अपनों का अहसान कैसा… ये तो मेरा फर्ज था… – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : विराट अपने चाचा के साथ शहर में रहकर पढ़ाई कर रहा था। उसके पिता गाँव में साझी गृहस्थी में खेती वाड़ी का काम सम्हाल रहे थे, इसलिए गाँव में पढ़ाई की असुविधा के चलते विराट अपने चाचा के साथ शहर आ गया। कुछ दिन तो सब कुछ ठीक चलता रहा। … Read more

सास से ससुराल – शिखा श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

दोपहर का वक्त था। सरोजनी जी अपने कमरे में आराम कर रही थीं। अचानक कोलाहल की आवाज़ से उनकी नींद टूटी। ध्यान से सुनने पर पता चला कि आवाज़ उनके बेटे-बहू के कमरे से आ रही थी। “ये अचानक इन दोनों को क्या हो गया? अभी खाने की मेज पर तो सब कुछ सही था।” … Read more

अंतर्मन की लक्ष्मी ( भाग – 43) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

“तुम दोनों, सौरभ बेटा तुम” मनीष के साथ बैठक में छोटी बल्ब की हल्की रोशनी में दीपिका और सौरभ को देखकर अंजना आश्चर्यचकित होकर कहती है। “शी.. शी..आंटी जी, आपकी बहू की नींद बहुत पतली सी है। कल उनका जन्मदिन है और अब मेरे पतिदेव और उनके पतिदेव के बीच दोस्ती हो गई है तो … Read more

माँ को पास रखना गर्व की बात है । – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : वसंता रसोई में खाना बना रही थी कि बेल बजी । उसने सोचा बच्चों को स्कूल बस में अभी चढ़ाकर आ रही हूँ विजय ऑफिस के लिए निकल गए हैं तो कौन हो सकता है सोचते हुए दरवाज़ा खोलती है तो सामने जिठानी नमिता जी खड़ी थी जल्दी से उनके … Read more

मित्रता – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

 ‘आप चिन्ता न करें आण्टी जी, मैं माला को कुछ नहीं होने दूॅंगी। आप हिम्मत रखिये सब ठीक होगा। कल उसका आपरेशन है, मैं ही करूँगी, मैंने उसके सारे टेस्ट करवा लिए है। सारा इन्तजाम भी कर लिया है।’ ‘पर बेटा माला के बापू को आने में वक्त लगेगा वे कल रात तक आ पाऐंगे। … Read more

हार की जीत (भाग 3) – माधुरी बसलस : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :   जब घड़ी ने रात के १२बजाये तब उसकी सास ने कहा ” बेटा रात बहुत हो गई है ,शादी की रस्में निभाते निभाते तू भी थक गई होगी अब सोजा ” लाख अच्छाई के बाबजूद मेरे रमेश मे यही एक ख़राबी है कि खुशी के मौक़े पर एकाद पैग लगा … Read more

हार की जीत  – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

अपनी माँ कामिनी के घर से वापिस निकलते ही राधा के मन मे विचारों की सुनानी सी आगई,मन मस्तिष्क मे विचारों का ऐसा भयानक बवंडर उठा उसके दिमाग़ ने काम करना बंद कर दिया ।माँ उसके साथ कैसा कर सकती है ? माँ के सिवाय इतनी बड़ी दुनिया मे आख़िर उसका कहने को है ही … Read more

हार की जीत (भाग 1) – माधुरी बसलस : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अपनी माँ कामिनी के घर से वापिस निकलते ही राधा के मन मे विचारों की सुनानी सी आगई,मन मस्तिष्क मे विचारों का ऐसा भयानक बवंडर उठा उसके दिमाग़ ने काम करना बंद कर दिया ।माँ उसके साथ कैसा कर सकती है ? माँ के सिवाय इतनी बड़ी दुनिया मे आख़िर … Read more

शुरुआत की बात (भाग 2) – लतिका श्रीवास्तव  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुबह की चाय तो पल्लवी के लिए भी एकदम जरूरी थी सो वह झटपट चाय बनाने के लिए रसोई की तरफ बढ़ चली अचानक उसे लगा सासू मां भी तो चाय पियेंगी आखिर सुबह से उठी हैं उन्हें भी कितनी देर हो गई है जाते जाते झांक कर पूजा घर … Read more

शुरुआत की बात (भाग 1)- लतिका श्रीवास्तव  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “मां चरणस्पर्श “नई नवेली बहू पल्लवी  सुबह सुबह ही सिर पर आंचल रख शोभाजी के पैरों पर झुकने लगी तो नई नवेली सास शोभा जी ने झटके से अपने पैर हटा लिए…! पल्लवी आधी झुकी सी खड़ी रह गई थी। अभी मेरी पूजा खत्म नहीं हुई है जब तक मैं … Read more

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