हमारे ख़ानदान में बेटियों की पसंद नहीं चलती – रश्मि प्रकाश: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “ क्यों री प्रमिला बेटी का ब्याह क्या अब बुढ़ापे में करेंगी…पर तू तो लागे है सुमति के पैसे का मोह छोड़ ही नहीं पा रही है.. तीस की हो जावेगी अब कब तक घर में बिठा के रखेंगी….. माना पहले कमाने वाली वो अकेली ही  थी तब बात समझ … Read more

नई सोच नए नियम : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बारात दरवाज़े पर पहुँच चुकी थी । सब वर पक्ष का स्वागत करने में लगे हुए थे । दूल्हे को स्टेज पर बैठाने के बाद दुल्हन की बहन और सखियाँ मैथिली को लेने के लिए कमरें में दाखिल होती है । लेकिन कमरें में मैथिली को ना पाकर एक दूसरे … Read more

कुछ तो लोग कहेंगे – निशा जैन : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : पिताजी संध्या के लिए गोयल साहब के बेटे अनुज का रिश्ता आया है। मै सोच रहा हूं, हां कर दूं नीलेश ने अपने पिता( दीनदयाल) जी से पूछा ये क्या बोल रहा हैं तू? कुछ सोचा हैं लोग क्या कहेंगे? थू थू करेंगे हमारे खानदान पर।  इतने बड़े समाज में … Read more

बचपन वाला प्यार… – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “अरे मोहंती बाबू आप…और यहाँ… कभी सोचा ना था फिर मिलना होगा !” मनोहर जी अपने सामने वाले फ़्लैट के सामने खड़े शख़्स को देख कर बोले मोहंती बाबू अपना चश्मा ठीक कर आवाज़ की दिशा में घूमते हुए सोच रहे थे यहाँ अनजान शहर में कौन है जो मुझे … Read more

ऑनर किलिंग- डॉ संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : क्या??क्या कह रहे हो रेशू के बापू??तुम मार दोगे दोनो को?कौशल्या बेहोश होते हुए बोलीं। और नहीं तो क्या?तुम्हें क्या लगा कि दूसरी जाति की लड़की को घर ब्याह कर ले आऊंगा अपने बेटे की दुल्हन बना कर? चौधरी राजवीर गर्जा। लेकिन तुम भूल गए हमारा रेशू कितनी मन्नतों बाद … Read more

रिक्त स्थान (भाग 20) – गरिमा जैन

जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है ।रेखा और जितेंद्र के स्वास्थ्य में काफी सुधार हो चुका है। अगले हफ्ते से रेखा को फिर से जितेंद्र की कंपनी में काम करने जाना है। उसके फोटो शूट होंगे ,नया ऐड कंपेन भी लॉन्च होगा ।रेखा थोड़ी घबराई हुई है। क्या वह पहले की तरह काम कर … Read more

रिक्त स्थान (भाग 19) – गरिमा जैन

पता है रेखा मैं ,पूनम, स्वाति, नैना सब बचपन में एक साथ, एक ही स्कूल में पढ़ते थे । नैना हमारे ग्रुप में नहीं थी लेकिन हमारी अच्छी दोस्त जरूर थी। नैना बचपन में ऐसी नहीं थी जैसी वह बड़ी होकर बन गई लेकिन इसमें उसकी भी क्या गलती थी!!मुझे आज भी याद है हम … Read more

रिक्त स्थान (भाग 18) – गरिमा जैन

आज बहुत खुशी का दिन है ।आज रेखा और जीतेंद्र दोनों को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज मिल गया है। रेखा कितने दिनों के बाद आज अपने घर में इत्मीनान की नींद सोएगी लेकिन जितेंद्र को रात में नींद नहीं आ रही ।उसे रेखा से ढेरों बातें करनी है , रेखा को कितना कुछ बताना है ।उसके … Read more

रिक्त स्थान (भाग 17) – गरिमा जैन

रात के 1:00 बज चुके थे। अचानक रूपा को इंस्पेक्टर विक्रम का फोन आता है ।रूपा चौक जाती है!! विक्रम गंभीर आवाज में कहते हैं “रूपा क्या तुम रेखा के मां-बाप को लेकर चौराहे तक आ सकती हो? मैं यही पुलिस की गाड़ी में तुम्हारा इंतजार कर रहा हूं  । “क्या हो गया जीजू! सब … Read more

रिक्त स्थान (भाग 16) – गरिमा जैन

रूपा मैं विक्रम बोल रहा हूं जल्दी करो फॉरेन पुलिस थाने आ जाओ। बहुत जरूरी बात तुम्हें बतानी है ।रूपा 15 मिनट के अंदर इंस्पेक्टर विक्रम के साथ थी। “रूपा देखो एक और मेल आई है , किडनैपर की तरफ से!! हम इसे कई बार देख रहे हैं ,इसमें रेखा कुछ अजीब से शब्द बड़बड़ा … Read more

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