आखिरी ख्वाहिश! –  नवल किशोर सोनी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : संजू दो भाइयों में अपने घर की सबसे लाडली बहिन थी। पिता की मृत्यु के बाद दोनों भाइयों ने मिलकर शानदार तरीके से उसको घर से विदा किया था। अब मां की देखभाल की सारी जिम्मेदारी दोनों भाइयों और बहुओं पर आ गई थी। मां ने एक दिन दोनों बेटों … Read more

खुली आँखों के ख्वाब – ऋतु अग्रवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : अक्सर नीता अपने सतरंगी ख्वाबों में डूब जाती और डूबती भी क्यों नहीं? आखिर वह पंद्रह बरस की युवा होती मध्यमवर्गीय लड़की थी। मध्यमवर्ग जहाँ, अच्छा भोजन, आम कपड़े, छोटा सा घर, संतुलित प्यार भरे रिश्ते नाते,कुछ अधूरी इच्छाएँ,परिवार और समाज का दबाव, बच्चों में कुछ बड़ा करने की ललक … Read more

ख्वाब जो बिखर गये – मंगला श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : अरे जीतू रीना क्या कर रहे हो भाई जल्दी करो तुम्हारी फ़्लाइट का समय हो गया है दो बजे तक एयरपोर्ट पहुँचना है ,यह कहकर वह खुद भी तैयार हो गई थी उनको छोड़ने जाने के लिए। उनके पति रमेशचंद्र उनकी फुर्ती देख हैरान थे ।क्योंकि शीलाजी के घुटनो में … Read more

 वहशी दरिंदा कहूँ या पति परमेश्वर – डॉ उर्मिला शर्मा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : “मां! मिहिर को कुछ बहाना करके मना कर दो न कि अभी आपलोग हमें नहीं भेज सकते। मुझे नहीं जाना है अभी।” “क्यों बेटा! बोल न क्यों नहीं जाना। पिछले बार भी तुम ससुराल से आयी थी तो ऐसे ही बोल रही थी। जबकि आजकल की लड़कियां ऐसा कहां बोलती … Read more

माँ की चिंता – नेहा : Short Moral stories in hindi

Short Moral stories in hindi  : आप मां का ख्याल रखना घर में तो कोई नही है इनका ध्यान रखने के लिए मैं और प्रिया जो ऑफिस चले जाते हैं कभी कभी मिलने आते रहेंगे राघव ने वृद्ध आश्रम की महिला कर्मचारी से कहा……… उसका नाम था सुधा…….. राघव से सुधा ने कहा आप टेंशन … Read more

छोटी छोटी खुशियाँ – आरती झा आद्या  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : शादी के दस साल होने को आए। जीवन जैसे जिम्मेदारियों को समर्पित कर दिया है हमने। प्रेम, मनुहार, तमन्ना कुछ बची ही नहीं है जैसे, दो बच्चों की माँ सुधा बैठे बैठे यही सोच रही थी। नई नई शादी हुई थी, हाथों में हाथ डाले चाँदनी रात में घूमना कितना … Read more

क्या बहू खुद बेटी बन पाती है – संगीता अग्रवाल  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : ” अब ससुराल जा रही हो बेटा वहाँ कुछ भी मायके जैसा नही मिलेगा बहुत सोच समझ कर चलना वहाँ , जल्दी उठना और सबका ध्यान रखना समझी और अपने सास ससुर को ही माँ बाप समझना !” विदाई से पहले निशि जी अपनी बेटी काशवी को समझाते हुए बोली। … Read more

तुम पराई नहीं हो .!!- अंजना ठाकुर  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : राधिका की शादी पक्की हो गई थी घर मैं सब खुश थे दो भाई मैं राधिका सबसे बड़ी थी पर जबसे राधिका की शादी पक्की हुई तब से ही वो उदास रहने लगी थी। मां  (मालती जी) ने पूछा क्या हुआ राधिका तुम खुश नही हो क्या? लड़का तो तुम्हे … Read more

एक आँख से देखना – रीतू गुप्ता : Moral Stories in Hindi

राधा और मोहन के दो बेटियाँ थी। एक सावी जो कि बहुत सुन्दर थी और दूसरी साँझी। पर साँझी जन्म से ही अपाहिज थी। उसका एक पैर टेढ़ा था। वो लंगड़ा कर चलती थी और सांवली भी थी,जिस कारण मोहन उसे कहीं बाहर लेके जाना पसंद नहीं करता था और हर बार सावी से तुलना … Read more

“एक आँख से देखना” – सरोज माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

 एक गैरसरकारी स्कूल के मखमली घास के खेल प्रागंण में फुटबॉल मैच चल रहा था। हर खिलाड़ी अपना शत प्रतिशत देना चाह रहा था क्योंकि आज गोवा फुटबॉल फेस्टिवल के लिए प्रतिभागियों को चुना जाना था।  श्रेष्ठ खिलाड़ी गोपाल और माधव ने आज भी अपनी काबिलियत के झंडे गाड़ दिए थे … उन दोनों का … Read more

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