरह से जानती थी पर अपने होने वाले सास-ससुर का व्यवहार उसको पता नहीं था, विनय अपने मम्मी-पापा के बारे में हमेशा अच्छी ही बातें बोलता था, लेकिन वो शादी के पहले अपने सास-ससुर से … Read more

मां का दिल (भाग 2) – लतिका श्रीवास्तव

तीन भाई …… एक सबसे छोटा मानसिक विक्षिप्त सा है  एक बार पागलपन में बाड़ी में बने कुएं में कूद गया था उसीको बचाने में पिता जी भी बिना आगा पीछे सोचे कुएं में कूद गए सिर कुएं की सख्त दीवाल से टकराया और तुरंत मृत्यु हो गई थी भाई को तो सुरक्षित निकाल लिया … Read more

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