अबकी सजन सावन में!! – पूर्णिमा सोनी  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : गोल्ड फेशियल करवा लेना, मैनीक्योर, पैडीक्योर… बालों के लिए अच्छा सा कट ले लेना… और हां स्किन ग्लो करने के लिए ब्यूटीशियन से कोई अच्छी सी क्रीम भी पूछ लेना….  मम्मी की सलाहों का पिटारा खुल चुका था. रिया तेजी से गेट खुला छोड़ते हुए बाहर निकल चुकी थी।  पीछे … Read more

खानदान – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : मिताली जब विवाह पश्चात विदा होकर अपनी ससुराल गई, तब उसकी सास हर बात पर बोलती थीं,,, “हम खानदानी लोग हैं, हमारे खानदान में ऐसा होता है या  कभी कहतीं ऐसा नहीं होता!” यह सुन-सुन कर तो, मिताली के जैसे कान ही पक गए थे।  मिताली की शादी के पाँच … Read more

ऊँचा खानदान – रश्मि सिंह : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : शिवेश-आज मैं तुम्हारे कहे अनुसार फिर जा रहा हूँ, पर अगर उन्होंने अबकी बार भी कुछ व्यंग कसा तो अच्छे सुनाकर आयुँगा। रीमा (शिवेश की पत्नी)-आप तो हमेशा ताव में रहते हो, लड़की वाले हो थोड़ा संयम रखा करो। आज के जमाने में रोहित जैसा लड़का मिलना मुश्किल है, और … Read more

छुटकारा –  माता प्रसाद दुबे : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :सीमा की शादी हुए पांच साल बीत चुके थे..उसके पति राकेश प्रतिष्ठित संस्थान में कार्यरत थे..तीन साल की नन्ही बच्ची परी उसके ससुराल में सभी लोगों की आंख का तारा थी। उसकी सास रमादेवी,देवर विकास,ननद शीला,सभी लोग परी के साथ खेलते हुए बच्चे बन जाते थे..सभी लोगों की जान नन्ही परी … Read more

गुण्डा – पुष्पा जोशी : short moral stories in hindi

 जगमोहन नाम था उसका। अभी दो वर्ष पूर्व इस शहर में आया। एक हृष्ट पुष्ट नौजवान। दबंग प्रकृति का था। परिवार में कोई नहीं था। अकेला रहता था। जिस गली में रहता था, वह गली तो गली सारे शहर में उसका दबदबा था। लोग उसे गुण्डा समझते थे, और जग्गू दादा कहते थे।  सौम्या विद्यालय … Read more

खानदान – वीणा सिंह : short moral stories in hindi

धानी …  बड़े पापा क्रोध में जैसे दुर्वासा ऋषि बन गए थे.. तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई ये प्रस्ताव हमारे सामने रखने की.. तुम अच्छी तरह से जानती हो हमारे #खानदान #में लड़कियों की मर्जी शादी ब्याह में नही चलती… तुम्हारी शादी का फैसला हम तीनों भाई हीं लेंगे…. अंदर जाओ नही तो मेरा हाथ उठ … Read more

हमारे खानदान में बहू को इंसान समझा जाता है। – अर्चना खंडेलवाल : short moral stories in hindi

“तुम तो रहने ही दो, तुम्हारे खानदान में तुमने ये सब नहीं देखा होगा, तुम्हारे खानदान वालों को तो पता भी नहीं है कि बेटियों को कैसे विदा करते हैं?” ये सुनते ही साक्षी की आंखें गीली हो गई, आज उसकी ननद वापस ससुराल जाने वाली थी तो उसकी सास कल्पना जी अपनी बेटी को … Read more

तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई – सुषमा यादव

मधु की मां को एक दिन फोन आया।जब से मेरे बेटे ने आपकी बेटी को एक शादी समारोह में सबके साथ नृत्य करते देखा, तब से वह उसे पसंद करने लगा है और कहता है शादी करूंगा तो उसी लड़की से। उसने आपका नंबर उसी शादी में अपने दोस्त दूल्हे के जरिए लिया है। आप … Read more

बेबी चांदनी (भाग 7) – सीमा वर्मा

‘ आज मम्मी की रिपोर्ट आने वाली है। कहीं … यह असमय की बीमारी भगवान् ना करे उनके शरीर से लेकर मन तक फैल ना  जाए ? ‘ यह सोचती चांदनी बेचैन हो रही है। इस वक्त सुबह के ग्यारह बज रहे हैं। कटता हुआ एक -एक क्षण उसे एक युग के समान लग रहा … Read more

बेबी चांदनी (भाग 6) – सीमा वर्मा

मम्मी को थपकियाँ देकर सुलाने के साथ ही चांदनी भी सो गई थी। अगले दिन सुबह तड़के ही उसकी नींद खुली थी। उसे थोड़ी देर के लिए बैंक के काम से निकलना था फिर अस्पताल जा कर बड़े डॉक्टर साहब से माँ के बावत बात भी करनी है। बस कल ही बम्बई से माँ की … Read more

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