मैं अपने संस्कारों पर अविश्वास कर बैठी – सरोज माहेश्वरी : Moral stories in hindi
Moral stories in hindi: रात को ११ बजे आकांक्षा ने जैसे ही स्कूटी से अपनी कॉलोनी में प्रवेश किया … रात के भोजन के बाद कॉलोनी में टहलने वालों की निगाहें उसे ऐसे घूर रहीं थीं मानों उसने कुछ अपराध किया हो … मिसेज पाटील की ऑंखें मिसेज वर्मा को कुछ इशारा कर रही थीं.. … Read more