परवाह और हुक्म में फर्क होता है.. – रोनिता कुंडू : Moral Stories in Hindi
Moral Stories in Hindi : रात काफी हो गई थी… पर अमन अभी तक ऑफिस से घर नहीं लौटा था… दिव्या बार-बार दरवाजे की ओर देख रही थी… अमन तो आखरी बार फोन पर कहा रहा था कि वह आधे घंटे में घर पहुंच जाएगा… उसके बाद से ना तो उसका फोन ही लग रहा … Read more